सीईएल के कर्मचारी 15 मार्च से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैैं और उनके कारखाने के बाहर हो रहा विरोध प्रदर्शन ज़ोर पकड़ कर रहा है। कर्मचारी विनिवेश की प्रक्रिया का क्यों कर रहे है विरोध और क्या है उनकी मांगे? देखिए न्यूज़क्लिक की ग्राउंड रिपोर्ट
मोदी सरकार द्वारा लगातार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को निजी हाथों में सौंपने के प्रयास जारी है। इसी कड़ी में मोदी सरकार ने अब साहिबाबाद स्थित सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) को नीलाम करने का पूरा मन बना लिया है। इसके लिए उन्होंने निजी कंपनियों से आवेदन भी मांगने शुरू कर दिया है। ये कंपनी अभी विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन है और सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) की तरह काम कर रही है। सरकार के इस निर्णय से यहाँ काम कर रहे हज़ारों श्रमिकों की आजीविका पर संकट गहराता नज़र आ रहा है।
इसी को लेकर सीईएल के कर्मचारी 15 मार्च से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैैं और उनके कारखाने के बाहर हो रहा विरोध प्रदर्शन ज़ोर पकड़ कर रहा है। कर्मचारी विनिवेश की प्रक्रिया का क्यों कर रहे है विरोध और क्या है उनकी मांगे? देखिए न्यूज़़क्लिक की ग्राउंड रिपोर्ट
VIDEO