NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
सोशल मीडिया
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
फेसबुक के 53.3 करोड़ प्रयोगकर्ताओं का डेटा ऑनलाइन लीक, भारत के 61 लाख यूजर्स इसमें शामिल
प्रयोगकर्ताओं के लीक डेटा में उनका नाम, फोन नंबर और अन्य ब्योरा शामिल है। 31 दिसंबर, 2020 तक वैश्विक स्तर पर फेसबुक के कुल सक्रिय प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.80 अरब थी।
भाषा
05 Apr 2021
fb

नयी दिल्ली: दुनियाभर में फेसबुक के करीब 53.3 करोड़ प्रयोगकर्ताओं का व्यक्तिगत ब्योरा कथित तौर पर ऑनलाइन लीक हो गया है और इसे हैकिंग मंचों पर डाल दिया गया। इनमें से 61 लाख प्रयोगकर्ता भारत के हैं। एक साइबर सुरक्षा कार्यकारी ने यह जानकारी दी।

प्रयोगकर्ताओं के लीक डेटा में उनका नाम, फोन नंबर और अन्य ब्योरा शामिल है। 31 दिसंबर, 2020 तक वैश्विक स्तर पर फेसबुक के कुल सक्रिय प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.80 अरब थी।

साइबर सुरक्षा कंपनी हडसन रॉक के सह-संस्थापक एवं मुख्य तकनीकी अधिकारी (सीटीओ) एलन गाल ने एक ट्वीट के जरिये यह मुद्दा उठाया है। गाल ने कहा, ‘‘53.3 करोड़ फेसबुक रिकॉर्ड को मुफ्त में लीक कर दिया गया है। इसका आशय है कि यदि आपका फेसबुक खाता है, तो इस बात की काफी संभावना है कि इस खाते के लिए इस्तेमाल फोन नंबर लीक हो गया है।’’

ट्वीट में विभिन्न देशों के प्रयोगकर्ताओं की संख्या का जिक्र किया गया है, जिनका डेटा लीक हुआ है। इनमें से 61 लाख प्रयोगकर्ता भारत से हैं। 3.23 करोड़ अमेरिका, 1.15 करोड़ ब्रिटेन और 73 लाख ऑस्ट्रेलिया से हैं।

इस बारे में संपर्क करने पर फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह पुराना डेटा है जिसकी जानकारी 2019 में मिली थी। हमने इस मुद्दे को अगस्त, 2019 में हल कर लिया था।’’

गाल ने बताया कि 2020 की शुरुआत में एक खामी सामने आई थी। इसके जरिये फेसबुक खाते से जुड़े फोन नंबर को देखा जा सकता था। इसका इस्तेमाल कर दुनियाभर के विभिन्न देशों के 53.3 करोड़ प्रयोगकर्ताओं के डेटा को लीक किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रयोगकर्ताओं के लीक डेटा में फोन नंबर, फेसबुक आईडी और पूरा नाम का ब्योरा शामिल है।

गाल ने कहा कि कुछ गलत लोग इस सूचना का इस्तेमाल ‘सोशल इंजीनियरिंग’, घोटाले, हैकिंग और मार्केटिंग के लिए कर सकते हैं।

Facebook
Facebook India
Facebook data Leaked

Related Stories

बीजेपी के चुनावी अभियान में नियमों को अनदेखा कर जमकर हुआ फेसबुक का इस्तेमाल

फ़ेसबुक पर 23 अज्ञात विज्ञापनदाताओं ने बीजेपी को प्रोत्साहित करने के लिए जमा किये 5 करोड़ रुपये

अफ़्रीका : तानाशाह सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए कर रहे हैं

हेट स्पीच और भ्रामक सूचनाओं पर फेसबुक कार्रवाई क्यों नहीं करता?

उच्च न्यायालय ने फेसबुक, व्हाट्सऐप को दिए सीसीआई के नोटिस पर रोक लगाने से किया इंकार

विश्लेषण : मोदी सरकार और सोशल मीडिया कॉरपोरेट्स के बीच ‘जंग’ के मायने

कैसे बना सोशल मीडिया राजनीति का अभिन्न अंग?

नए आईटी कानून: सरकार की नीयत और नीति में फ़र्क़ क्यों लगता है?

फेसबुक ने घंटो तक बाधित रखा मोदी के इस्तीफे संबंधी हैशटैग, बाद में कहा गलती से हुआ बाधित

फेसबुक ने ऑस्ट्रेलिया में भले अपनी दुकान बंद कर ली मगर दुनिया के सामने बहुत गहरे सवाल खोल दिए!


बाकी खबरें

  • भाषा
    मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर ग्रेनेड हमला
    10 May 2022
    मोहाली पुलिस ने एक बयान में कहा, ''शाम 7.45 बजे सेक्टर 77, एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय परिसर में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल…
  • पीपल्स डिस्पैच
    अनिश्चितता के इस दौर में रौशनी दिखाता श्रमिकों का संघर्ष  
    10 May 2022
    पोटेरे अल पोपोलो के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने 6 से 8 मई तक इटली के रोम में आयोजित वर्ल्ड फ़ेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियन्स की 18वीं कांग्रेस को संबोधित किया।
  • शाओनी दास
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून और न्याय की एक लंबी लड़ाई
    10 May 2022
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून, 1967 [यूएपीए] को 14 सितंबर, 2020 को हुए दिल्ली दंगों में कथित साज़िशकर्ताओं के ख़िलाफ़ इस्तेमाल गया है।
  • अजय कुमार
    क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?
    10 May 2022
    मौजूदा वक़्त की हालत यह है कि वित्तीय बाजार की पूरी दुनिया पर डॉलर का दबदबा है। लंदन, न्यूयॉर्क से वित्तीय बाजार नियंत्रित हो रहा है लेकिन दुनिया के उत्पादन श्रृंखला पर अमेरिका का दबदबा नहीं है।
  • राज वाल्मीकि
    मेरे लेखन का उद्देश्य मूलरूप से दलित और स्त्री विमर्श है: सुशीला टाकभौरे
    10 May 2022
    सुशीला टाकभौरे ने कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक आदि कई विधाओं में लेखन किया है। कई कहानियां, कविता और उपन्यास, आत्मकथा विभिन्न राज्यों के पाठ्यक्रम में लगी हुई हैं। आपको कई पुरस्कारों से सम्मानित किया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License