5 अप्रैल 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से अपील की थी कि वो अपने घर की लाइट बंद करके अपनी बालकनी में दीया, मोमबत्ती, टार्च या मोबाइल फ्लैश जलाएं और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता जाहिर करें। ये रात को 9 बजे शुरु होना था और 9 मिनट का कार्यक्रम था यानी 9 बजकर 09 मिनट तक।
रात को 9 बजकर 48 मिनट पर भाजपा महाराष्ट्र के कांदिवली ईस्ट के विधायक ने एक तस्वीर ट्विट की। जिसके बारे मे उन्होंने दावा किया कि ये कोरोना के खिलाफ भारत की एकजुटता की तस्वीर है। जिसे उपग्रह द्वारा लिया गया है।

ये तस्वीर फर्ज़ी है। जब इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया गया तो पता चला कि ये तस्वीर काफी पुरानी है और इस तस्वीर का कोरोना के खिलाफ दीपोत्सव से कुछ भी लेना देना नहीं है।

द न्यूयोर्क टाइम्स की एक खबर में इस तस्वीर को नेशनल जियोफीजिकल डाटा सेंटर से साभार छापा है। कैप्शन में लिखा गया है कि a light map of India from 2003.

एक और वेबसाइट पर इस तरह की इमेज छपी है। कैप्शन में वर्ष 2001 और 2011 की ग्रामीण विद्युतिकरण की तुलना की गई है।

स्पष्ट है कि भाजपा विधायक अतुल भातखालकर द्वारा सांझा की गई तस्वीर का 05 अप्रैल 2020 के दीप जलाओ अभियान से कोई संबंध नहीं है।
एक तरफ लगातार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सुप्रीम कोर्ट आदि लगातार फेक न्यूज़ को रोकने की अपील कर रहे हैं। दूसरी तरफ चुने हुये प्रतिनिधियों का बिना सत्यापन के फोटो सांझा करना चिंता का विषय है।
(लेखक राज कुमार स्वतंत्र पत्रकार एवं ट्रेनर हैं। सरकारी योजनाओं से संबंधित दावों और वायरल संदेशों की पड़ताल भी करते रहते हैं।)