NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
मज़दूर-किसान
भारत
राजनीति
किसान आंदोलन: पूरे हरियाणा में भाजपा-जजपा नेताओं के कार्यक्रम का विरोध जारी
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि हरियाणा के भाजपा और जजपा नेता अपने किसान विरोधी रवैये और व्यवहार का खामियाजा भुगत रहे हैं। नेताओं को अपने घोषित कार्यक्रमों को गुप्त तरीके से करना पड़ रहा है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
22 Jun 2021
किसान आंदोलन
फ़ोटो साभार: सोशल मीडिया

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सोमवार को हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर धरना दिया और प्रदेश की भाजपा—जजपा गठबंधन सरकार के नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध किया। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि हरियाणा के भाजपा और जजपा नेता अपने किसान विरोधी रवैये और व्यवहार का खामियाजा भुगत रहे हैं।

इन नेताओं के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी है। नेताओं को अपने घोषित कार्यक्रमों को गुप्त तरीके से करना पड़ रहा है, और विरोध करने वाले किसानों के साथ बिल्ली और चूहे के खेल का सहारा लेना पड़ रहा है। यह उन्हें वोट देकर सत्ता में लाने वाले लोगों की पीड़ा है।

यह बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने रविवार को पंचकूला में हेलीकाप्टर से नियमित के बजाय एक अज्ञात हेलीपैड को विकल्प के रूप में चुनकर अपने कायक्रम को निर्धारित किया। सीएम के विरोध में रविवार को पंचकूला के क्राइम पुलिस स्टेशन में पाँच घंटे से ज्यादा समय तक हिरासत में लिए गए 70 से अधिक प्रदर्शनकारियों को उनकी तत्काल रिहाई की मांग को लेकर थाने में सैकड़ों समर्थकों के इकट्ठा होने के बाद उन्हें रविवार रात में रिहा कर दिया गया। उनके साथ पुलिस द्वारा किए गये दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगने के बाद बगैर कोई मामला दर्ज किए उन्हे छोड़ दिया गया।

प्रदर्शनकारियों के सवालो से बचने के लिए मंत्री और विधायक आधी रात को अपने घोषित कार्यक्रमों को रद्द करने या कार्यक्रमों को अंजाम देने का सहारा ले रहे हैं।

हिसार में विधायक विनोद भयाना ने रविवार रात एक पार्क में पानी के फव्वारे का उद्घाटन किया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपनी इस योजना को रद्द किया था जिसका उद्घाटन किसानों ने खुद किया था, एक रक्तदान शिविर जिसे राज्य भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ द्वारा शुरू किया जाना था, किसानों के विरोध के कारण फिर से निर्धारित किया गया, बाद में कार्यक्रम शुरू होने पर वे आए।

जबकि राज्य के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम का विरोध करने वाले किसान नहीं हो सकते। सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में चौटाला को देवी लाल की 18 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करना था।

वहीं चरखी दादरी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली भाजपा नेता बबिता फोगाट को भी किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ा।

अम्बाला में किसानों के एक समूह ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया, जिसके बाद हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल शहर में निर्धारित अपनी बैठक में हिस्सा नहीं ले पाये ।

पिछले साल केंद्र द्वारा बनाये गये तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान प्रदेश में भाजपा-जजपा नेताओं के कार्यक्रमों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

विभिन्न किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।

अम्बाला में अधिकारियों ने बताया कि शिक्षा मंत्री को अम्बाला हिसार राजमार्ग पर स्थित पंचायत भवन में एक बैठक की अध्यक्षता करनी थी। उन्होंने बताया कि राजमार्ग को किसानों ने कुछ घंटों के लिये जाम कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि मंत्री जब बैठक की अध्यक्षता करने जा रहे थे उसी दौरान किसानों ने यह जाम लगा दिया। इसके बाद मंत्री को प्रदर्शन को देखते हुये वापस लौटना पड़ा ।

चरखी दादरी में भी किसानों ने सोमवार को कृषि कानून का विरोध किया और भाजपा नेता बबिता फोगाट को उस वक्त काले झंडे दिखाये जब वह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची थीं। किसानों का एक समूह फोगाट के पहुंचने के बाद मौके पर एकत्र हो गया। सूत्रों ने बताया कि मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिये पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।

फोगाट 2019 में भाजपा में शामिल हुयी थी और विधानसभा का चुनाव भी लड़ा लेकिन वह हार गयी थी। बाद में उन्हें हरियाणा महिला विकास निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

भिवानी में सोमवार कृषि मंत्री जेपी दलाल को काले झंडों के साथ सैकड़ों प्रदर्शनकारियों का सामना करना पड़ा ।

हरियाणा में सत्ताधारी दलों के नेताओं के ख़िलाफ़ हो रहे तीखे विरोध को लेकर किसानों के संयुक्त मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा "हरियाणा की किसान यूनियनों ने बार-बार भाजपा और जजपा नेताओं को किसानों को बेवजह भड़काने के खिलाफ चेतावनी दी है। नेताओं को, किसानों के आक्रोश और पीड़ा को बेझिझक बाहर निकालने की कोशिश करने के बजाय, उन किसानों के पक्ष में खड़ा होना चाहिए, जिन्होंने उन्हें वोट देकर सत्ता में लाया। ये नेता, यदि वे वास्तव में नेता हैं, तो केंद्र सरकार को तीन काले कानूनों को निरस्त करने और सभी किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी के लिए एक नया कानून लाने के लिए आवाज उठानी चाहिए।"

दूसरी तरफ एसकेएम ने अपने 200 दिन से अधिक लंबे समय से चल रहे आंदोलन के पक्ष में व्यापक समर्थन के विस्तार का दावा करते हुए कहा "जैसा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले ही कहा है, चल रहे आंदोलन के लिए भरपूर स्थानीय समर्थन प्राप्त है। इसी तरह के समर्थन को प्रदर्शित करते हुए सिंघु बॉर्डर पर लंगर सेवा के लिए सोमवार को खरकोंडा और उसके आसपास के ग्रामीणों द्वारा कम से कम दस ट्रॉली लोड गेहूं भेजा गया। यह समर्थन राष्ट्रीय किसान महासंघ की मदद से जुटाया गया था। इस कड़ी में, सोनीपत और उसके आसपास के गांवों से 40 से अधिक ट्राली गेहूं की खेप बीकेयू– चडूनी के सहयोग से पहुंच रही है।"

युवा किसान नेता और एसकेएम के सदस्य अभिमन्यु कोहार ने कहा जब हम पहली बार आए थे तो हमने कहा था हम छह माह का राशन लेकर आएं है और अब इस आंदोलन को छह महीने से अधिक हो गए है। ऐसे में सरकार को कही ये गलतफहमी न हो रही हो की हमारा आनाज खत्म हो रहा है। यही संदेश देने के लिए बॉर्डर के आस पास के गांव से ट्रैक्टरो में भरकर गेहूं लाया जा रहा है।

आगे उन्होंने कहा यह लड़ाई आर पार की है और किसान इसे जीतकर रहेगा। उसके पास दूसरा कोई विकल्प ही नहीं है। 

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

Haryana
farmers protest
Farm Bills
Farm Laws
BJP
JJP
Samyukt Kisan Morcha
Dushyant Chautala
Manohar Lal khattar

Related Stories

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

आईपीओ लॉन्च के विरोध में एलआईसी कर्मचारियों ने की हड़ताल

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    केरल: RSS और PFI की दुश्मनी के चलते पिछले 6 महीने में 5 लोगों ने गंवाई जान
    23 Apr 2022
    केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हत्याओं और राज्य में सामाजिक सौहार्द्र को खराब करने की कोशिशों की निंदा की है। उन्होंने जनता से उन ताकतों को "अलग-थलग करने की अपील की है, जिन्होंने सांप्रदायिक…
  • राजेंद्र शर्मा
    फ़ैज़, कबीर, मीरा, मुक्तिबोध, फ़िराक़ को कोर्स-निकाला!
    23 Apr 2022
    कटाक्ष: इन विरोधियों को तो मोदी राज बुलडोज़र चलाए, तो आपत्ति है। कोर्स से कवियों को हटाए तब भी आपत्ति। तेल का दाम बढ़ाए, तब भी आपत्ति। पुराने भारत के उद्योगों को बेच-बेचकर खाए तो भी आपत्ति है…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लापरवाही की खुराकः बिहार में अलग-अलग जगह पर सैकड़ों बच्चे हुए बीमार
    23 Apr 2022
    बच्चों को दवा की खुराक देने में लापरवाही के चलते बीमार होने की खबरें बिहार के भागलपुर समेत अन्य जगहों से आई हैं जिसमें मुंगेर, बेगूसराय और सीवन शामिल हैं।
  • डेविड वोरहोल्ट
    विंबलडन: रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध ग़लत व्यक्तियों को युद्ध की सज़ा देने जैसा है! 
    23 Apr 2022
    विंबलडन ने घोषणा की है कि रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को इस साल खेल से बाहर रखा जाएगा। 
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    प्रशांत किशोर को लेकर मच रहा शोर और उसकी हक़ीक़त
    23 Apr 2022
    एक ऐसे वक्त जबकि देश संवैधानिक मूल्यों, बहुलवाद और अपने सेकुलर चरित्र की रक्षा के लिए जूझ रहा है तब कांग्रेस पार्टी को अपनी विरासत का स्मरण करते हुए देश की मूल तासीर को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License