NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
पीएम को काले झंडे दिखाने वाली महिला पर फ़ायरिंग- किसने भेजे थे बदमाश?
सपा से कांग्रेस में शामिल हुई एक महिला पर 3 जनवरी को सुल्तानपुर में कुछ बदमाशों ने गोली चला दी, ग़ौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान महिला ने प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाकर विरोध किया था।
रवि शंकर दुबे
04 Jan 2022
RITA

केंद्र में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, और सियासत के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में भी भाजपा ही राज कर रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर प्रदेश की कानून व्यवस्था का बखान करते नज़र आ ही जाते हैं, गुंडो को मार दिया, माफियाओं को ख़त्म कर दिया, जैसी लाईनें योगी के हर भाषण में सुनने को मिल जाती हैं... लेकिन योगी की कानून व्यवस्था कितनी चौकस है, इसका नज़राना सुल्तानपुर में पेश किया गया। जहां एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता को गोली मार दी गई। इत्तेफाक से गोली महिला के पैर में लगी और वो बच गई, फिलहाल उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

महिला पर हमला तो योगी राज में कानून व्यवस्था को आईना है ही, लेकिन चौकाने वाली बात है कि ये वही महिला है जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाए थे, और उनका विरोध किया था। यानी सवाल साफ है कि- महिला पर गोली चलाने वाले गुंडे आखिर किसने भेजे थे, क्या ये गुंडे किसी राजनीतिक पार्टी की शह पर पल रहे हैं? या फिर किसी बाहुबली समर्थक ने ये कांड करने के लिए पैसे दिए थे? हालांकि ये बेहद गंभीर और जांच का विषय है, क्योंकि मामला सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा हुआ है। मामले में पुलिस अधीक्षक ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

क्या है मामला?

दरअसल कुछ दिनों पहले जब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर एयर शो चल रहा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना भाषण खत्म करने वाले ही थे, उसी वक्त रीता यादव नाम की महिला जो उस वक्त समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता थीं, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाए थे, जिसके बाद रीता यादव को पुलिस हिरासत में लेकर गोसाईंगंज कोतवाली में मामल दर्ज करवाया गया था, सिर्फ विरोध करने के लिए रीता को दो दिनों तक जेल में रहना पड़ा। जेल से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने रीता यादव को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई, और पार्टी में शामिल कर लिया।

अब कांग्रेस की कार्यकर्ता बन चुकी रीता सोमवार यानी 3 जनवरी को पार्टी के झंडे और बैनर बनवाने सुल्तानपुर गईं थीं, वापस लौटते वक्त लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर लंभुआ कोतवाली क्षेत्र में कुछ बाइक सवार बदमाशों ने रीता की गाड़ी ओवरटेक रुकवा दी, इसके बाद बदमाश रीता के ड्राइवर से गाली-गलौज करने लगे और कनपटी पर तमंचा लगाकर जान से मारने की धमकी दी, जब रीता यादव ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। जिसमें गोली रीता के पैर में लगी और वो गंभीर रूप से घायल हो गईं। आनन-फानन में रीता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंभुआ भेजा गया जहां उनका इलाज जारी है।

मामले में अभी तक एक भी आरोपी पकड़ा नहीं गया है, जिससे ये कयास लगाना ग़लत नहीं होगा कि आरोपी ज़रूर किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हो सकते हैं, सवाल ये भी है कि प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाने वाली महिला पर ही गोली क्यों चलाई गई, वो भी ऐसे वक्त जब चुनाव इतने क़रीब हैं। ख़ैर पूरा मामला जांच का विषय है, लेकिन जांच कितनी पारदर्शी होगी ये भी देखना अहम होगा।

Uttar pradesh
Purvanchal Express
PM Modi Rally
Attack on women
Yogi Adityanath
UP police

Related Stories

चंदौली पहुंचे अखिलेश, बोले- निशा यादव का क़त्ल करने वाले ख़ाकी वालों पर कब चलेगा बुलडोज़र?

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

प्रयागराज में फिर एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या, दो साल की बच्ची को भी मौत के घाट उतारा

प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!

उत्तर प्रदेश: इंटर अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक, परीक्षा निरस्त, जिला विद्यालय निरीक्षक निलंबित

उत्तर प्रदेश: योगी के "रामराज्य" में पुलिस पर थाने में दलित औरतों और बच्चियों को निर्वस्त्र कर पीटेने का आरोप

यूपी: अयोध्या में चरमराई क़ानून व्यवस्था, कहीं मासूम से बलात्कार तो कहीं युवक की पीट-पीट कर हत्या

यूपी में मीडिया का दमन: 5 साल में पत्रकारों के उत्पीड़न के 138 मामले

कौन हैं ओवैसी पर गोली चलाने वाले दोनों युवक?, भाजपा के कई नेताओं संग तस्वीर वायरल


बाकी खबरें

  • Tapi
    विवेक शर्मा
    गुजरात: पार-नर्मदा-तापी लिंक प्रोजेक्ट के नाम पर आदिवासियों को उजाड़ने की तैयारी!
    18 May 2022
    गुजरात के आदिवासी समाज के लोग वर्तमान सरकार से जल, जंगल और ज़मीन बचाने की लड़ाई लड़ने को सड़कों पर उतरने को मजबूर हो चुके हैं।
  • श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम
    18 May 2022
    उत्तर प्रदेश सीपीआई-एम का कहना है कि सभी सेकुलर ताकतों को ऐसी परिस्थिति में खुलकर आरएसएस, भाजपा, विहिप आदि के इस एजेंडे के खिलाफ तथा साथ ही योगी-मोदी सरकार की विफलताओं एवं जन समस्याओं जैसे महंगाई, …
  • buld
    काशिफ़ काकवी
    मध्य प्रदेश : खरगोन हिंसा के एक महीने बाद नीमच में दो समुदायों के बीच टकराव
    18 May 2022
    टकराव की यह घटना तब हुई, जब एक भीड़ ने एक मस्जिद को आग लगा दी, और इससे कुछ घंटे पहले ही कई शताब्दी पुरानी दरगाह की दीवार पर हनुमान की मूर्ति स्थापित कर दी गई थी।
  • russia
    शारिब अहमद खान
    उथल-पुथल: राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता से जूझता विश्व  
    18 May 2022
    चाहे वह रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध हो या श्रीलंका में चल रहा संकट, पाकिस्तान में चल रही राजनीतिक अस्थिरता हो या फिर अफ्रीकी देशों में हो रहा सैन्य तख़्तापलट, वैश्विक स्तर पर हर ओर अस्थिरता बढ़ती…
  • Aisa
    असद रिज़वी
    लखनऊ: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत के साथ आए कई छात्र संगठन, विवि गेट पर प्रदर्शन
    18 May 2022
    छात्रों ने मांग की है कि प्रोफ़ेसर रविकांत चंदन पर लिखी गई एफ़आईआर को रद्द किया जाये और आरोपी छात्र संगठन एबीवीपी पर क़ानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License