NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
ग्रीस : स्वास्थ्यकर्मी इस क्षेत्र में और संसाधनों की मांग को लेकर मुखर
प्रदर्शनकारी स्वास्थ्य कर्मियों ने और अधिक स्टाफ भर्ती करने की मांग की है साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फंडिंग करने और उनके वेतन व पेंशन में पर्याप्त वृद्धि की मांग की।
पीपल्स डिस्पैच
29 Jan 2021
ग्रीस : स्वास्थ्यकर्मी इस क्षेत्र में और संसाधनों की मांग को लेकर मुखर

गुरुवार 28 जनवरी को ग्रीस के स्वास्थ्य कर्मियों ने अधिक कर्मचारियों और संसाधनों की मांग करते हुए प्रभावी रूप से भयावह महामारी का मुकाबला करने के लिए नेशनल डे ऑफ एक्शन के हिस्से के रुप में अपने अस्पताल में इकट्ठा हुए। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ हॉस्पीटल डॉक्टर ऑफ ग्रीस (ओईएनजीई) के नेतृत्व में डॉक्टर भी नेशनल डे ऑफ एक्शन में शामिल हुए। एथेंस, थेसालोंकी,हेराक्लिओन, त्रिकला आदि शहरों के अस्पतालों में लोग इकट्ठा हुए। स्वास्थ्य कर्मियों ने आर्थिक संकट के कारण 2012 से पहले की दरों को बहाल करके अपने वेतन और पेंशन में पर्याप्त वृद्धि की मांग की है।

डे ऑफ एक्शन को लेकर ओईएनजीई ने कहा है कि न्यू डेमोक्रेसी (एनडी) के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा प्रस्तुत अप्रत्यक्ष वास्तविकता महामारी के प्रबंधन के लिए अपनी आपराधिक जिम्मेदारियों को छिपा नहीं सकती है।

प्रदर्शनकारी स्वास्थ्य कर्मियों ने बड़े पैमाने पर तत्काल भर्ती, पूर्ण तथा पर्याप्त सरकारी फंडिंग, टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सेवा केंद्रों पर अधिक स्टाफ तथा सहायता,लोगों को समय पर और सामूहिक टीकाकरण के लिए सभी उपलब्ध सुरक्षित टीकों के इस्तेमाल, कार्यस्थल, स्कूल तथा पब्लिक ट्रांस्पोर्ट में सुरक्षा, महामारी से निपटने के लिए निजी स्वास्थ्य सेवा केंद्रों को सूचीबद्ध करना और सरकारी योजना में उनको शामिल करना, एक व्यावसायिक रोग के रूप में काम पर स्वास्थ्य कर्मियों के बीच COVID -19संक्रमण को दर्ज करना और वेतन व पेंशन में पर्याप्त वृद्धि की मांग की।

प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा केंद्रों (पीएचसी) के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने 3 फरवरी को डे ऑफ एक्शन के लिए आह्वान किया था ताकि प्राथमिक उपचार की विकट समस्याओं और इसे मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता को उजागर किया जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय के पास रैली के साथ साथ 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल और संसद तक रैली निकालने का समय 16 फरवरी निर्धारित है। पिछले साल भी कई मौकों पर यूनान के स्वास्थ्य कर्मियों ने महामारी से लड़ने के लिए और अधिक कर्मचारियों की बहाली और संसाधनों की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।

28 जनवरी तक ग्रीस में 5742 मौतों के साथ 1,54,796 COVID-19 संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं।

Greece
Health workers
New democracy
COVID-19

Related Stories

आर्थिक रिकवरी के वहम का शिकार है मोदी सरकार

महामारी के दौर में बंपर कमाई करती रहीं फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक

महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 

जनवादी साहित्य-संस्कृति सम्मेलन: वंचित तबकों की मुक्ति के लिए एक सांस्कृतिक हस्तक्षेप

कोरोना अपडेट: देश में एक हफ्ते बाद कोरोना के तीन हज़ार से कम मामले दर्ज किए गए

दिल्लीः एलएचएमसी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का ‘कोविड योद्धाओं’ ने किया विरोध

WHO और भारत सरकार की कोरोना रिपोर्ट में अंतर क्य़ों?


बाकी खबरें

  • sedition
    भाषा
    सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह मामलों की कार्यवाही पर लगाई रोक, नई FIR दर्ज नहीं करने का आदेश
    11 May 2022
    पीठ ने कहा कि राजद्रोह के आरोप से संबंधित सभी लंबित मामले, अपील और कार्यवाही को स्थगित रखा जाना चाहिए। अदालतों द्वारा आरोपियों को दी गई राहत जारी रहेगी। उसने आगे कहा कि प्रावधान की वैधता को चुनौती…
  • बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    एम.ओबैद
    बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    11 May 2022
    "ख़ासकर बिहार में बड़ी संख्या में वैसे बच्चे जाते हैं जिनके घरों में खाना उपलब्ध नहीं होता है। उनके लिए कम से कम एक वक्त के खाने का स्कूल ही आसरा है। लेकिन उन्हें ये भी न मिलना बिहार सरकार की विफलता…
  • मार्को फ़र्नांडीज़
    लैटिन अमेरिका को क्यों एक नई विश्व व्यवस्था की ज़रूरत है?
    11 May 2022
    दुनिया यूक्रेन में युद्ध का अंत देखना चाहती है। हालाँकि, नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की खेप बढ़ाकर युद्ध को लम्बा खींचना चाहते हैं और इस घोषणा के साथ कि वे "रूस को कमजोर" बनाना चाहते हैं। यूक्रेन
  • assad
    एम. के. भद्रकुमार
    असद ने फिर सीरिया के ईरान से रिश्तों की नई शुरुआत की
    11 May 2022
    राष्ट्रपति बशर अल-असद का यह तेहरान दौरा इस बात का संकेत है कि ईरान, सीरिया की भविष्य की रणनीति का मुख्य आधार बना हुआ है।
  • रवि शंकर दुबे
    इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा यूपी में: कबीर और भारतेंदु से लेकर बिस्मिल्लाह तक के आंगन से इकट्ठा की मिट्टी
    11 May 2022
    इप्टा की ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंच चुकी है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में गीतों, नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जा रहा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License