NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
गुरुग्राम: नववर्ष की पूर्व संध्या पर अरावली की पहाड़ियों पर लड़की से सामूहिक बलात्कार
पीड़ितों का आरोप है कि आरोपियों ने यौन शोषण का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डालने की धमकी दी।
भाषा
03 Jan 2020
rape case
Image courtesy:livehindustan

गुरुग्राम: नववर्ष की पूर्व संध्या पर अरावली पहाड़ी पर अपने दोस्त के साथ घूमने गयी सोलह वर्षीय एक लड़की को मानेसर में कासन गांव के पास दो व्यक्तियों ने अगवा कर उसके साथ बलात्कार किया। एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

लड़की और उसका दोस्त नववर्ष के अवसर पर गांव के पास पहाड़ पर पिकनिक मनाने गए थे। उसी समय यह घटना हुई। दोनों जब सेल्फी ले रहे थे तो उसी समय आरोपी श्रवण कुमार (34) और नितेश मिश्रा (30) की नजर उन पर पड़ी। वे लड़की और उसके दोस्त के साथ दुर्व्यवहार करने लगे।

पुलिस अधिकारी के अनुसार विरोध करने पर कुमार और मिश्रा ने लड़की के दोस्त को पीटा।इसके बाद दोनों ने लड़की के साथ बलात्कार किया।

पीड़ितों ने जब वहां कुछ अन्य लोगों को देखा तो चिल्लकार मदद की गुहार लगाई। इसके बाद आरोपियों को पकड़ा जा सका और पुलिस को घटना की सूचना दी गयी। आरोपियों को एक अदालत में पेश किया गया से जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

पीड़ितों का आरोप है कि आरोपियों ने यौन शोषण का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डालने की धमकी दी। हालाँकि पुलिस को ऐसा कोई वीडियो नहीं मिला है। पुलिस ने आरोपियों के फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।

Gurugram
gang rape
crimes against women
violence against women
exploitation of women
unsafe women
women safety

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

बिहार: आख़िर कब बंद होगा औरतों की अस्मिता की क़ीमत लगाने का सिलसिला?

बिहार: 8 साल की मासूम के साथ बलात्कार और हत्या, फिर उठे ‘सुशासन’ पर सवाल

मध्य प्रदेश : मर्दों के झुंड ने खुलेआम आदिवासी लड़कियों के साथ की बदतमीज़ी, क़ानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

बिहार: मुज़फ़्फ़रपुर कांड से लेकर गायघाट शेल्टर होम तक दिखती सिस्टम की 'लापरवाही'

यूपी: बुलंदशहर मामले में फिर पुलिस पर उठे सवाल, मामला दबाने का लगा आरोप!

दिल्ली गैंगरेप: निर्भया कांड के 9 साल बाद भी नहीं बदली राजधानी में महिला सुरक्षा की तस्वीर

असम: बलात्कार आरोपी पद्म पुरस्कार विजेता की प्रतिष्ठा किसी के सम्मान से ऊपर नहीं


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License