NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
हाकैंडे हिचिलेमा ज़ाम्बिया में नए राष्ट्रपति चुने गए
बड़ी पूंजी और आईएमएफ़ को लुभाने के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले दोनों शीर्ष प्रतियोगियों के साथ, राष्ट्रपति पद के लिए 16उम्मीदवारों की दौड़ में पांचवां स्थान हासिल करने वाले नवगठित सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार ने नवउदारवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
पीपल्स डिस्पैच
16 Aug 2021
हाकैंडे हिचिलेमा ज़ाम्बिया में नए राष्ट्रपति चुने गए

जाम्बिया के 156 निर्वाचन क्षेत्रों में से 155 में वोटों की गिनती पूरी होने के साथ चुनाव आयोग ने विपक्षी पार्टी यूनाइटेड पार्टी फॉर नेशनल डेवलपमेंट (यूएनडीपी) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हाकैंडे हिचिलेमा को विजेता घोषित किया है।

इस शीर्ष पद के लिए पांच असफल दौड़ के बाद हिचिलेमा ने इस चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति एडगर लुंगु को हराते हुए 2,810,757 वोट हासिल की जिन्होंने इस चुनाव में 1,810,757 वोट हासिल किए। इसमें 70.95% मतदान हुए।

लुंगू जिनकी सरकार ने चुनाव से पहले सशस्त्र बलों को तैनात किया था और मतदान (12 अगस्त) के दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक कर दिया था उन्होंने इस चुनाव को "स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं" बताते हुए हार मानने से इनकार कर दिया।

यह आरोप कि सत्तारूढ़ पैट्रियटिक फ्रंट के पोलिंग एजेंटों पर हमला किया गया और यूपीएनडी के गढ़ वाले क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर ड्यूटी का निर्वहन करने की अनुमति नहीं दी गई और लुंगु का कहना कि ये चुनाव "हिंसक था, पूरी कवायद को निरर्थक बना दिया"। ऐसे में इस बयान की आलोचना की गई है।

यूपीएनडी ने इस बयान की आलोचना "सिर्फ अपनी नौकरी पर टिके रहने के लिए पूरे चुनाव को खत्म करने" के प्रयास के रूप में की है। संवैधानिक अदालत के समक्ष इन परिणामों को चुनौती देने के लिए लुंगु के पास सात दिन का समय है, हालांकि पर्यवेक्षकों ने बताया है कि इस परिणाम को पलटने की संभावना कम है।

16 उम्मीदवार वाले राष्ट्रपति पद के इस दौड़ में 16,379 मतों के साथ पांचवें स्थान पर मौजूद अपनी पहली चुनावी लड़ाई में नवगठित सोशलिस्ट पार्टी का नेतृत्व करने वाले फ्रेड मेमेम्बे ने हार मान ली और हिचिलेमा को बधाई दी।

जब यह स्पष्ट हो गया था कि हिचेलेमा शानदार जीत की ओर बढ़ रहे हैं तो शनिवार 14 अगस्त को एक बयान में मेमेम्बे ने कहा, "हम हाकैंडे हिचिलेमा और यूपीएनडी को उनके उत्कृष्ट चुनावी प्रदर्शन के लिए बधाई देते हैं। उनकी दृढ़ता और लचीलापन सराहनीय है। वे लगभग 23 साल और सात चुनावों से इसमें हैं। जाम्बिया के लोगों ने कहा है। हम उनके बेहतर होने की कामना करते हैं।"

Hakande Hichilema
Zambia
Zambia election

Related Stories

जर्जर हो चुके जाम्बिया में होने जा रहा है चुनाव


बाकी खबरें

  • ram_navmi
    अफ़ज़ल इमाम
    बढ़ती हिंसा व घृणा के ख़िलाफ़ क्यों गायब है विपक्ष की आवाज़?
    13 Apr 2022
    हिंसा की इन घटनाओं ने संविधान, लोकतंत्र और बहुलतावाद में विश्वास रखने वाले शांतिप्रिय भारतवासियों की चिंता बढ़ा दी है। लोग अपने जान-माल और बच्चों के भविष्य को लेकर सहम गए हैं।
  • varvara rao
    भाषा
    अदालत ने वरवर राव की स्थायी जमानत दिए जाने संबंधी याचिका ख़ारिज की
    13 Apr 2022
    बंबई उच्च न्यायालय ने एल्गार परिषद-माओवादी संपर्क मामले में कवि-कार्यकर्ता वरवर राव की वह याचिका बुधवार को खारिज कर दी जिसमें उन्होंने चिकित्सा आधार पर स्थायी जमानत दिए जाने का अनुरोध किया था।
  • CORONA
    न्यूज़क्लिक टीम
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 1,088 नए मामले, 26 मरीज़ों की मौत
    13 Apr 2022
    देश में अब तक कोरोना से पीड़ित 5 लाख 21 हज़ार 736 लोग अपनी जान गँवा चुके है।
  • CITU
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली: बर्ख़ास्त किए गए आंगनवाड़ी कर्मियों की बहाली के लिए सीटू की यूनियन ने किया प्रदर्शन
    13 Apr 2022
    ये सभी पिछले माह 39 दिन लंबे चली हड़ताल के दौरान की गई कार्रवाई और बड़ी संख्या आंगनवाड़ी कर्मियों को बर्खास्त किए जाने से नाराज़ थे। इसी के खिलाफ WCD के हेडक्वार्टस आई.एस.बी.टी कश्मीरी गेट पर प्रदर्शन…
  • jallianwala bagh
    अनिल सिन्हा
    जलियांवाला बाग: क्यों बदली जा रही है ‘शहीद-स्थल’ की पहचान
    13 Apr 2022
    जलियांवाला बाग के नवीकरण के आलोचकों ने सबसे महत्वपूर्ण बात को नज़रअंदाज कर दिया है कि नरसंहार की कहानी को संघ परिवार ने किस सफाई से हिंदुत्व का जामा पहनाया है। साथ ही, उन्होंने संबंधित इतिहास को अपनी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License