NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
हरियाणा: आसिफ़ हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिला वामदलों का प्रतिनिधि मंडल
इस जघन्य हत्याकांड में लगभग 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज है जिनमें से 14 लोग नामजद हैं। अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिनमें से चार को रिहा कर दिया गया। जबकि अन्य आरोपी अभी फरार हैं। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि आसिफ की हत्या के सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए तथा कानूनी तौर पर कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाए।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
10 Jun 2021
हरियाणा: आसिफ़ हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिला वामदलों का प्रतिनिधि मंडल

देश के प्रमुख वाम दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानि सीपीआईएम और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने आज खेड़ा खलीलपुर गांव पहुंचकर आसिफ के परिवार के दुख को सांझा किया तथा इस मामले में उपायुक्त से मुलाकात कर हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा मेवात में आपसी सौहार्द बनाए रखने की मांग की। 

आपको बता दें हरियणा के नूंह जिला के खेड़ा खलीलपुर गांव के रहने वाले 27 वर्षीय नौजवान आसिफ खान की 16 मई को गुंडा तत्वों द्वारा हत्या कर दी गई। इस घटना में उसका चचेरा भाई राशिद भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे । आसिफ शादीशुदा था और उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं।

इस जघन्य हत्याकांड में लगभग 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज है जिनमें से 14 लोग नामजद हैं और अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ज्यादातर आरोपी गुर्जर जाति से संबंधित हैं

इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व पूर्व सांसद व सीपीएम पोलितब्यूरो मेंबर वृंदा करात तथा सीपीआई की राष्ट्रीय नेता अमरजीत कौर ने किया। प्रतिनिधिमंडल में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के राज्य सचिव कामरेड सुरेंद्र सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप, सीपीआईएम के जोनल सचिव में मेजर एसएल प्रजापति, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के एडवोकेट विनोद भारद्वाज, जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा, राज्य महासचिव सविता, शहीदाने मेवात सभा नेता सरफुद्दीन मेवाती, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जफर, किसान सभा के नेता अरशद खान, अख्तर सीटू के नेता अनिल, भारतीय किसान मजदूर यूनियन मुज्जफर अहमद, एडवोकेट पवन सौरोत, योगेन्द्र, दीन मौहम्मद, सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला अध्यक्ष मिथुन आदि शामिल रहे।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में लगभग 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज है, जिनमें से 14 लोग नामजद हैं। अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिनमें से चार को रिहा कर दिया गया। जबकि अन्य आरोपी अभी फरार हैं। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि आसिफ की हत्या के सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए तथा कानूनी तौर पर कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाए।

सीपीआईएम तथा सीपीआई के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले का सांप्रदायिकरण करने की कोशिशों की कड़ी निंदा की। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस हत्याकांड के आरोपियों को बचाने के लिए सांप्रदायिक ताकतें इलाके का सद्भाव बिगाड़ने में जुटी हुई हैं। सोशल मीडिया पर लगातार भड़काऊ वीडियो डाले जा रहे हैं। इस पूरे मामले को जातिगत रंग देने तथा हिंदू-मुस्लिम का मामला बनाने की कोशिशें हो रही हैैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं की सरपरस्ती में जातिगत पंचायतें की जा रही हैं। मेवात में पहले दमदमा व किरा गांव में पंचायत की गई तथा 30 मई को इण्डरी गांव में हिंदू महापंचायत की गई। आरोपियों को बचाने के बहाने से बुलाई गई इस महापंचायत के माध्यम से संप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करने के कुत्सित प्रयास किए गए हैं। महापंचायत में आसिफ की हत्या जायज ठहराने के लिए उसका चरित्र हनन किया गया तथा अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति बेहद जहरीली भाषा का इस्तेमाल किया गया। महापंचायत में जुनैद की हत्या में शामिल व्यक्ति नरेश भी शामिल रहा।

प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि इलाके के अमन चैन और सांप्रदायिक सद्भाव को किसी भी सूरत में बिगड़ने ना दिया जाए। इस संदर्भ में किसी भी तरह की जातिगत एवं सांप्रदायिक लामबंदी पर सख्ती से रोक लगाई जाए। इंडरी गांव की महापंचायत में सांप्रदायिक जहर घोलने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उपायुक्त महोदय ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाया जाएगा तथा सांप्रदायिक ताकतों की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

इससे पहले भी सीपीआई(एम) का एक प्रतिनिधिमंडल परिवार से मिला था। उसमें सीपीआई(एम) के वरिष्ठ नेता व सीटू के राज्य उपाध्यक्ष सतवीर सिंह, जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा, राज्य महासचिव सविता, शहीदाने सभा मेवात के नेता सरफुद्दीन मेवाती, नागरिक मंच मेवात के नेता एडवोकेट अरशद खान, किसान सभा के नेता अख्तर हुसैन शामिल थे। 

इन्होनें भी खलीलपुर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनके दुख में सांझेदारी की तथा न्याय की लड़ाई में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा तथा मांग की कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए तथा कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित की जाए

Haryana
Asif murder case
left parties
CPI
CPIM
Brinda Karat

Related Stories

त्रिपुरा: सीपीआई(एम) उपचुनाव की तैयारियों में लगी, भाजपा को विश्वास सीएम बदलने से नहीं होगा नुकसान

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

वाम दलों का महंगाई और बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ कल से 31 मई तक देशव्यापी आंदोलन का आह्वान

हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना

श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम

झारखंड : हेमंत सरकार को गिराने की कोशिशों के ख़िलाफ़ वाम दलों ने BJP को दी चेतावनी

मुंडका अग्निकांड: लापता लोगों के परिजन अनिश्चतता से व्याकुल, अपनों की तलाश में भटक रहे हैं दर-बदर

कविता का प्रतिरोध: ...ग़ौर से देखिये हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र

दिल्ली: ''बुलडोज़र राजनीति'' के ख़िलाफ़ सड़क पर उतरे वाम दल और नागरिक समाज

शाहीन बाग़ : देखने हम भी गए थे प तमाशा न हुआ!


बाकी खबरें

  • women in politics
    तृप्ता नारंग
    पंजाब की सियासत में महिलाएं आहिस्ता-आहिस्ता अपनी जगह बना रही हैं 
    31 Jan 2022
    जानकारों का मानना है कि अगर राजनीतिक दल महिला उम्मीदवारों को टिकट भी देते हैं, तो वे अपने परिवारों और समुदायों के समर्थन की कमी के कारण पीछे हट जाती हैं।
  • Indian Economy
    प्रभात पटनायक
    बजट की पूर्व-संध्या पर अर्थव्यवस्था की हालत
    31 Jan 2022
    इस समय ज़रूरत है, सरकार के ख़र्चे में बढ़ोतरी की। यह बढ़ोतरी मेहनतकश जनता के हाथों में सरकार की ओर से हस्तांतरण के रूप में होनी चाहिए और सार्वजनिक शिक्षा व सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए हस्तांतरणों से…
  • Collective Security
    जॉन पी. रुएहल
    यह वक्त रूसी सैन्य गठबंधन को गंभीरता से लेने का क्यों है?
    31 Jan 2022
    कज़ाकिस्तान में सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (CSTO) का हस्तक्षेप क्षेत्रीय और दुनिया भर में बहुराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बदलाव का प्रतीक है।
  • strike
    रौनक छाबड़ा
    समझिए: क्या है नई श्रम संहिता, जिसे लाने का विचार कर रही है सरकार, क्यों हो रहा है विरोध
    31 Jan 2022
    श्रम संहिताओं पर हालिया विमर्श यह साफ़ करता है कि केंद्र सरकार अपनी मूल स्थिति से पलायन कर चुकी है। लेकिन इस पलायन का मज़दूर संघों के लिए क्या मतलब है, आइए जानने की कोशिश करते हैं। हालांकि उन्होंने…
  • mexico
    तान्या वाधवा
    पत्रकारों की हो रही हत्याओंं को लेकर मेक्सिको में आक्रोश
    31 Jan 2022
    तीन पत्रकारों की हत्या के बाद भड़की हिंसा और अपराधियों को सज़ा देने की मांग करते हुए मेक्सिको के 65 शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये हैं। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License