NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
होंडुरासः गैरीफुना नेताओं के लापता होने के 100 दिन बाद
होंडुरास के एफ्रो-वंशज गरिफुना समुदाय ने अपने समुदाय के पांच अपहृत सदस्यों की सुरक्षित वापसी की फिर मांग की है।
पीपल्स डिस्पैच
27 Oct 2020
होंडुरासः गैरीफुना नेताओं के लापता होने के 100 दिन बाद

इस साल 26 अक्टूबर को गैरीफुना समुदाय के पांच युवा सदस्यों के लापता होने के 100 दिन पूरे हो गए। इन्हें 18 जुलाई को होंडुरास के कैरिबियन तट पर एक छोटे से शहर ट्रायंफो डे ला क्रूज़ में पुलिस और सेना की वर्दी पहने हथियारों से लैस लोगों ने अगवा कर लिया था। इस मौके पर मुख्य रूप से शामिल महिलाओं के एक छोटे समूह ने अपने समुदाय के अपहृत सदस्यों की सुरक्षित वापसी की मांग करते हुए शहर में प्रदर्शन किया।

विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक आंदोलनों जैसे काउंसिल ऑफ पॉपुलर इंडिजेनस ऑर्गेनाइजेशन ऑफ होंडुरास (सीओपीआईएनएच), सन्स एंड डॉटर्स फॉर आइडेंटिटी एंड जस्टिस अगेंस्ट फॉर्गेटफुलनेस एंड साइलेंस (एचआईजेओएस) ग्वाटेमाला ने मांग की कि राष्ट्रीय सरकार इस मामले की जांच करे और अपराधियों को सज़ा दिलवाए।

सोशल मीडिया पर हैशटैग जैसे #VivosLosLlevaron (# TheyWereTakenAlive), #VivosLosQueremos (#WeWantThemBackAlive), #LasidasidasGarifunasImportan (#GarifunaLivesMatter), #Gifuna (# Gifuna) ट्रेंड कर रहा था।

अपने घरों से अगवा किए गए पांच लोगों में से चार फ्रैटर्नल ब्लैक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ होंडुरास (ओएफआरएएनईएच) का हिस्सा थे और अपनी पुश्तैनी ज़मीन की रक्षा के लिए काम कर रहे थे। ओएफआरएएनईएच एक ज़मीनी स्तर का संगठन है जो अपने सामूहिक सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय अधिकारों की रक्षा के लिए होंडुरास में एफ्रो-वंशज और स्थानीय गैरीफुना समुदायों के साथ काम करता है। अपने सदस्यों के लापता होने के बाद से, ओएफआरएएनईएच ने इन युवाओं के ठिकाने का पता लगाने और सच्चाई को स्पष्ट करने के लिए सरकार की अनिइच्छा की निंदा की है जिससे इस अपराध में होंडुरन राज्य के शामिल होने को लेकर इस समुदाय का संदेह भी बढ़ गया है।

ओएफआरएएनईएच ने हाल ही में प्रकाशित एक बयान में राष्ट्रपति जुआन ऑरलैंडो हर्नांडेज़ अल्वाराडो (जेओएचए) की दक्षिणपंथी सरकार को इंटर-अमेरिकन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स के समक्ष इस मामले पर असंगत रिपोर्ट पेश करने के लिए निंदा की। इस संगठन ने नशीली दवाओं की तस्करी से जोड़कर लापता होने को कमज़ोर करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर छेड़े गए राष्ट्रीय सरकार के गलत सूचना के अभियान को खारिज कर दिया और अपने क्षेत्रीय अधिकारों के लिए लड़ने वाले गैरीफुना के जनसंहार को रोकने के लिए इस सरकार पर दबाव बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की मांग की।

Honduras
Garifuna Men
Garifuna
OFRANEH
Tegucigulpa
Triunfo de la Cruz
ICHR

Related Stories

दुनिया भर की: मध्य अमेरिका में एक और कास्त्रो का उदय


बाकी खबरें

  • बी. सिवरामन
    खाद्य मुद्रास्फीति संकट को और बढ़ाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध
    04 Apr 2022
    सिर्फ़ भारत में ही नहीं, खाद्य मुद्रास्फीति अब वैश्विक मुद्दा है। यह बीजिंग रिव्यू के ताजा अंक की कवर स्टोरी है। संयोग से वह कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क टाइम्स की भी एक प्रमुख कहानी बन गई।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: सांप्रदायिकता का विकास क्या विकास नहीं है!
    04 Apr 2022
    वो नेहरू-गांधियों वाला पुराना इंडिया था, जिसमें सांप्रदायिकता को तरक्की का और खासतौर पर आधुनिक उद्योग-धंधों की तरक्की का, दुश्मन माना जाता था। पर अब और नहीं। नये इंडिया में ऐसे अंधविश्वास नहीं चलते।
  • विजय विनीत
    ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों के सामने ही ख़ाक हो गई उनकी मेहनत, उनकी फसलें, प्रशासन से नहीं मिल पाई पर्याप्त मदद
    04 Apr 2022
    "हमारी ज़िंदगी ही खेती है। जब खेती बर्बाद होती है तो हमारी समूची ज़िंदगी तबाह हो जाती है। सिर्फ़ एक ज़िंदगी नहीं, समूचा परिवार तबाह हो जाता है। पक चुकी गेहूं की फसल की मडाई की तैयारी चल रही थी। आग लगी…
  • भाषा
    इमरान खान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने पर सुनवाई करेगा उच्चतम न्यायालय
    04 Apr 2022
    पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने देश के प्रधानमंत्री इमरान खान की सिफारिश पर नेशनल असेंबली (एनए) को भंग कर दिया है। इससे कुछ ही देर पहले नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री के…
  • शिरीष खरे
    कोविड-19 टीकाकरण : एक साल बाद भी भ्रांतियां और भय क्यों?
    04 Apr 2022
    महाराष्ट्र के पिलखाना जैसे गांवों में टीकाकरण के तहत 'हर-घर दस्तक' के बावजूद गिने-चुने लोगों ने ही कोविड का टीका लगवाया। सवाल है कि कोविड रोधी टीकाकरण अभियान के एक साल बाद भी यह स्थिति क्यों?
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License