NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
केरल में बुजुर्ग दंपत्ति का कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ होना उम्मीद की किरण : विशेषज्ञ
कुछ विशेषज्ञ इसे ‘‘दुर्लभतम से भी दुर्लभ मामलों में से एक बता रहे हैं’’, वहीं कुछ अन्य इसका श्रेय केरल की बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली को दे रहे हैं।
भाषा
31 Mar 2020
कोविड-19
Image Courtesy: Hindustan Times

दिल्ली: पूरी दुनिया में बुजुर्गों के लिए हद से ज्यादा जानलेवा साबित हो रहे कोरोना वायरस संक्रमण से केरल के 93 और 88 साल उम्र के बुजुर्ग दंपत्ति का स्वस्थ होना दूसरे मरीजों के लिए बड़ी ही सुखदायी सूचना है। कुछ विशेषज्ञ इसे ‘दुर्लभतम से भी दुर्लभ’ मामला बता रहे हैं।

दरअसल पूरी दुनिया में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की है, ऐसे में दोनों का स्वस्थ होना अच्छी खबर है। मरने वालों में ऐसे लोगों की भी संख्या ज्यादा है जो पहले से किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं।

मध्य ट्रावणकोर क्षेत्र में पथनमथिट्टा नगर निगम क्षेत्र के रानी इलाके के रहने वाले थॉमस और उनकी पत्नी मरियम्मा के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। दोनों की हालत कई दिनों तक गंभीर बनी रही थी और इलाज के बाद दोनों पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो गए हैं।

कुछ विशेषज्ञ इसे ‘‘दुर्लभतम से भी दुर्लभ मामलों में से एक बता रहे हैं’’, वहीं कुछ अन्य इसका श्रेय केरल की बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली को दे रहे हैं।

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर नीरज गुप्ता ने बताया, ‘‘बुजुर्गों, खास तौर से 70 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए यह दुर्लभतम से भी दुर्लभ मामलों में से एक है। यह चमत्कार जैसा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह बीमारी से लड़ रहे चिकित्सा कर्मियों और उससे जूझ रहे बुजुर्गों के लिए आशा की किरण लेकर आया है कि स्वस्थ होना संभव है।’’

सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने वाली टीम में शामिल डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि संभवत: इस दंपत्ति के शरीर की रोगों की लड़ने की क्षमता ऐसी थी कि वह इस वायरस संक्रमण से लड़ सकी और वे स्वस्थ हो सके, ‘‘यह हमारे लिए आशा की किरण लेकर आया है।’’

वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित विकसित देशों चीन, इटली, अमेरिका और स्पेन में 60 से ज्यादा उम्र के लोगों की वायरस संक्रमण से बड़ी संख्या मे मौत हुई है।

भारत में अभी तक 1,250 से ज्यादा लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और कम से कम 32 लोग इस संक्रमण से मरे हें। दुनिया भर में इस वायरस से सात लाख से ज्यादा लो संक्रमित हुए हैं और 35 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।

एक अधिकारी का कहना है कि केरल के दंपत्ति के स्वस्थ होने की सूचना से इस वायरस से लड़ रहे मरीजों और डॉक्टरों दोनों का मनोबल बढ़ा है।

दंपत्ति का बेटा, पत्नी और बेटे के साथ इटली गया था और लौटने पर महीने की शुरूआत में उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी।

केरल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि दंपत्ति बेटे के संपर्क में आकर संक्रमित हुए, उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उन्हें कोट्टायम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उन्होंने बताया कि थॉमस और मरियम्मा दोनों ही बढ़ती उम्र की अन्य समस्याओं से भी जूझ रहे थे और इलाज के पहले चरण में उनकी हालत गंभीर थी, लेकिन अब दोनों ही संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार को जारी एक परामर्श में कहा था कि यह वायरस बुजुर्गों के लिए ज्यादा परेशानी खड़ी करने वाला है, जिसके कारण उनमें मृत्यु दर भी ज्यादा है। उसमें बुजुर्गों के बीच संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ‘‘क्या करें, क्या ना करें’’ की सूची भी दी गयी थी।

सर गंगा राम अस्पताल में फेंफड़ों के सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि जहां तक कोरोना वायरस से संक्रमण की बात है, बुजुर्गों में मौत का खतरा बहुत ज्यादा है लेकिन ‘‘मैं इसे दुर्लभतम से दुर्लभ मामला नहीं कहूंगा।’’

उन्होंने पीटीआई..भाषा से कहा, ‘‘इसका श्रेय केरल की बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा प्रणाली को दिया जाना चाहिए। स्वस्थ होने का दर बढ़ जाता है, अगर स्वास्थ्य सुविधा प्रणाली बेहतर है और उसपर बोझ नहीं है।’’

उन्होंने बताया, ‘‘इटली में भी 80 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों में मृत्यु दर करीब 14 प्रतिशत है। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधा प्रणाली कैसी है और उसपर कितना बोझ है, इससे बहुत फर्क पड़ता है।’’

एम्स में बुजुर्गों की बीमारी से जुड़े विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर, डब्ल्यूएचओ, एसईएआरओ में कंस्लटेंट डॉक्टर प्रसून चटर्जी का कहना है कि सभी बुजुर्ग लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम नहीं होती है और कोविड-19 की गंभीरता व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है।

COVID-19
Coronavirus
Corona Crisis
Corona virus epidemic

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License