NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
उम्मीद है कि सीएए, एनआरसी पर भारत हमारी चिंताओं को समझेगा : बांग्लादेश 
भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ हुई मुलाकात में बांग्लादेशी विदेश मंत्री मोमेन ने इस पर भी चिंता जाहिर की कि हालिया घटनाएं भारत को कमजोर कर सकती हैं। 
भाषा
03 Mar 2020
बांग्लादेशी विदेश मंत्री मोमेन

ढाका : बांग्लादेशी विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन ने सोमवार को कहा कि हमें आशा है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर भारत में घटी हालिया घटनाओं पर वहां का नेतृत्व बांग्लादेश की चिंताओं को समझेगा। 

भारत की संसद द्वारा सीएए पारित करने के बाद उपजे हालात के बाद मोमेन और गृहमंत्री असदुज्जमान खान ने दिसंबर में अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी। 

असम में एनआरसी की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद बांग्लादेशी नेतृत्व नाराज बताया जा रहा था, हालांकि भारत ने कई बार इस विषय को अपना आतंरिक मामला बताया था। 

भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ हुई मुलाकात में मोमेन ने कहा कि ढाका को उम्मीद है कि सीएए और एनआरसी को लेकर भारत में घटी हालिया घटनाओं पर नयी दिल्ली का नेतृत्व बांग्लादेश की चिंताओं को समझेगा। 

मोमेन ने इस पर भी चिंता जाहिर की कि हालिया घटनाएं भारत को कमजोर कर सकती हैं। 

श्रृंगला ने कहा कि सीएए पर भारत में उथल पुथल की ताजा घटनाएं अस्थायी हैं और उन्हें जल्दी ही सुलझा लिया जाएगा। 

उन्होंने भारत का आश्वासन दोहराया कि एनआरसी और सीएए का बांग्लादेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

उन्होंने कहा, “यह (एनआरसी) पूरी तरह से भारत की आंतरिक प्रक्रिया है। हम आपको इस विषय पर आश्वस्त करते हैं।” 

बांग्लादेश इस बात को लेकर चिंतित है कि संशोधित नागरिकता कानून के तहत भारत बहुत सारे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस बांग्लादेश भेज सकता है। 

इस बीच बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया कि श्रृंगला ने मोमेन से कहा कि उन्हें ‘मुजीब वर्ष’ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बांग्लादेश यात्रा का इंतजार है। 

प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका जा सकते हैं। बांग्लादेश सरकार

इस वर्ष मार्च के मध्य से लेकर मार्च 2021 तक ‘मुजीब वर्ष’ मनाएगी। मोदी 17 मार्च को ढाका का दौरा कर सकते हैं। 

इससे पहले दिन की शुरुआत में श्रृंगला ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष से मुलाकात की और इस दौरान दोनों अधिकारियों ने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बांग्लादेश यात्रा की योजना पर चर्चा की। 

Bangladesh
AK Abdul Momen
CAA
NRC

Related Stories

शाहीन बाग़ : देखने हम भी गए थे प तमाशा न हुआ!

शाहीन बाग़ ग्राउंड रिपोर्ट : जनता के पुरज़ोर विरोध के आगे झुकी एमसीडी, नहीं कर पाई 'बुलडोज़र हमला'

चुनावी वादे पूरे नहीं करने की नाकामी को छिपाने के लिए शाह सीएए का मुद्दा उठा रहे हैं: माकपा

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा

लाल क़िले पर गुरु परब मनाने की मोदी नीति के पीछे की राजनीति क्या है? 

शाहीन बाग़ की पुकार : तेरी नफ़रत, मेरा प्यार

दबाये जाने की तमाम कोशिशों के बावजूद भारत का बहुलतावादी लोकतंत्र बचा रहेगा: ज़ोया हसन

उत्तरप्रदेश में चुनाव पूरब की ओर बढ़ने के साथ भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं 

योगी की पुलिस कैसे कर रही चुनाव में ग़रीबों से वसूली: एक पड़ताल

सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध जारी 274 भरपाई नोटिस वापस लिए गए: उप्र सरकार


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License