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गाज़ा में नाकाबंदी समाप्त करने की मांग कर रहे सैकड़ों फ़िलीस्तीनी इज़रायली हमलों में घायल
शनिवार को इसी तरह के विरोध प्रदर्शन पर इज़रायल के हमले के बाद बुधवार को प्रदर्शन किया गया था जिसमें एक फ़िलिस्तीनी की मौत हो गई थी और एक 13 साल के बच्चे सहित कई अन्य घायल हो गए थे।
पीपल्स डिस्पैच
26 Aug 2021
गाज़ा में नाकाबंदी समाप्त करने की मांग कर रहे सैकड़ों फ़िलीस्तीनी इज़रायली हमलों में घायल

इजरायली सेना ने बुधवार 25 अगस्त को गाजा के कब्जे वाले फिलीस्तीनी क्षेत्र के साथ अपनी सीमाओं पर विरोध कर रहे सैकड़ों फिलिस्तीनियों को तितर-बितर करने के लिए भारी बल का इस्तेमाल किया। दक्षिणी गाजा में फिलिस्तीनी इजरायल की नाकाबंदी को समाप्त करने की मांग करते हुए खास यूनिस के पास इजरायल की सीमाओं के पास इकट्ठा हुए थे।

इज़रायल ने 2006 से गाजा पर सख्त भूमि, समुद्र और हवाई नाकाबंदी लगाई है जिससे दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक इस क्षेत्र के दो मिलियन से अधिक निवासियों को रोजमर्रा की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन परेशानियों ने संयुक्त राष्ट्र को इसे "दुनिया की सबसे बड़ी खुली हवा वाला जेल" कहने को मजबूर कर दिया।

इजरायली सेना ने स्वीकार किया कि उसने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और गोलियां चलाई। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, प्रदर्शनकारियों पर इजरायल के हमलों में कम से कम 14 फिलिस्तीनी घायल हो गए। इन चौदह घायलों में से पांच लोग गोलियों से घायल हुए हैं।

शनिवार को इसी तरह के विरोध प्रदर्शनों पर इजरायल के हमले के बाद बुधवार को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। शनिवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान इजरायली बलों ने दमनात्मक कार्रवाई करते हुए कम से कम 40 फिलिस्तीनियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसमें एक 13 साल का लड़का भी शामिल था। इस लड़के के सिर में गोली लगी थी और वह अभी भी गंभीर है। ओसामा दूजी नाम के एक और 32 वर्षीय प्रदर्शनकारी जिसे हमास ने अपना सदस्य होने का दावा किया था उसकी बुधवार को एक अस्पताल में मौत हो गई।

इस नाकाबंदी ने बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी के साथ साथ गाजा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया। पिछले साल यूएनसीएटीडी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस नाकाबंदी में गाजा को 16.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ जो कि इसकी कुल अर्थव्यवस्था का कम से कम छह गुना है। इसमें कहा गया है कि गाजा में बेरोजगारी दर लगभग 50% है और इसकी आधी से अधिक आबादी जो गरीबी में जीने को मजबूर हैं वे जीवित रहने के लिए सहायता पर निर्भर हैं।

इस क्षेत्र के अंदर बार-बार इजरायल के हवाई हमलों ने नागरिक बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिससे बड़ी संख्या में गाज़ावासी अस्थायी आश्रयों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। बिजली और पानी की आपूर्ति और स्वच्छता जैसी सार्वजनिक सुविधाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और कुछ क्षेत्रों में कई दिनों से बिजली नहीं है।

मई में गाजा के अंदर हालिया 11 दिनों के इजरायली हमले में करीब 250 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और लगभग 2,000 लोग घायल हो गए और हजारों लोग इजरायली हमलावरों द्वारा नागरिक आवासीय क्षेत्रों को जानबूझकर निशाना बनाने के कारण बेघर हो गए। इज़रायल का दावा है कि उन क्षेत्रों का उपयोग हमास द्वारा इज़रायल के खिलाफ आक्रामक अभियानों के लिए किया जाता है, जिसे हमास ने इनकार किया है और नागरिक बुनियादी ढांचे पर इजरायली बमबारी को "सामूहिक दंड" की कार्रवाई करार दिया है।

Gaza
Israel
Palestine

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