NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
फिलिस्तीन
फ़िलिस्तीनी भूमि पर इज़रायल का अवैध क़ब्ज़ा और तोड़ फोड़ जारी
इज़रायली सैनिकों ने क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में हेब्रोन और नब्लुस में कई तोड़ फोड़ अभियान चलाया वहीं इज़रायली अधिकारियों ने बेथलहम में अन्य अवैध बस्ती के निर्माण की घोषणा की।
पीपल्स डिस्पैच
15 Mar 2021
फ़िलिस्तीनी भूमि पर इज़रायल का अवैध क़ब्ज़ा और तोड़ फोड़ जारी

इजरायल के अधिकारियों ने रविवार 14 मार्च को कब्जे वाले वेस्ट बैंक में दर्जनों डूनम (जमीन का माप) फिलिस्तीनी भूमि को जब्त करने की स्वीकृति दी है जिससे और भी अधिक अवैध इजरायली बस्ती के निर्माण और फिलीस्तीनी स्वामित्व वाली भूमि पर विस्तार के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया। ये रिपोर्ट डब्ल्यूएएफए ने प्रकाशित किया है।

वॉल एंड सेटलमेंट रेसिस्टेंस कमीशन के बेथलहम कार्यालय के निदेशक हसन ब्रीजेह के अनुसार बेथलहम के ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत के पास भूमि के बड़े हिस्से जो निजी तौर पर फिलिस्तीनियों के स्वामित्व में हैं वे निकट भविष्य में जब्ती और नए अवैध बस्ती के निर्माण के लिए इजरायली अधिकारियों के निशाने पर हैं।

उक्त भूमि जो कब्जे वाले दक्षिणी येरुशेलम के अवैध इजरायली बस्ती बीटर इलिट ए के नजदीक में स्थित है। इसे न केवल भविष्य के यहूदी बस्ती के लिए अतिरिक्त रिहाईशी यूनिट के निर्माण के लिए कथित तौर पर जब्त किया गया है बल्कि इजरायली बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए अन्य सुविधाओं सहित विशेष इस्तेमाल के लिए इससे अलग करने के लिए किया गया है।

फिलहाल इजरायली सैनिकों ने फिलिस्तीनियों के स्वामित्व वाली ज़मीनों के विशाल भाग को नष्ट करते हुए कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों (ओपीटी) के अन्य हिस्सों में अवैध रूप से तोड़ फोड़ करने का अभियान चलाया और भविष्य के बस्ती संबंधित निर्माण के लिए स्थानांतरित कर दिया। सैनिकों ने कथित तौर पर हेब्रोन के दक्षिण में स्थित अल-थहेरिया शहर के पूर्व में खिरबत ज़नौटा गांव में फिलिस्तीनियों के स्वामित्व वाले ढ़ांचो को ध्वस्त कर दिया। इसी तरह के ऑपरेशन अवैध इजरायली बस्ती रहालिम के विस्तार के उद्देश्य से उत्तर पश्चिमी शहर नब्लुस के दक्षिण यित्मा और कबालान शहरों में भी एक दिन पहले किए गए थे।

कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इजरायली बस्ती अंतर्राष्ट्रीय कानून अर्थात चौथे जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन है और इसे अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों के तहत एक युद्ध अपराध भी माना जाता है जो कब्जे वाली सरकार को उक्त भूमि पर अपने लोगों को स्थानांतरित करने और बसाने से रोकता है। इज़रायल दशकों से ऐसी अवैध बस्तियों के मनमाने, बेरोकटोक निर्माण में लगा हुआ है। विशेष रूप से 1990 के दशक की शुरुआत में संदिग्ध ओस्लो समझौते के बाद तेजी से हाल के वर्षों में इनका विस्तार किया गया है। विभिन्न अनुमानों के अनुसार कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में अवैध इज़रायली निवासियों की संख्या 700,000-800,000 के बीच है।

Palestine
Israel
Israel Occupied Palestine

Related Stories

फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

फ़िलिस्तीन पर इज़राइली हिंसा और यूक्रेन-रूस में ख़ूनी जंग कब तक

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है


बाकी खबरें

  • समीना खान
    ज़ैन अब्बास की मौत के साथ थम गया सवालों का एक सिलसिला भी
    16 May 2022
    14 मई 2022 डाक्टर ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रीशन की पढ़ाई कर रहे डॉक्टर ज़ैन अब्बास ने ख़ुदकुशी कर ली। अपनी मौत से पहले ज़ैन कमरे की दीवार पर बस इतना लिख जाते हैं- ''आज की रात राक़िम की आख़िरी रात है। " (राक़िम-…
  • लाल बहादुर सिंह
    शिक्षा को बचाने की लड़ाई हमारी युवापीढ़ी और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई का ज़रूरी मोर्चा
    16 May 2022
    इस दिशा में 27 मई को सभी वाम-लोकतांत्रिक छात्र-युवा-शिक्षक संगठनों के संयुक्त मंच AIFRTE की ओर से दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित कन्वेंशन स्वागत योग्य पहल है।
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: किसानों की दुर्दशा बताने को क्या अब भी फ़िल्म की ज़रूरत है!
    16 May 2022
    फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी का कहना है कि ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि किसान का बेटा भी एक फिल्म बना सके।
  • वर्षा सिंह
    उत्तराखंड: क्षमता से अधिक पर्यटक, हिमालयी पारिस्थितकीय के लिए ख़तरा!
    16 May 2022
    “किसी स्थान की वहनीय क्षमता (carrying capacity) को समझना अनिवार्य है। चाहे चार धाम हो या मसूरी-नैनीताल जैसे पर्यटन स्थल। हमें इन जगहों की वहनीय क्षमता के लिहाज से ही पर्यटन करना चाहिए”।
  • बादल सरोज
    कॉर्पोरेटी मुनाफ़े के यज्ञ कुंड में आहुति देते 'मनु' के हाथों स्वाहा होते आदिवासी
    16 May 2022
    2 और 3 मई की दरमियानी रात मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले के गाँव सिमरिया में जो हुआ वह भयानक था। बाहर से गाड़ियों में लदकर पहुंचे बजरंग दल और राम सेना के गुंडा गिरोह ने पहले घर में सोते हुए आदिवासी धनसा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License