NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
आयरलैंड में लेफ्ट पार्टी ने स्थापित दलों के प्रभाव को समाप्त कर दिया
सिन फ़ेन ने लड़े गए 42 सीटों में से 37 सीटें हासिल करके 24.53% मतों के साथ प्रचंड जीत दर्ज की, जबकि दो स्थापित पार्टियों फाइन गेल और फियाना फेल ने क्रमशः 20.86% और 22.18% वोट प्राप्त किए।
पीपल्स डिस्पैच
11 Feb 2020
Ireland
मतदान 8 फरवरी यानी शनिवार को हुआ जिसमें 62.9% मतदान हुए। (फोटो: फ्लिकर)

एक ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए लेफ्ट विंग सिन फेन आयरिश संसद डेल में दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरा। डेल आयरिश संसद का निचला सदन है जिसमें देश में लंबे समय से दो पार्टी का शासन कायम है।

160 सीट वाले डेल के सदस्यों को चुनने के लिए आयरलैंड में ये आम चुनाव देश भर के 39 बहु-सीटों वाले निर्वाचन क्षेत्रों में 8 फरवरी को हुआ था। इस चुनाव में 62.9% मतदान हुआ।

चूंकि 10 फरवरी को परिणाम घोषित कर दिया गया था ऐसे में सीन फेन को 24.53% मत प्राप्त हुए। इसने 42 सीटों में से 37 सीटें हासिल करके एक शानदार जीत दर्ज की। 2016 में हुए पिछले चुनाव में, इस लेफ्ट विंग पार्टी को 22 सीटें मिली थीं। पिछली डेल की 47 सीटों की तुलना में फाइन गेल केवल 20.86% मतों के साथ 35 सीटें हासिल करने में कामयाब हुई थी। सेंटर-राइट फियाना फेल को 38 सीटें और 22.18% वोट मिले जो 2016 के चुनावों की तुलना में इसके प्रदर्शन 7 सीट कम है।

सिन फ़ेन की जीत का श्रेय इसके जन-समर्थक घोषणापत्र 'मेनिफेस्टो फॉर चेंज' को दिया गया है, जिसने धन असमानता से निपटने के लिए कदम उठाने और सभी के लिए किफायती आवास, स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदान करने का वादा किया है। प्रमुख स्थापित दलों लियो वरादकर के नेतृत्व वाली फाइन गेल सरकार या मिशेल मार्टिन की अगुवाई वाली फियाना फेल सरकार के खिलाफ व्यापक गुस्सा था क्योंकि ये बढ़ती असमानता, श्रम अधिकारों पर हमले और घृणा से संबंधित अपराधों से निपटने में विफल रहीं। फाइन गेल और फियाना फेल द्वारा लागू की गई कठोर नीतियों ने लोगों की नाराजगी को और बढ़ा दिया था।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Ireland
left parties
Sinn Fein
Parliament of Ireland

Related Stories

वाम दलों का महंगाई और बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ कल से 31 मई तक देशव्यापी आंदोलन का आह्वान

दिल्ली: ''बुलडोज़र राजनीति'' के ख़िलाफ़ सड़क पर उतरे वाम दल और नागरिक समाज

कोलकाता : वामपंथी दलों ने जहांगीरपुरी में बुलडोज़र चलने और बढ़ती सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ निकाला मार्च

जहांगीरपुरी हिंसा: वाम दलों ने जारी की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट

जहांगीरपुरी हिंसा: वाम दलों ने जारी की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट, पुलिस की भूमिका पर सवाल

बिहार पंचायत चुनाव : सत्ता विरोधी प्रत्याशियों पर चल रहा पुलिस प्रशासन का डंडा!

आंदोलन की ताकतें व वाम-लोकतांत्रिक शक्तियां ही भाजपा-विरोधी मोर्चेबन्दी को विश्वसनीय विकल्प बना सकती है, जाति-गठजोड़ नहीं

फ़ासीवाद से कैसे नहीं लड़ना चाहिए?

बिहार में भी दिखा रेल रोको आंदोलन का असर, वाम दलों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया

वाम दलों ने की लखीमपुर घटना की कड़ी निंदा, सीपीआई-एम के राज्य सम्मेलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि


बाकी खबरें

  • भाषा
    महाराष्ट्र : एएसआई ने औरंगज़ेब के मक़बरे को पांच दिन के लिए बंद किया
    19 May 2022
    महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रवक्ता गजानन काले ने मंगलवार को कहा था कि औरंगजेब के मकबरे की कोई जरूरत नहीं है और उसे ज़मींदोज़ कर दिया जाना चाहिए, ताकि लोग वहां न जाएं। इसके बाद, औरंगाबाद के…
  • मो. इमरान खान
    बिहार पीयूसीएल: ‘मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराने के लिए हिंदुत्व की ताकतें ज़िम्मेदार’
    19 May 2022
    रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुत्ववादी भीड़ की हरकतों से पता चलता है कि उन्होंने मुसलमानों को निस्सहाय महसूस कराने, उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने और उन्हें हिंसक होकर बदला लेने के लिए उकसाने की…
  • वी. श्रीधर
    भारत का गेहूं संकट
    19 May 2022
    गेहूं निर्यात पर मोदी सरकार के ढुलमुल रवैये से सरकार के भीतर संवादहीनता का पता चलता है। किसानों के लिए बेहतर मूल्य सुनिश्चित करने की ज़िद के कारण गेहूं की सार्वजनिक ख़रीद विफल हो गई है।
  • एम. के. भद्रकुमार
    खाड़ी में पुरानी रणनीतियों की ओर लौट रहा बाइडन प्रशासन
    19 May 2022
    संयुक्त अरब अमीरात में प्रोटोकॉल की ज़रूरत से परे जाकर हैरिस के प्रतिनिधिमंडल में ऑस्टिन और बर्न्स की मौजूदगी पर मास्को की नज़र होगी। ये लोग रूस को "नापसंद" किये जाने और विश्व मंच पर इसे कमज़ोर किये…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में आज फिर कोरोना के मामलों में क़रीब 30 फ़ीसदी की बढ़ोतरी 
    19 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 2,364 नए मामले सामने आए हैं, और कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 29 हज़ार 563 हो गयी है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License