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राजनीति
कर्नाटक में इतिहासकार गुहा सहित तमाम प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए
लेखिका अरुंधति रॉय ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को देश भर में हो रहे प्रदर्शनों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए कहा कि यह ऐसा दिन है जब ‘प्यार और एकजुटता का सामना कट्टरता और फासीवाद’ से हो रहा है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
19 Dec 2019
Guha were detained

बेंगलुरु: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे इतिहासकार रामचन्द्र गुहा समेत बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में लिया। राज्य के हुबली, कलबुर्गी, हासन, मैसूरु और बेल्लारी सहित राज्य के तमाम हिस्सों में प्रदर्शन हुए। पुलिस ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में इन लोगों को गिरफ्तार किया।

यहां टाउन हॉल में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर प्रख्यात इतिहासकार रामचन्द्र गुहा सहित अन्य लोगों को पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया। अपनी हिरासत पर गुहा ने कहा कि यह ‘बिल्कुल अलोकतांत्रिक है’ कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से भी प्रदर्शन नहीं करने दे रही है, जबकि यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है।

पुलिसकर्मी गुहा को अपने साथ पास में ही खड़े वाहन तक ले कर गए। बायोकॉन की चेयरपर्सन एवं प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ ने पुलिस की कार्रवाई पर आश्चर्य जताया है।

उन्होंने ट्वीट किया है, ‘यह बेहद आश्चर्यजनक है और दिखाता है कि उन्हें मतभेद प्रकट करने की मौलिक आजादी की कोई समझ नहीं है... शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ ऐसा गलत व्यवहार नहीं करना चाहिए।’

राज्य के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने शांति बनाए रखने की गुरुवार को अपील की और नए कानून को लेकर मुसलमानों के डर दूर करने की कोशिश की।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार भाजपा शासित राज्य में सीएए और एनआरसी को ‘‘100 प्रतिशत’’ लागू करेगी। येदियुरप्पा ने कहा, ‘मैं अल्पसंख्यक मुसलमान भाइयों से अनुरोध करता हूं कि इस कानून का आपके ऊपर कोई कुप्रभाव नहीं होगा, आपके हितों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। कृपया सहयोग करें, शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखें।’

यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हमने कानून के पक्ष या विपक्ष में कोई प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी है, धारा 144 लागू है। किसी को इस संबंध में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करना चाहिए और सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए... पुलिस मामलों की निगरानी कर रही है।’

येदियुरप्पा ने सुबह पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।प्रशासन ने बुधवार से ही बेंगलुरु सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में धारा 144 लगाई है। यह 21 दिसंबर तक के लिए प्रभावी है।

वहीं, चेन्नई में अभिनेता एवं मक्कल नीधि मैयम प्रमुख कमल हासन ने गुहा और स्वराज अभियान के प्रमुख योगेन्द्र यादव को हिरासत में लिए जाने की कटु आलोचना की। हासन ने ट्वीट किया है कि वह गुहा और यादव को गिरफ्तार करके सत्याग्रह की आग को भड़काने के लिए सरकार की मुर्खता पर तालियां पीट-पीटकर हंस रहे हैं।

उन्होंने लिखा है, ‘लेकिन मैं उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। भारत आपके साथ है।’ गुहा को हिरासत में लिए जाने पर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार देश के प्रतिष्ठित इतिहासकार से डर गई है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘यह सरकार छात्रों से डरी हुई है। यह सरकार कैब और एनआरसी के मुद्दे पर मीडिया से बातचीत करने और गांधीजी का पोस्टर पकड़ने पर देश के प्रतिष्ठित इतिहासकारों में से एक से डरी हुई है। मैं राम (चन्द्र) गुहा को हिरासत में लेने की आलोचना करती हूं। मैं हिरासत में लिए गए सभी लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करती हूं।’

प्यार, एकजुटता का सामना कट्टरता और फासीवाद से: अरुंधति

लेखिका अरुंधति रॉय ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बृहस्पतिवार को देश भर में हो रहे प्रदर्शनों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए कहा कि यह ऐसा दिन है जब ‘प्यार और एकजुटता का सामना कट्टरता और फासीवाद’ से हो रहा है। एक बयान में उन्होंने कहा कि इन प्रदर्शनों ने सरकार को ‘बेनकाब’ कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘हम अब भी आगे बढ़ रहे हैं। भारत खड़ा है। यह सरकार बदनाम हो चुकी है और उसकी मंशा उजागर हो गई है। यह ऐसा दिन है जब प्यार और एकजुटता का सामना कट्टरता और फासीवाद से हो रहा है। हर व्यक्ति असंवैधानिक सीएबी और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा ले रहा है।’

उन्होंने कहा, ‘हमलोग दलित, मुस्लिम, हिंदू, ईसाई, सिख, आदिवासी, मार्क्सवादी, आंबेडकरवादी, किसान, मजदूर, शिक्षक, लेखक, कवि, चित्रकार और इस देश का भविष्य माने जाने वाले अधिकतर छात्र हैं। इस बार आप हमें नहीं रोक पाएंगे।’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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