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वेनेज़ुएला में ईरान के तेल टैंकरों का गर्मज़ोशी से स्वागत
अमेरिका की धमकी के बावजूद ईरान द्वारा भेजे गए पांच में से दो सुपरटैंकर लाखों बैरल पेट्रोल लेकर वेनेज़ुएला के तट पर पहुंचे।
पीपल्स डिस्पैच
26 May 2020
वेनेज़ुएला

ईरान द्वारा भूमध्यसागर से भेजे गए पांच में से दो सुपरटैंकर फॉर्च्यून और फॉरेस्ट 24 और 25 मई को वेनेजुएला के तट पर पहुंच गए और वेनेजुएला के नौसैनिक बेड़े ने अपनी सुरक्षा में ले लिया। वेनेजुएला के प्यूर्टो कैबेलो शहर के पास एल पालिटो की रिफाइनरी में ये टैंकर खड़े हो गए और वेनेजुएला के लोगों ने इसके आने पर जश्न मनाया।

पहले टैंकर के आगमन की ख़बर वेनेजुएला के ऊर्जा मंत्री तारेक एल आइसेमी ने वेनेजुएला के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक ज़ोन से एल पालिटो तक नौसैनिक एस्कॉर्ट की तस्वीरों के साथ ट्वीट की थी जिसमें कहा गया था, "हम आगे बढ़ते रहे और जीतते रहे।"

इस सप्ताह के अंत में तेल के अन्य तीन सुपरटैंकर पेटूनिया, फैक्सॉन और क्लेव को वेनेजुएला के तट तक पहुंचने की उम्मीद है। ये सुपरटैंकर कुल मिलाकर 11 मिलियन बैरल पेट्रोल वेनेजुएला के लिए ले जा रहे हैं जहां पिछले साल अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण तेल की भारी कमी देखी गई है।

डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने आक्रामकता दिखाए बिना इन दोनों देशों के बीच तेल आपूर्ति को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पिछले हफ्ते अटकलें थीं कि अमेरिका ईरान द्वारा भेजी जाने वाली इस आपूर्ति को अवरुद्ध करने के लिए कैरिबियन में अपनी सेना का इस्तेमाल करेगा। एक अज्ञात अमेरिकी अधिकारी द्वारा रिपोर्टर को इस तरह के फैसले के बारे में बताए जाने के बाद ये सामने आया था।

ईरान से आ रहे तेल टैंकर को अपनी सुरक्षा में लेने के लिए वेनेजुएला सरकार को नौसैनिक जहाजों और युद्धक विमानों के एक बेड़े को तैनात करना पड़ा। ईरान और वेनेजुएला दोनों देशों ने भी इन टैंकरों को लेकर अमेरिका के आक्रामक और धमकी भरे रुख को संयुक्त राष्ट्र में शिकायतें दर्ज कराईं।

कच्चे तेल के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक होने के बावजूद वेनेजुएला अपनी शोधन क्षमता गंवा देता है क्योंकि अमेरिका और अन्य देशों में स्थित अधिकांश रिफाइनरियों को प्रतिबंधों के कारण ज़ब्त या सील कर दिया गया। शुक्रवार को एक अमेरिकी संघीय अदालत ने अमेरिका में स्थित वेनेजुएला की एक रिफाइनरी सीआईटीजीओ के अधीन इन रिफाइनरियों की बिक्री को स्वीकृति दे दी। "आधुनिक चोरी" के एक कृत्य के रूप में इसकी निंदा वेनेजुएला सरकार द्वारा की गई है।

फॉर्च्यून के एल पालिटो के पहुंचने के बाद वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ईरानी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इस दुनिया में वेनेजुएला के मित्र भी हैं और उस में बहादुर मित्र हैं।"

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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America
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