NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इज़रायलः प्रधानमंत्री नेतन्याहू के नेतृत्व में नई गठबंधन सरकार का गठन
नई सरकार तीन वर्षों तक सत्ता में बनी रहेगी। इज़रायल के इतिहास में सबसे अधिक मंत्रियों वाली ये सरकार है। नए प्रयोग के तौर पर बेनी गेंट्ज़ इज़रायल के "वैकल्पिक और भविष्य के प्रधानमंत्री" होंगे।
पीपल्स डिस्पैच
18 May 2020
प्रधानमंत्री नेतन्याहू

इज़रायल में नई गठबंधन सरकार ने कल यानी 17 मई को शपथ ले ली। इस सरकार में बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली जबकि "वैकल्पिक प्रधानमंत्री और भावी प्रधानमंत्री" बेनी गैंट्ज़ ने रक्षा मंत्री के रूप में शपथ ली।

इस गठबंधन को संसद (केसेट) से 73 वोटों के साथ मंज़ूरी मिल गई है जबकि इसके ख़िलाफ़ 46 वोट डाले गए। मौजूदा सरकार का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा।

बेंजामिन नेतन्याहू पहले 18 महीनों तक इज़रायल की इस 35 वीं सरकार का नेतृत्व करेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में यह उनका पांचवां कार्यकाल होगा। नेतन्याहू द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, 18 महीने के बाद बेनी गेंट्ज़ 17 नवंबर 2021 को पदभार संभालेंगे। इस सरकार में 33 अन्य मंत्री हैं।

इस गठबंधन सरकार ने लगातार तीन संसदीय चुनावों के साथ 500 दिनों से अधिक समय से जारी राजनीतिक संकट को समाप्त कर दिया। पिछले साल मार्च में हुए पहले चुनाव के बाद से सभी चुनावों में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिली जिससे लगातार त्रिशंकु संसद बनने की स्थिति बनती रही। वर्तमान गठबंधन में लिकुड से 35 केसेट सदस्य (सांसद), ब्लू एंड व्हाइट से 16 सांसद, शास से नौ सांसद, यूनाइटेड तोराह ज्यूडिज़्म से सात सांसद, लेबर और डेरेच एरेट्ज़ से दो-दो सांसद और जेविश होम और गेशर पार्टी से एक-एक सांसद हैं।

नेतन्याहू द्वारा की गई घोषणाओं के अनुसार, नई सरकार का मुख्य लक्ष्य COVId-19 के प्रकोप से बनी आर्थिक समस्याओं से निपटना होगा। इससे 16,600 से अधिक लोग संक्रमित हो गए जबकि 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।

हालांकि, इस सरकार का सबसे विवादास्पद एजेंडा वेस्ट बैंक में अवैध यहूदी बस्तियों के मिलाने की प्रस्तावित योजना है। हालांकि अमेरिका ने पिछले सप्ताह इस फ़ैसले पर अपना समर्थन व्यक्त किया है, लेकिन विश्व समुदाय के अधिकांश देशों ने इस फ़ैसले की निंदा करने की उम्मीद की है। इससे क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों में रहने वाले फिलिस्तीनियों का भारी विरोध भी होगा।

बेंजामिन नेतन्याहू कई भ्रष्टाचार के मामलों में संभावित आरोप का सामना कर रहे हैं और अपनी यहूदी विरासत के लिए क़दम उठाने की जल्दबाजी में हो सकते हैं। उन्होंने अपने कैबिनेट सहयोगियों से कहा कि "मैं इसे [वेस्ट बैंक का क़ब्ज़ा] जल्दी से कैबिनेट में लाने का अपना इरादा नहीं छुपाता"।

टाइम्स ऑफ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, संसद में बोलते हुए इज़रायल के नए विपक्षी नेता यैर लैपिड ने कहा कि "देश के इतिहास में सबसे बड़ी और सबसे बेकार सरकार की तुलना में इज़रायल कहीं बेहतर के योग्य है"।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Israel
Benjamin Netanyahu
Benny Gantz
Knesset
International news

Related Stories

दुनिया भर की: कोलंबिया में पहली बार वामपंथी राष्ट्रपति बनने की संभावना

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका में महिलाओं के हक़ पर हमला, गर्भपात अधिकार छीनने की तैयारी, उधर Energy War में घिरी दुनिया

रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

दुनिया भर की: सोमालिया पर मानवीय संवेदनाओं की अकाल मौत

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई


बाकी खबरें

  • SFI PROTEST
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    SFI ने किया चक्का जाम, अब होगी "सड़क पर कक्षा": एसएफआई
    09 Feb 2022
    दिल्ली विश्वविद्यालय को फिर से खोलने के लिए SFI ने प्रदर्शन किया, इस दौरान छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं का विरोध किया। साथ ही सड़क पर कक्षा लगाकर प्रशासन को चुनौत दी।
  • PTI
    समीना खान
    चुनावी घोषणापत्र: न जनता गंभीरता से लेती है, न राजनीतिक पार्टियां
    09 Feb 2022
    घोषणापत्र सत्ताधारी पार्टी का प्रश्नपत्र होता है और सत्ताकाल उसका परीक्षाकाल। इस दस्तावेज़ के ज़रिए पार्टी अपनी ओर से जनता को दी जाने वाली सुविधाओं का जिक्र करती है और जनता उनके आधार पर चुनाव करती है।…
  • हर्षवर्धन
    जन्मदिन विशेष : क्रांतिकारी शिव वर्मा की कहानी
    09 Feb 2022
    शिव वर्मा के माध्यम से ही आज हम भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुखदेव, राजगुरु, भगवती चरण वोहरा, जतिन दास और महाबीर सिंह आदि की कमानियों से परिचित हुए हैं। यह लेख उस लेखक की एक छोटी सी कहानी है जिसके बारे…
  • budget
    संतोष वर्मा, अनिशा अनुस्तूपा
    ग्रामीण विकास का बजट क्या उम्मीदों पर खरा उतरेगा?
    09 Feb 2022
    कोविड-19 महामारी से पैदा हुए ग्रामीण संकट को कम करने के लिए ख़र्च में वृद्धि होनी चाहिए थी, लेकिन महामारी के बाद के बजट में प्रचलित प्रवृत्ति इस अपेक्षा के मामले में खरा नहीं उतरती है
  • Election
    एम.ओबैद
    यूपी चुनावः प्रचार और भाषणों में स्थानीय मुद्दों को नहीं मिल रही जगह, भाजपा वोटर भी नाराज़
    09 Feb 2022
    ऐसे बहुत से स्थानीय मुद्दे हैं जिनको लेकर लोग नाराज हैं इनमें चाहे रोजगार की कमी का मामला हो, उद्योग की अनदेखी करने का या सड़क, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा, शिक्षा का मामला हो। इन मुद्दों पर चर्चा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License