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ट्रंप समझौते के विरोध के दौरान इज़रायल ने फ़िलिस्तीनी युवक की हत्या की
28 जनवरी से फ़िलिस्तीन की जनता इस समझौते का विरोध कर रही है जो दो राज्य समाधान सुनिश्चित करने में नाकाम है।
पीपल्स डिस्पैच
06 Feb 2020
इज़रायल ने फ़िलिस्तीनी युवक की हत्या की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा हाल ही में "मध्य पूर्व शांति योजना" के विरोध के दौरान औक्यूपाइड वेस्ट बैंक के हेब्रोन में 5 फ़रवरी को इज़रायली बलों ने एक फ़िलिस्तीनी युवक, मोहम्मद अल-हदद की हत्या कर दी।

रिपोर्टों के मुताबिक़ फ़िलिस्तीनियों का एक छोटा सा समूह एक अवैध इज़रायली इलाक़े में समझौते का विरोध कर रहा था जब पुलिस ने उनपर गोलीबारी कर दी। फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि हदद की मौत इज़रायली सैनिकों की गोली से हुई है, जो उनके दिल में लगी थी।

हेब्रोन, दक्षिणी वेस्ट बैंक में फिलिस्तीन के सबसे बड़े शहरों में से एक है। इसमें एक छोटी सी अवैध यहूदी बस्ती है जो क़ब्ज़े वाली ताक़तों द्वारा भारी रूप से संरक्षित है।

हेब्रोन का विरोध ट्रंप के दामाद जरीद कुशनेर द्वारा तैयार और पिछले सप्ताह ट्रंप द्वारा प्रस्तावित तथाकथित "शताब्दी के सौदे" के ख़िलाफ़ सभी अधिकृत क्षेत्रों में चल रहे विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा था। यह समझौता फ़िलिस्तीनियों से परामर्श किए बिना तैयार किया गया था जो दिसंबर 2017 से अमेरिका का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने जेरूसलेम को इज़रायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी और तेल अवीव से अमेरिकी दूतावास को स्थानांतरित कर दिया था। ट्रंप का कार्य अंतर्राष्ट्रीय सहमति और अमेरिका के दो-राज्य समाधान के लिए लंबे समय तक स्थिति का पूर्ण उल्लंघन था।

ट्रंप का यह "शांति प्रस्ताव" पूरी तरह से इज़रायल के हक़ में है। यह वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में अवैध बस्तियों पर इज़रायल की संप्रभुता को मान्यता देता है और इज़रायल को वेस्ट बैंक के एक बड़े हिस्से को एनेक्स करने की अनुमति देता है। बदले में यह सीमित अधिकार और जेरूसलेम के बाहरी इलाक़े में एक राजधानी के साथ एक बिखरे हुए फ़िलिस्तीनी राज्य का वादा करता है।

फ़िलिस्तीनियों द्वारा इस समझौते को अस्वीकार कर दिया गया है, क्योंकि 1967 में जेरूसलेम के साथ अपनी राजधानी के रूप में फ़िलीस्तीनी राज्य की अपनी मुख्य मांगों को पूरा नहीं करता है, यानी जो सभी बस्तियों का अंत और फ़िलीस्तीनी शरणार्थियों के लौटने का अधिकार है। 

साभार : पीपल्स डिस्पैच 

Israel
Palestine
Donand Trump
Protest against Trump's Agreement

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