NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इजरायलः ज्वाइंट लिस्ट का फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक के प्रस्तावित एनेक्सेशन का विरोध
इज़रायल में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी ज्वाइंट लिस्ट ने इस एनेक्सेशन को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्षेप करने को कहा है।
पीपल्स डिस्पैच
26 Jun 2020
इज़रायल

इज़रायली संसद में अरब ज्वाइंट लिस्ट ने क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के हिस्सों के प्रस्तावित एनेक्सेशन का विरोध किया और अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी से इसे रोकने के लिए कार्रवाई करने की अपील की है। गुरुवार 25 जून को लिखे गए एक पत्र में और अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी को संबोधित करते हुए अरब ज्वाइंट लिस्ट के सभी 15 सदस्यों ने प्रस्तावित एनेक्सेशन को "सार्वभौमिक मूल्यों और नियमों का उल्लंघन" बताया है।

इस पत्र में आगे कहा गया है कि क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के हिस्सों को मिलाने का कोई भी फैसला "इस क्षेत्र को अस्थिर करेगा" और "इज़रायल और फिलिस्तीनियों के बीच एवं इज़रायल और इसके पड़ोसियों के बीच तनाव को बढ़ाएगा"।

ज्वाइंट लिस्ट इज़रायल के कई दलों से मिलकर बनी है जिसमें बलद, हदस्द, ता'अल और यूनाइटेड अरब लिस्ट शामिल हैं और कुल 120 सदस्यों वाले केसेट (इज़रायली संसद) में इसके 15 सदस्य हैं। इनमें से सबसे बड़ी पार्टी हदस्द है जिसका झुकाव साम्यवाद की तरफ है। ज्वाइंट लिस्ट का प्राथमिक समर्थन आधार इज़रायल के फिलिस्तीनी नागरिकों में है।

इस पत्र में ये आशंका भी व्यक्त की गई है कि अगर एनेक्सेशन की योजना आगे बढ़ती है तो इज़़रायल के अंदर फिलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ नस्लीय भेदभाव बढ़ जाएगा। मिड्ल ईस्ट आई ने लिखा “संरचनात्मक संस्थागत भेदभाव ऑक्यूपेशन के अधीन फिलिस्तीनियों और इज़रायल के भीतर फिलिस्तीनियों के लिए एक वास्तविकता है; इसकी अभिव्यक्ति और व्यवहार अलग-अलग हैं, लेकिन घर विध्वंस, नस्लवादी क़ानून या पुलिस हिंसा जैसे कृत्य का ग्रीन लाइन के लिए बहुत कम सम्मान है।”

इस पत्र ने जनवरी में प्रस्तावित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तथाकथित "डील ऑफ द सेंचुरी" में प्रदान किए गए एनेक्सेशन योजना के प्रोत्साहन को लेकर उनको दोषी ठहराया। इसे फिलिस्तीनियों द्वारा एकतरफा और पक्षपाती बताकर अस्वीकार कर दिया गया था। ट्रम्प की योजना ने क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के भीतर और जॉर्डन घाटी के अंदर अवैध रूप से निर्मित सभी बस्तियों पर इज़रायल की संप्रभुता का प्रस्ताव रखा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अक्सर अपने फैसले के आधार के रूप में "ट्रम्प की इस डील" का हवाला दिया है।

हालांकि अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर इस एनेक्सेशन को मंजूरी नहीं दी है, लेकिन उसने समय-समय पर कहा है कि वह इज़रायल के नीतिगत फैसलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पोम्पिओ ने इस स्थिति को दोहराया और बुधवार 24 जून को इस स्थिति के लिए फिलिस्तीनियों को दोषी ठहराया।

अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी ने अब तक आधिकारिक रूप से इज़रायल के एनेक्सेशन योजना की निंदा नहीं की है। इज़रायल को अमेरिकी वित्तीय और सैन्य सहायता की शर्तों की घोषणा करने और चयन होने पर इज़रायल के क़ब्ज़े को छोड़ने के लिए उसे बाध्य करने की मानवाधिकार समूहों द्वारा मांग का पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जोए बिडेन ने बार-बार खंडन किया है। बिडेन ने इज़रायल के ख़िलाफ़ बहिष्कार, विभाजन और प्रतिबंधों की मांग का भी विरोध किया है।

Israel
America
West Bank
Donand Trump

Related Stories

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

यूक्रेन में छिड़े युद्ध और रूस पर लगे प्रतिबंध का मूल्यांकन

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई


बाकी खबरें

  • कुशाल चौधरी, गोविंद शर्मा
    बिहार: रोटी-कपड़ा और ‘मिट्टी’ के लिए संघर्ष करते गया के कुम्हार-मज़दूर
    21 May 2022
    गर्मी के मौसम में मिट्टी के कुल्हड़ और मिट्टी के घड़ों/बर्तनों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन इससे ज्यादा रोज़गार पैदा नहीं होता है। सामान्य तौर पर, अधिकांश कुम्हार इस कला को छोड़ रहे हैं और सदियों पुरानी…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में ओमिक्रॉन के स्ट्रेन BA.4 का पहला मामला सामने आया 
    21 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 2,323 नए मामले सामने आए हैं | देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 34 हज़ार 145 हो गयी है। 
  • विनीत तिवारी
    प्रेम, सद्भाव और इंसानियत के साथ लोगों में ग़लत के ख़िलाफ़ ग़ुस्से की चेतना भरना भी ज़रूरी 
    21 May 2022
    "ढाई आखर प्रेम के"—आज़ादी के 75वें वर्ष में इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा के बहाने कुछ ज़रूरी बातें   
  • लाल बहादुर सिंह
    किसानों और सत्ता-प्रतिष्ठान के बीच जंग जारी है
    21 May 2022
    इस पूरे दौर में मोदी सरकार के नीतिगत बचकानेपन तथा शेखचिल्ली रवैये के कारण जहाँ दुनिया में जग हंसाई हुई और एक जिम्मेदार राष्ट्र व नेता की छवि पर बट्टा लगा, वहीं गरीबों की मुश्किलें भी बढ़ गईं तथा…
  • अजय गुदावर्ती
    कांग्रेस का संकट लोगों से जुड़ाव का नुक़सान भर नहीं, संगठनात्मक भी है
    21 May 2022
    कांग्रेस पार्टी ख़ुद को भाजपा के वास्तविक विकल्प के तौर पर देखती है, लेकिन ज़्यादातर मोर्चे के नीतिगत स्तर पर यह सत्तासीन पार्टी की तरह ही है। यही वजह है कि इसका आधार सिकुड़ता जा रहा है या उसमें…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License