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अल-अक्सा मस्जिद के पास फ़िलिस्तीनियों के इकट्ठा होने पर लगे प्रतिबंध हटाने पर सहमत इज़रायल
वीकेंड में इज़रायली सैनिकों के हमले के बावजूद और फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ जारी हिंसा के ख़िलाफ़ पुराने शहर में सैकड़ों लोगों ने रैली निकाली।
पीपल्स डिस्पैच
26 Apr 2021
अल-अक्सा मस्जिद के पास फ़िलिस्तीनियों के इकट्ठा होने पर लगे प्रतिबंध हटाने पर सहमत इज़रायल

इस खबर के दौरान कि इजरायल ने रमजान की नमाज के बाद अल-अक्सा मस्जिद के पास पुराने शहर के दमिश्क गेट पर इकट्ठा होने के लिए फिलिस्तीनियों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने पर सहमति व्यक्त की है उधर कब्जे वाले येरुशेलम में फिलिस्तीनियों के खिलाफ एक हफ्ते से अधिक समय से चल रही हिंसा रविवार 25 अप्रैल को जारी रही।

अल-अक्सा मस्जिद के पास दमिश्क गेट रमजान के दौरान फिलिस्तीनियों के इकट्ठा होने का एक लोकप्रिय स्थल रहा है। हजारों फिलिस्तीनी अति-दक्षिणपंथी और वर्चस्ववादी जियोनिस्ट समूहों द्वारा हिंसा और रैली के दौरान प्रतिबंधों का विरोध करते आ रहे थे जिन्हें अक्सर कब्जे वाले सैनिकों द्वारा मदद किया जाता था।

रमजान की शुरुआत में ये प्रतिबंध लगाए गए थे। इजरायली पुलिस द्वारा प्रतिबंध हटाने की घोषणा के बाद हजारों फिलिस्तीनियों और शांतिप्रिय इजरायली वासियों ने शहर के मध्य भाग में नस्लवाद और हिंसा के खिलाफ रैली निकाली।

लेहावा जैसे अति-दक्षिणपंथी जियोनिस्ट समूहों ने पिछले सप्ताह में सुरक्षा बलों की निगरानी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ रैली निकाली और "अरब मुर्दाबाद" जैसे नारे लगाए। गुरुवार 22 अप्रैल को जब फिलिस्तीनी इन रैलियों का विरोध कर रहे थे तो सुरक्षा बलों ने फिलिस्तीनियों पर वाटर केनन और स्टन ग्रेनेड से हमला किया जिससे 100 से अधिक लोग घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों को उस समय गिरफ्तार किया जब इजरायली दक्षिणपंथियों ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ हिंसा करते हुए उनके घरों और उनके कार्यस्थलों और सड़कों पर हमला किया।

इस बीच, खबर है कि हमास ने येरूशलेम में अतिदक्षिणपंथियों के हिंसा की प्रतिक्रिया में इजरायल के भीतर कई रॉकेट दागे। इसकी प्रतिक्रिया में इज़रायली अधिकारियों ने सोमवार से गाजा के मछली पकड़ने के क्षेत्र को पूरी तरह से बंद करने की घोषणा की। मत्स्य पालन गाजा में आजीविका के मुख्य स्रोतों में से एक है जो साल 2006 के बाद से इज़रायल के जमीनी, हवाई और समुद्री नाकेबंदी से जूझ रहा है।

इज़रायली सेना ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक में नबलुस में प्रदर्शनकारियों पर उस समय गोलीबारी की जब वे येरूशलेम में हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। अल-लुब्बान अश-शरकिया नाम के इस गांव में कम से कम तीन फिलिस्तीनियों को गोलियां लगी। इजरायली सेना ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस, स्टन ग्रेनेड और जिंदा गोलियां चलाईं। रविवार को कब्जे वाले क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों से इस हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की इसी तरह की घटनाएं सामने आईं।

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