NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इज़रायल ने दक्षिणी लेबनान में तीन अलग-अलग स्थानों पर हवाई हमले किए
हालांकि गुरुवार के हमले को 2014 के बाद से लेबनान में पहली बार आधिकारिक तौर पर इजरायली हवाई हमले के रुप में स्वीकार किया गया है। इजरायल नियमित रूप से सीरिया के अंदर अवैध हमले करने के लिए लेबनान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करता है।
पीपल्स डिस्पैच
06 Aug 2021
इज़रायल ने दक्षिणी लेबनान में तीन अलग-अलग स्थानों पर हवाई हमले किए

इजरायली जेट विमानों ने गुरुवार 5 अगस्त को दक्षिण लेबनान में तीन अलग-अलग स्थानों पर हवाई हमले किए। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। यह पिछले सात वर्षों में पहली बार हुई है जब इज़रायल ने आधिकारिक तौर पर लेबनान के अंदर अपने हवाई हमले की पुष्टि की है।

इज़रायल ने दावा किया कि लेबनान की तरफ से लगातार दो दिनों तक इज़रायली क्षेत्रों में दागे गए रॉकेटों के जवाब में ये हमले किए गए थे।

आधिकारिक लेबनानी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, इजरायली विमानों ने गुरुवार तड़के दक्षिणी सीमावर्ती शहरों टायरे, मरजैयून और महमूदिया के बाहर तीन हवाई हमले किए।

इजरायल के हवाई हमले की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन ने एक ट्वीट में कहा कि यह "बढ़ते आक्रामक नीयत की ओर इशारा देता है जो लेबनान और इसकी संप्रभुता के खिलाफ निरंतर खतरों जैसा है"। उन्होंने इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 का घोर उल्लंघन बताया।

यूएनएससी के प्रस्ताव 1701 को दक्षिण लेबनान में 2006 के इजरायली आक्रमण को समाप्त करने के लिए अपनाया गया था।

बुधवार को लेबनानी सेना के अनुसार, इज़रायल ने दक्षिणी लेबनान क्षेत्रों वादी हमूल, अल-सदाना के अंदर 92 गोले दागे। इज़रायल ने दावा किया कि ये गोलाबारी लेबनान से दागे गए तीन रॉकेटों के जवाब में थी, जिनमें से दो उत्तरी इज़रायली शहर किर्यत शमोना के पास गिरे जिसमें कम से कम चार लोग घायल हो गए।

लेबनानी सेना ने दावा किया कि वह यूनाइटेड नेशन्स इंटेरिम फोर्स इन साउथ लेबनान (यूएनआईएफआईएल) के सहयोग से दागे गए रॉकेट की जांच कर रही है। इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने कहा कि रॉकेट दागने के लिए कुछ फिलिस्तीनी समूह जिम्मेदार थे।

यूएनआईएफआईएल के मिशन प्रमुख मेजर जनरल स्टेफानो डेल कर्नल ने दोनों पक्षों से तत्काल युद्धविराम और अधिकत संयम बरतने का आह्वान किया ताकि आगे के हमले से बचा जा सके।

हालांकि गुरुवार को हुआ हमला पहला ऐसा हमला था जिसे 2014 के बाद से लेबनान के अंदर के भीतर किए गए हमले को इजरायल ने स्वीकार किया। इजरायल ने अक्सर सीरिया के भीतर बिना दावे के हमलों को अंजाम देने के लिए लेबनानी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। अगस्त 2019 में बेरूत में हिज़्बुल्लाह के कार्यालय पर हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का भी इस पर आरोप लगाया गया है। पिछले महीने इसने इसी तरह के रॉकेट हमलों का दावा करते हुए दक्षिण लेबनान के अंदर कई गोले दागे थे।

Israel
Lebanon
UNIFIL

Related Stories

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है

141 दिनों की भूख हड़ताल के बाद हिशाम अबू हव्वाश की रिहाई के लिए इज़रायली अधिकारी तैयार

2021: अफ़ग़ानिस्तान का अमेरिका को सबक़, ईरान और युद्ध की आशंका


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License