NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
फिलिस्तीन
गाज़ा और अल-अक़्सा पर हमले के विरोध में प्रदर्शनकारी फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार करने के लिए इज़रायल ने अभियान शुरू किया
फ़िलिस्तीनी-इज़रायली नागरिकों ने क़ब्ज़े वाले क्षेत्र के लोगों के साथ और गाज़ा पर इज़रायल के हमलों के ख़िलाफ़ एकजुटता विरोध प्रदर्शन किया था। इज़रायल के हमलों में अल-अक़्सा मस्जिद में हिंसक कार्रवाई और शेख जर्राह में फ़िलिस्तीनियों की योजनाबद्ध बेदख़ली शामिल है।
पीपल्स डिस्पैच
25 May 2021
गाज़ा और अल-अक़्सा पर हमले के विरोध में प्रदर्शनकारी फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार करने के लिए इज़रायल ने अभियान शुरू किया

गाजा और अन्य कब्जे वाले क्षेत्रों पर इजरायल के हालिया हमलों के विरोध में भाग लेने को लेकर सैंकड़ो फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार करते हुए इजरायल के सुरक्षा बलों ने इजरायल के फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ उत्पीड़न का एक बड़ा अभियान शुरू किया है। कई मीडिया संगठनों ने सोमवार 24 मई को ये रिपोर्ट प्रकाशित की।

गाजा में युद्धविराम लागू होने के ठीक तीन दिन बाद सोमवार की सुबह से चल रहे इस अभियान की घोषणा इजरायल के आंतरिक सुरक्षा मंत्री अमीर ओहाना और इजरायली पुलिस आयुक्त कोबी शबताई के बीच चर्चा के एक दिन पहले की गई थी।

फिलिस्तीनी-बहुल गांवों और कस्बों के अधिकांश भाग पर नजर रखते हुए सोमवार से शुरू हुएहे 48 घंटे के अभियान में कथित रूप से "कुछ वरिष्ठ लोगों को निशाने पर लेने सहित समाज के अरब क्षेत्र में आपराधिक तत्वों" को लक्षित करने का यह दावा करता है। अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में 500 लोग एक सूची तैयार की थी।

इजरायल के फिलिस्तीनी नागरिक कब्जे वाले पूर्वी येरुशेलम के शेख जर्राह में लोगों की बेदखली और हाल ही में गाजा पट्टी और अल-अक्सा मस्जिद पर इजरायल के हमलों के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शनों में भाग लेते रहे हैं। गाजा हमले के दौरान इनमें से कुछ विरोध प्रदर्शनों पर इजरायल के दक्षिणपंथी और सुरक्षा बलों ने हमला किया जिससे 2 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई और इजरायल के शहरों जैसे लोद, हाइफा और जाफा में उनकी संपत्ति का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। सरकार द्वारा अभी तक इजरायल के दक्षिणपंथी के खिलाफ कोई कार्रवाई की घोषणा नहीं की गई है।

हालांकि यह विशेष अभियान फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ इजरायल राज्य में हो रहा है, इजरायली सुरक्षा बलों ने भी कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के यहां छापे मारना और हिरासत में लेना शुरू कर दिया है। इस कार्रवाई में शनिवार से करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया है और हर दिन गिरफ्तारियां हो रही हैं।

1.6 मिलियन से अधिक फिलीस्तीनी-इजरायल के नागरिकों ने भी निर्माण उद्योग जैसे इज़रायल में कई प्रमुख सार्वजनिक और निजी उद्योगों को वर्चुअल तरीके से पंगु बनाते हुए 16 मई को इजरायल की हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ एक ऐतिहासिक आम हड़ताल शुरू की थी।

Palestine
Al-Aqsa mosque
Israel
Gaza

Related Stories

फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है

141 दिनों की भूख हड़ताल के बाद हिशाम अबू हव्वाश की रिहाई के लिए इज़रायली अधिकारी तैयार


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License