NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इजरायल की अदालत ने पेगासस स्पाइवेयर की सुनवाई के दौरान मीडिया को रिपोर्टिंग से रोका
इज़राइल की कंपनी एनएसओ पेगासस स्पाइवेयर का निर्यात करती है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर की सरकारों द्वारा एक्टिविस्ट और पत्रकारों के ख़िलाफ़ किया जाता है। इसमें भारत भी शामिल है।
पीपल्स डिस्पैच
17 Jan 2020
pegasus

सार्वजनिक आलोचना से एनएसओ समूह (पेगासस स्पाइवेयर के मालिक) को बचाने के लिए इजरायल की एक अदालत ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए कंपनी के ख़िलाफ़ मामले को बंद कमरे में सुनवाई करने का आदेश दिया है। इस मामले को एमनेस्टी इंटरनेशनल ने दाखिल किया था जिसमें एनएसओ समूहों पर प्रतिबंध के साथ पेगासस के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। मामले की कार्यवाही पर रिपोर्टिंग करने से रोकते हुए न्यायाधीश ने मीडिया पर भी प्रतिबंध लगाया है।

पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल हाल के वर्षों में भारत सहित विभिन्न देशों द्वारा पत्रकारों और असंतुष्टों को निशान बनाने के लिए किया गया है। एनएसओ समूह ने पहले दावा किया था कि स्पाइवेयर को "आतंकवाद और अन्य अपराधों" से लड़ने में मदद करने के लिए राज्य सरकारों को बेच दिया है और कंपनी को इन सरकारों द्वारा सॉफ़्टवेयर के किसी भी दुरुपयोग के लिए नहीं फंसाया जाना चाहिए। बड़ी संख्या में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पेगासस का इस्तेमाल सरकारों द्वारा असंतोष को रोकने और पत्रकारों और एक्टिविस्ट को निशाना बनाने के लिए किया गया था।

पिछले साल टोरंटो विश्वविद्यालय से संबद्ध एक शोध समूह सिटीजन लैब द्वारा किए गए एक शोध के आधार पर फेसबुक ने कम से कम 1,400 एक्टिविस्ट और पत्रकारों की जासूसी के लिए अपनी ऑनलाइन संदेश सेवा व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने को लेकर अमेरिकी अदालत में एनएसओ पर मुकदमा दायर किया था।

एमनेस्टी ने 2018 में शिकायत की थी कि उसके एक कर्मचारी को स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके निशाना बनाया जा रहा है। साल 2018 में इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्यिक दूतावास में सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में भी इसका कथित रूप से इस्तेमाल किया गया था।

पिछले साल अक्टूबर महीने में भारत में बड़ी संख्या में एक्टिविस्ट, वकीलों और पत्रकारों जैसे बेला भाटिया, निहाल सिंह राठौर और अन्य ने शिकायत की थी कि बीजेपी शासित महाराष्ट्र पुलिस ने व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हुए उनके फोन को निशाना बनाया गया था। इनमें से अधिकांश एक्टिविस्ट को भारत सरकार ने विवादास्पद भीमा कोरेगांव मामले में मुकदमा चलाया है

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Israel
Pegasus
Spyware Pegasus
NSO pegasus spyware
WhatsApp
Media

Related Stories

डिजीपब पत्रकार और फ़ैक्ट चेकर ज़ुबैर के साथ आया, यूपी पुलिस की FIR की निंदा

राज्यसभा सांसद बनने के लिए मीडिया टाइकून बन रहे हैं मोहरा!

आर्यन खान मामले में मीडिया ट्रायल का ज़िम्मेदार कौन?

विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी

पेगासस मामला : न्यायालय ने जांच रिपोर्ट सौंपने की समय-सीमा बढ़ाई

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

धनकुबेरों के हाथों में अख़बार और टीवी चैनल, वैकल्पिक मीडिया का गला घोंटती सरकार! 

जलवायु परिवर्तन : हम मुनाफ़े के लिए ज़िंदगी कुर्बान कर रहे हैं

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात


बाकी खबरें

  • भाषा
    ईडी ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला को धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए तलब किया
    27 May 2022
    माना जाता है कि फ़ारूक़ अब्दुल्ला से यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में कथित वित्तीय अनिमियतता के मामले में की जाएगी। संघीय एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    एनसीबी ने क्रूज़ ड्रग्स मामले में आर्यन ख़ान को दी क्लीनचिट
    27 May 2022
    मेनस्ट्रीम मीडिया ने आर्यन और शाहरुख़ ख़ान को 'विलेन' बनाते हुए मीडिया ट्रायल किए थे। आर्यन को पूर्णतः दोषी दिखाने में मीडिया ने कोई क़सर नहीं छोड़ी थी।
  • जितेन्द्र कुमार
    कांग्रेस के चिंतन शिविर का क्या असर रहा? 3 मुख्य नेताओं ने छोड़ा पार्टी का साथ
    27 May 2022
    कांग्रेस नेतृत्व ख़ासकर राहुल गांधी और उनके सिपहसलारों को यह क़तई नहीं भूलना चाहिए कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई कई मजबूरियों के बावजूद सबसे मज़बूती से वामपंथी दलों के बाद क्षेत्रीय दलों…
  • भाषा
    वर्ष 1991 फ़र्ज़ी मुठभेड़ : उच्च न्यायालय का पीएसी के 34 पूर्व सिपाहियों को ज़मानत देने से इंकार
    27 May 2022
    यह आदेश न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की पीठ ने देवेंद्र पांडेय व अन्य की ओर से दाखिल अपील के साथ अलग से दी गई जमानत अर्जी खारिज करते हुए पारित किया।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    “रेत समाधि/ Tomb of sand एक शोकगीत है, उस दुनिया का जिसमें हम रहते हैं”
    27 May 2022
    ‘रेत समाधि’ अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी उपन्यास है। इस पर गीतांजलि श्री ने कहा कि हिंदी भाषा के किसी उपन्यास को पहला अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार दिलाने का जरिया बनकर उन्हें बहुत…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License