NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इज़रायली बलों ने क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों से बड़ी संख्या में फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार किया
हालांकि इज़रायल फिलिस्तीनियों को अक्सर गिरफ़्तार करता है और उन्हें महीनों तक अवैध हिरासत में रखता है लेकिन पिछले कुछ महीनों में ऐसी गिरफ़्तारियों की संख्या बढ़ी है।
पीपल्स डिस्पैच
02 Jun 2020
इज़रायल

इज़रायली बलों ने सोमवार, 1 जून को क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम के कई इलाक़ों से 23 फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार किया।

पैलेस्टिनियन प्रिजनर्स सोसायटी (पीपीएस) के अनुसार गिरफ़्तार किए गए लोगों में दो पूर्व क़ैदी और दो नाबालिग शामिल हैं।

हेब्रोन से छह और जॉर्डन घाटी के गांव से पांच फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार किया गया। गिरफ़्तारी के कारणों को इज़रायली बलों द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया। हेब्रोन शहर के पास बीट उमर नगर से एक 18 वर्षीय स्कूली लड़के और 16 साल के एक नाबालिग़ को गिरफ़्तार किया गया है।

हालांकि इज़़रायली बल फ़िलिस्तीनियों को अक्सर हिरासत में ले लेता है ऐसे में पिछले कुछ हफ्तों में गिरफ़्तारी की संख्या बढ़ गई है। कल की घटना एक महीने के भीतर दूसरी घटना थी जब इज़रायली बलों द्वारा सामूहिक गिरफ़्तारियां की गई थीं।

पिछले महीने फ़िलिस्तीनियों ने इस तरह के एक ऑपरेशन के दौरान इज़रायली बलों का विरोध किया था जिससे दो फ़िलिस्तीनियों और एक इज़रायली सैनिक की मौत हो गई थी।

अपने स्वयं के क़ानूनों सहित मौजूद सभी मानवाधिकारों के नियमों के पूरी तरह उल्लंघन में औपचारिक रूप से आरोप लगाए जाने / मुक़दमा किए जाने या रिहा होने से पहले महीनों तक ऐसे फ़िलिस्तीनी बंदियों को बिना किसी आरोप या औपचारिक जांच के इज़रायल बंदी बनाकर रखता रहा है। उनमें से कुछ को तो बिना किसी औपचारिक आरोप के बार-बार गिरफ़्तार किया जाता है।

पिछले दो महीनों में गिरफ़्तारी की संख्या में वृद्धि को लेकर अनुमान लगाया जाता है कि ये वेस्ट बैंक में अवैध बस्तियों और जॉर्डन घाटी में प्रस्तावित बस्तियों को लेकर किए गए हैं। प्रधानमंत्री नेतन्याहू की अगुवाई वाली इज़़रायल की नई सरकार ने फ़िलिस्तीनियों, पड़ोसी अरबों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कुछ देश द्वारा न मिलाने की अपील और चेतावनी के बावजूद औपचारिक घोषणा के लिए संभावित तारीख़ के रूप में 1 जुलाई की घोषणा की है।

Israel
Palestine
Palestinian Prisoners Society
PPS
International news

Related Stories

दुनिया भर की: कोलंबिया में पहली बार वामपंथी राष्ट्रपति बनने की संभावना

फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका में महिलाओं के हक़ पर हमला, गर्भपात अधिकार छीनने की तैयारी, उधर Energy War में घिरी दुनिया

रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

दुनिया भर की: सोमालिया पर मानवीय संवेदनाओं की अकाल मौत

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    वर्ष 2030 तक हार्ट अटैक से सबसे ज़्यादा मौत भारत में होगी
    23 May 2022
    "युवाओं तथा मध्य आयु वर्ग के लोगों में हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं जो चिंताजनक है। हर चौथा व्यक्ति हृदय संबंधी रोग से पीड़ित होगा।"
  • आज का कार्टून
    “मित्रों! बच्चों से मेरा बचपन का नाता है, क्योंकि बचपन में मैं भी बच्चा था”
    23 May 2022
    अपने विदेशी यात्राओं या कहें कि विदेशी फ़ोटो-शूट दौरों के दौरान प्रधानमंत्री जी नेताओं के साथ, किसी ना किसी बच्चे को भी पकड़ लेते हैं।
  • students
    रवि शंकर दुबे
    बच्चों को कौन बता रहा है दलित और सवर्ण में अंतर?
    23 May 2022
    उत्तराखंड में एक बार फिर सवर्ण छात्रों द्वारा दलित महिला के हाथ से बने भोजन का बहिष्कार किया गया।
  • media
    कुश अंबेडकरवादी
    ज़ोरों से हांफ रहा है भारतीय मीडिया। वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में पहुंचा 150वें नंबर पर
    23 May 2022
    भारतीय मीडिया का स्तर लगातार नीचे गिर रहा है, वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में 150वें नंबर पर पहुंच गया है।
  • सत्येन्द्र सार्थक
    श्रम क़ानूनों और सरकारी योजनाओं से बेहद दूर हैं निर्माण मज़दूर
    23 May 2022
    निर्माण मज़दूर राजेश्वर अपना अनुभव बताते हुए कहते हैं “दिल्ली के राजू पार्क कॉलोनी में मैंने 6-7 महीने तक काम किया था। मालिक ने पूरे पैसे नहीं दिए और धमकी देकर बोला ‘जो करना है कर ले पैसे नहीं दूँगा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License