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इज़रायली सुरक्षा बलों ने घर पर छापे के बाद फ़िलिस्तीनी पत्रकार को गिरफ़्तार किया
इज़रायल का फ़िलिस्तीनी पत्रकारों को निशाना बनाने और उन पर हमला करने का एक लंबा और क्रूर इतिहास रहा है, यहाँ तक कि उन्हें युद्ध अपराधों कवर करने से रोकने के लिए उन्हें घायल करने और मारने का भी बर्बर इतिहास रहा है।
पीपल्स डिस्पैच
28 Oct 2020
 पत्रकार

फिलिस्तीनी पत्रकारों पर ताज़ा हमले में मंगलवार 27 अक्टूबर को इज़रायली सुरक्षा बलों ने फिलिस्तीनी पत्रकार-फिल्म निर्माता अब्देलरहमान अल-थाहेर को क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक स्थित उनके घर से गिरफ़्तार किया। अल-थाहेर की पत्नी रशा अल-सईह के अनुसार इज़रायली सैनिकों ने देर रात क़रीब 2 बजे उनके पड़ोस और उनके घर में छापेमारी की। इज़रायली सैनिकों ने बिना कोई कारण बताए उन्हें गिरफ़्तार कर लिया।

अल-थाहेर को कथित तौर पर इस साल अगस्त महीने में पैलेस्टिनियन प्रिवेंटिव सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा उस समय गिरफ़्तार किया गया था जब वह नबलुस स्थित एन-नजाह मीडिया सेंटर से निकल रहे थे। यहां वे विभिन्न टीवी शो के प्रोड्यूसर और प्रेजेंटर के रूप में काम कर रहे थे। उनकी गिरफ़्तारी के बाद फिलिस्तीनी सुरक्षा बलों ने उनके घर पर भी छापा मारा था और उनकी निजी संपत्ति के साथ-साथ उनके कार्य से संबंधित सामग्री जैसे कि उनके लैपटॉप, फाइलें और अन्य उपकरण भी ले गए थे। बाद में उन पर उनके व्यक्तिगत सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला देते हुए "प्राधिकरण का अपमान" करने का आरोप लगाया गया। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने अल-थाहेर के ख़िलाफ़ हाल ही में पारित इलेक्ट्रॉनिक अपराध क़ानून 2017 का इस्तेमाल किया, जिसके तहत उन्हें 21 सितंबर तक फिलिस्तीनी हिरासत में रखा गया था और 5000 जॉर्डनियन दीनार का जुर्माना लगाया गया।

एक बयान में पैलेस्टाइन इंटरनेशनल फोरम फॉर इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन ने पत्रकार की गिरफ़्तारी की निंदा करते हुए मांग की कि इज़रायली अधिकारी अल-थाहेर को बिना किसी शर्त के तुरंत रिहा कर दें। उक्त बयान में इज़रायल से अन्य सभी फिलिस्तीनी पत्रकारों को छोड़ने का भी आह्वान किया गया है जो वर्तमान में इज़रायल की हिरासत में हैं। इसने कहा कि वर्तमान में 20 से अधिक फिलिस्तीनी पत्रकार बिना किसी दोष या अपराध के इज़रायली हिरासत में हैं जबकि वे अपने पेशेवर पत्रकारिता के कर्तव्यों का निर्वाह कर रहे थे।

न्यूज़ वेबसाइट मिडिल ईस्ट आई से बात करते हुए अल-थाहेर की पत्नी ने यह भी खुलासा किया कि इज़रायली सुरक्षा बलों द्वारा उनकी गिरफ़्तारी हैरान कर रहा है क्योंकि अल-थाहेर किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं है और यहां तक कि उनका पत्रकारिता का काम भी राजनीतिक प्रकृति का नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार था जब उन्हें इज़रायल ने गिरफ़्तार किया है। इज़रायली अधिकारियों ने उन्हें या पत्रकार के वकीलों को सूचित नहीं किया है कि उन्होंने उन्हें क्यों गिरफ़्तार किया है और उनके ख़िलाफ़ क्या आरोप लगाए जा रहे हैं।

Israel
Palestine
Palestinian journalist
Palestinian Preventive Security Agency
International news

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