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जेएनयू: धारा 144 लागू होने के बाद भी संसद की तरफ जा रहे छात्र
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्र संसद तक मार्च निकाल रहे हैं। इस दौरान पुलिस से हल्की झड़प भी हो रही है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
18 Nov 2019
JNU

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को छात्र संसद तक मार्च निकाल रहे हैं। इस दौरान वहां पुलिस की पूरी फोर्स तैनात है। वहीं, संसद के बाहर और जेएनयू के आसपास धारा 144 लगा दी गई है।

विश्वविद्यालय के बाहर दिल्ली पुलिस की ओर से एक बैनर भी लगाया गया है जिसमें कहा गया है कि नियम का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी के आदेशानुसार क्षेत्र में धारा 144 लागू है।  

दूसरी तरफ विवाद को खत्म करने के लिए मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने सोमवार को तीन सदस्यीय एक समिति गठित की, जो जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों पर सुझाव देगी।

अधिकारियों ने बताया कि जेएनयू पर एचआरडी मंत्रालय की समिति छात्रों एवं प्रशासन से बातचीत करेगी और सभी समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव देगी।

उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के छात्र उस मसौदा छात्रावास नियमावली के खिलाफ तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें छात्रावास का शुल्क बढ़ाने, ड्रेस कोड तय करने और छात्रावास में आने-जाने का समय तय करने की बात की गई है।

इससे पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों से छात्रावास शुल्क वृद्धि और उच्च शिक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों के विरोध में सोमवार को संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने की अपील की थी।

जेएनयूएसयू ने कहा, ‘ऐसे समय में जब देश में शुल्क वृद्धि बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है, तो समग्र शिक्षा के लिए छात्र आगे आये है। हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं।’ छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से 18 नवम्बर को आंदोलन आयोजित करने की अपील की थी।

इसबीच जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें चिंतित अभिभावकों और छात्रों के ई-मेल आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, “यदि हम अभी भी हड़ताल पर अड़े रहे तो इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर होगा।”  उन्होंने कहा, “कल से एक नया हफ्ता शुरू होगा और मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि आप कक्षाओं में वापस आइए और अपने शोध कार्यों को आगे बढ़ाइए। 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होंगी और अगर आप कक्षाओं में नहीं जाएंगे तो इससे आपके भविष्य के लक्ष्य प्रभावित होंगे।”

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

JNU
Section 144 applied
Fee Hike
Parliament
Student Protests
JNUSU
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