NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
झारखंड विधानसभा चुनाव : बुजुर्गों और विकलांगों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था
इस योजना को चुनाव आयोग ने पायलट  प्रोजेक्ट के आधार पर शुरू किया है और वर्तमान विधानसभा चुनावों में झारखंड राज्य में रामहाल, पाकुड़, जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, बोकारो, धनबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ही यह सुविधा उपलब्ध होगी।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
15 Nov 2019
jharkhand elections
Image Courtesy: Hindustan Times

झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है।  यहां भारत के चुनाव इतिहास में पहली बार 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक और विकलांग लोगों को पोस्टल बैलेट सुविधा का उपयोग करके अपने वोट डालने का अवसर दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है, जो पीपुल्स अधिनियम के प्रतिनिधित्व की धारा 6 के खंड 3 के तहत है।

CEC ने झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से प्राप्त उचित विचार और चुनाव नियमों के आचरण में कानून मंत्रालय द्वारा किए गए संशोधनों के बाद अधिसूचना जारी की,  इसके लिए आवश्यक है कि वोटर  80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों या विकलांग हो। उन्हीं को पोस्टल मतों के माध्यम से अपने वोट डालने के लिए।
notice.JPG
इस योजना को चुनाव आयोग ने पायलट  प्रोजेक्ट के आधार पर शुरू किया है और वर्तमान विधानसभा चुनावों में झारखंड राज्य में रामहाल, पाकुड़, जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, बोकारो, धनबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ही यह सुविधा उपलब्ध होगी।

हालांकि, जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए अगले साल की शुरुआत में दिल्ली चुनाव होने तक इंतजार करना होगा क्योंकि आयोग अभी भी आवश्यक सेवाओं की पहचान पर विचार-विमर्श कर रहा है।

उपरोक्त श्रेणियों में आने वाले मतदाताओं को वोट देने की इच्छा होने पर अपनी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए अधिसूचना के पांच दिनों के भीतर पोस्टल बैलेट के लिए आवेदन करना होगा।

इस पूरे मामले पर सीपीएम राज्य सचिव प्रकाश विपल्व ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए, इस फैसले का स्वागत किया।  उनके मुताबिक इस तरह के कदम लोकतंत्र के लिए प्रगतिशील कदम हैं। उन्होंने कहा कि हम और हमारी पार्टी की बहुत समय से मांग रही है कि उन सभी लोगों को वोट का मौका मिलना चाहिए जिनका नाम वोटर लिस्ट में है।  इसके लिए जो भी जरूरी कदम है उन्हें उठाना चाहिए।

आपको बता दें कि इस फैसले से पहले चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के साथ चर्चा की थी, सभी ने इस फैसले का स्वगत किया था।

सूत्रों के मुताबिक बुजुर्गों और विकलंगों के लिए पोस्टल वोट की व्यवस्था पहले पूरे राज्य में होनी थी लेकिन कई जिलों के डीएम ने इसको अव्यवहारिक बताते हुए लागू करने में असमर्थता जताई थी।  इसकी बड़ी वजह नक्सल समस्या को बताया जा रहा था। यही कारण है कि यह पूरे राज्य में न लागू होकर केवल कुछ विधानसभा क्षेत्रों में लागू किया जा रहा है।

आपको बता दें कि झारखंड में कुल पांच चरणों में चुनाव होने हैं। प्रथम चरण में कुल 13 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा।  इनमें चतरा, गुमला, विशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पांकी, डाल्टनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर शामिल हैं।

Jharkhand Assembly Elections
Postal Ballot System
Elderly and disabled
election commission
CEC

Related Stories

विज्ञापन में फ़ायदा पहुंचाने का एल्गोरिदम : फ़ेसबुक ने विपक्षियों की तुलना में "बीजेपी से लिए कम पैसे"  

ख़बरों के आगे-पीछे: विपक्ष को पोस्टल बैलेट में खेल होने का डर

ख़बरों के आगे-पीछे: चुनाव आयोग की साख पर इतना गंभीर सवाल!

निर्वाचन आयोग ने गौतमबुद्ध नगर में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 प्रत्याशियों को नोटिस जारी किए

चुनावों के ‘ऑनलाइन प्रचार अभियान’ में कहीं पीछे न छूट जाएं छोटे दल! 

चुनाव आयोग की विश्वसनीयता ख़त्म होती जा रही है

यूपी: क्या चुनावी रैलियों पर रोक से बीजेपी को हो सकता है बड़ा फ़ायदा?

यूपी: आचार संहिता लगते ही प्रशासन ने हटाने शुरू किए पोस्टर, बैनर, होर्डिंग

वोटर-आईडी को आधार से जोड़ना निराधार, चुनाव-बिगाड़ को मत कहें सुधार

मतदाता पहचान कार्ड, सूची को आधार से जोड़ने सहित चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को लोकसभा की मंजूरी


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License