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जॉर्डनः देश का सबसे बड़ा शिक्षक संघ दो साल के लिए बंद, नेता गिरफ़्तार
शिक्षक संघ ने घोषणा की कि वह इस न्यायिक निर्णय के ख़िलाफ़ बुधवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन करेगा।
पीपल्स डिस्पैच
27 Jul 2020
जॉर्डन

जॉर्डन के न्यायिक अधिकारियों ने शनिवार 25 जुलाई को अगले दो वर्षों के लिए देश के सबसे बड़े शिक्षक संघ को बंद करने का आदेश दिया है। जॉर्डन के सुरक्षा बलों ने संघ कार्यालयों पर छापेमारी के साथ-साथ पूछताछ के लिए संघ के कई नेताओं को भी हिरासत में लिया। इन अधिकारियों ने पिछले साल एक भाषण के आधार पर संघ के कार्यवाहक प्रमुख पर 'उकसावे' का आरोप लगाया जो प्रधानमंत्री उमर अल रज़़ाज़़ की सरकार के लिए आलोचनात्मक था।

अपराध और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूछताछ के लिए अधिकारियों द्वारा संघ की परिषद के अन्य सदस्यों को भी बुलाया गया था। शिक्षकों के वेतन में वृद्धि के लिए 2019 के समझौते के प्रति सरकार द्वारा अपने वादे को पूरा नहीं करने के ख़िलाफ़ शिक्षक संघ द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के कुछ ही दिन बाद ये कार्रवाइयां हुईं।

पेट्रा न्यूज एजेंसी के अनुसार अम्मान में सरकारी वकील हसन अब्दल्लात ने शनिवार को पूरे जॉर्डन में सभी शाखाओं और कार्यालयों के साथ-साथ संघ के मुख्यालय को पूरी तरह से बंद करने का आदेश दिया था। अधिकारियों द्वारा संघ की परिषद पर लगाए गए आरोपों के बारे में सटीक विवरण का अभी तक विस्तार से खुलासा नहीं किया गया है। अब्दल्लात को केवल यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि आरोपों में 'वित्तीय उल्लंघन' शामिल थे। इसके अलावा विभिन्न आरोपों की जांच में एक प्रतिबंध लगाने वाले आदेश भी जारी किए गए हैं।

देश के सबसे बड़े जॉर्डन शिक्षक संघ में इसके सदस्यों के रूप में 1,00,000 से अधिक शिक्षक हैं। संघ द्वारा अक्टूबर में बड़े पैमाने पर, महीने भर चलने वाले देशव्यापी हड़ताल के बाद पिछले साल हुए समझौते को लागू करने में सरकार की विफलता के ख़िलाफ़ नियमित रूप से विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया जाता रहा है। अनुभव, लंबी आयु, वरिष्ठता आदि जैसी चीजों पर निर्भर शिक्षकों के लिए 35 से बढ़ाकर 75 तक वेतन तय करने का ये समझौता है।

सरकार ने अप्रैल में यह कहते हुए समझौते को तोड़ दिया था कि जारी कोरोनोवायरस महामारी के कारण इस साल सार्वजनिक क्षेत्र की वेतन वृद्धि रुक जाएगी। इसने इस महामारी के परिणामस्वरूप आर्थिक मंदी और वित्तीय कोष की कमी को लेकर इस निर्णय को दोषी ठहराया। जॉर्डन में अब तक कोरोनावायरस के 1154 मामले सामने आए हैं, इसके चलते 11 लोगों की मौत हो गई है। जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने हाल ही में कहा था कि देश में महामारी पर नियंत्रण कर लिया गया है और सरकार अब अर्थव्यवस्था को फिर से स्थिर करने और फिर से खोलने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

इस बीच शिक्षकों के संघ ने कहा है कि यह संघ को अचानक व आधारहीन तरीके से बंद करने और अपने नेताओं की मनमानी गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ बुधवार 29 जुलाई को एक प्रदर्शन का आयोजन करेगा।

Jordan
Largest teacher's union
Teachers union
Coronavirus
economic crises

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