क़रीब 8,000 करोड़ के कश्मीर के सेब उद्योग को इलाक़े की अर्थव्यवस्था की बैकबोन माना जाता है, जिससे 30 लाख से ज़्यादा लोग जुड़े हुए हैं। मौजूदा समय में, #कश्मीरघाटी में 2,400 करोड़ तक की लागत के सेब का बाज़ार ख़त्म होने की कगार पर है। व्यापारियों का कहना है कि सस्ते ईरानी सेबों के आने से स्थानीय सेबों की मांग कम हो गई है। न्यूज़क्लिक ने सेब व्यापारियों से बात की और उनकी स्थिति को समझने की कोशिश की।