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भारत
राजनीति
बोली लगाने में कश्मीरी पीछे, बाहरी लोगों को हो रहा फ़ायदा?
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने, और राज्य का दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन होने के बाद राज्य ने अपना विशेष दर्जा खो दिया है।लिहाज़ा, जब सरकार ने बारामुला के अलावा कश्मीर घाटी के बाक़ी इलाक़ों की ज़मीनों की नीलामी का ऐलान किया, तो उसमें देखा गया है कि कश्मीरी ज़्यादातर बोलियों में पीछे रह गए हैं।
न्यूज़क्लिक टीम
07 Feb 2020
Kashmir
Kashmiri
Pulwama
Jhelum
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Jammu and Kashmir
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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License