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भारत
राजनीति
किसान आंदोलन: एक और किसान ने किया आत्महत्या का प्रयास, रोहतक के पीजीआईएमएस में भर्ती
इस प्रदर्शन में अभीतक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, इसमें कई किसान सड़क दुर्घटना तो कई भीषण ठंड की चपेट में आने से अपनी जिंदगी खो बैठे हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
22 Dec 2020
cartoon click

पिछले 26 दिनों से केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में अभीतक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, इसमें कई किसान सड़क दुर्घटना तो कई भीषण ठंड की चपेट में आने से अपनी जिंदगी खो बैठे हैं। लेकिन सरकार को शायद इनकी मौत से कोई फ़र्क पड़ता नहीं दिख रहा है क्योंकि किसी भी मंत्री या बीजेपी नेता ने इन किसानों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर नहीं की। सरकार के इस रवैये से नाराज़ किसान अपनी जान की बाजी लगा रहे है इस बीच सोमवार को खबर आई कि प्रदर्शन कर रहे पंजाब के 65 वर्षीय एक किसान ने  दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास कथित रूप से किसी ज़हरीले पदार्थ का सेवन कर खुदकुशी का प्रयास किया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पंजाब के तरण तारण के रहने वाले निरंजन सिंह को रोहतक के पीजीआईएमएस में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जाती है।

आत्महत्या की कोशिश से पहले किसान ने एक पत्र भी छोड़ा जिसका पुलिस सत्यापन कर रही है।

आत्महत्या के प्रयास की वजह के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उनका बयान दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं।’’

इससे पहले पिछले सप्ताह ही सिंघु सीमा के पास सिख उपदेशक संत राम सिंह ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी।

राम सिंह ने सुसाइड नोट भी छोड़ा था। उसमें उन्होंने लिखा, “किसानों का दुख देखा है। अपने हक के लिए सड़कों पर उन्हें देखकर मुझे दुख हुआ है। सरकार इन्हें न्याय नहीं दे रही है जो कि जुल्म है जो जुल्म करता है वह पापी है जुल्म सहना भी पाप है किसी ने किसानों के हक के लिए तो किसी ने जुल्म के खिलाफ कुछ किया है। किसी ने पुरस्कार वापस करके अपना गुस्सा जताया है किसानों के हक के लिए, सरकारी जुल्म के गुस्से के बीच सेवादार आत्मदाह करता है यह जुल्म के खिलाफ आवाज है यह किसानों के हक के लिए आवाज है। वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह।”

केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसान करीब चार सप्ताह से सिंघु बॉर्डर समेत दिल्ली की अनेक सीमाओं पर डेरा डाले हैं।  

(समचार एजेंसी भषा इनपुट के साथ) 

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