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लखीमपुर खीरी अपडेट: किसानों के साथ विपक्षी दलों ने खोला मोर्चा, हड़बड़ी में सरकार 
लखीमपुर खीरी की ओर जाने वाले विपक्षी नेताओं को ज़िले में पहुंचने से पहले ही हिरासत में लिया जा रहा है, भाजपा सरकार ने न केवल ज़िले का इंटरनेट बंद कर दिया है बल्कि पूरे ज़िले में धारा 144 भी लगा दी है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
04 Oct 2021
Lakhimpur Kheri Update
लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के शवों के साथ इंसाफ़ की मांग करते परिवारजन और अन्य किसान। फोटो: किसान एकता मोर्चा के ट्विटर हैंडल से।

लखीमपुर खीरी में हुई शर्मनाक घटना के बाद अब विपक्षी दलों ने भी किसानों का साथ देने के लिए मोर्चा शुरू कर दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रात में ही लखीमपुर खीरी के लिए निकल गईं। लेकिन रास्ते में ही सीतापुर पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। ऐसे ही अखिलेश यादव जो लखीमपुर आना चाहते थे उन्हें भी लखनऊ से नहीं निकलने दिया गया। आप नेता संजय सिंह को भी हिरासत में ले लिया गया है, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को खुली चेतावनी दी है कि अब हर जिला मुख्यालय पर किसान प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। यूपी की भाजपा सरकार ने न केवल जिले का इंटरनेट बंद कर दिया है बल्कि पूरे जिले में धारा 144 भी लगा दी है।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद पूरे प्रदेशभर में रोष है, विपक्षी दलों ने भी किसानों का साथ देने के लिए मोर्चा शुरू कर दिया है।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और उनके बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की है।

लखीमपुर खीरी में हुई इस हिंसा के मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा सहित कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं।

उन्होंने कहा कि अभी प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध नहीं हुई है इसलिये किन-किन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है इस बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है।

उधर लखीमपुर खीरी में मौजूद अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, “मैं घटनास्थल पर ही हूं। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर हुई हैं। अभी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नही है क्योंकि यहां इंटरनेट व्यवस्था काम नहीं कर रही हैं, शीघ्र ही मीडिया को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी जायेंगी।’’

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका गांधी और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में ही उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया।

इस दौरान की आईं वीडियोज में भी देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मियों ने प्रियंका और हुड्डा के साथ धक्का-मुक्की भी की, प्रियंका पुलिसकर्मियों से पूछ रही हैं कि वे उन्हें गिरफ्तारी वारंट दिखाएं और आखिर किस आधार पर उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है। 

योगी सरकार के अंत की शुरुआत है ये..! https://t.co/mXTm3bevAz

— डॉ.पंकज श्रीवास्तव (@PankajSDr) October 4, 2021

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने से रोके जाने के विरोध में धरने पर बैठ गए, सपा प्रमुख को सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी के लिए निकलना था लेकिन तड़के ही उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। अखिलेश जब लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिजन से मुलाकात के लिए जाने के वास्ते घर से बाहर निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद अखिलेश सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।

लखीमपुर खीरी जा रहे माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को दंभी सरकार के आदेश पर पुलिस द्वारा रोका गया।

जो समाजवादी जहां हैं वहीं पर धरने पर बैठ जाएं। pic.twitter.com/388phYwVJm

— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 4, 2021

उधर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने पुलिस प्रशासन पर उन्हें लखीमपुर खीरी जाने से रोकने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें नोटिस थमाया है जिसमें कहा गया है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर वह लखीमपुर खीरी नहीं जा सकते। लिहाजा उन्होंने सोमवार को वहां जाने का इरादा छोड़ दिया है।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी देर रात लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया गया है।

वहीं टिकैत ने सोमवार तड़के संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार से उनकी मांग है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या करने के आरोप में मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाए। टिकैत देर रात लखीमपुर खीरी पहुंचे।

उन्होंने सरकार से इस घटना में मारे गए किसानों के परिजन को अनुग्रह राशि के तौर पर एक-एक करोड़ रुपये तथा आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की।

टिकैत ने कहा कि ये मांगे पूरी होने के बाद ही मृत किसानों का दाह संस्कार किया जाएगा।

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अन्य किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को गोली भी मारी है।

टिकैत ने कहा है कि हर जिले की तहसील और मुख्यालयों में किसान प्रदर्शन के लिए तैयार हैं, अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई है।

यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा के बेटे की कार से कुचलने के कारण प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, इसके बाद भड़के किसानों ने भी दोनों वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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