NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
लेबनान : बढ़ती भुखमरी और बेरोज़गारी रोकने में विफल सरकार के ख़िलाफ़ जनता का प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए ज़रूरी सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए गाड़ियों में प्रदर्शन किया।
पीपल्स डिस्पैच
22 Apr 2020
लेबनान

21 अप्रैल को सैंकड़ों लेबनान वासी देश के मुख्य शहरों की सड़कों पर आ गए और बढ़ती बेरोज़गारी और भुखमरी रोकने में विफल सरकार का विरोध किया। कई लोगों ने गाड़ी के अंदर रह कर और नारे लगा कर प्रदर्शन किया। जनता ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए ज़रूरी सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए गाड़ियों में प्रदर्शन किया।

सरकार ने देश में 15 मार्च से लॉकडाउन लागू किया हुआ है। इसके अलावा सरकार से नाइट कर्फ़्यू भी लगाया है। लेबनान में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 677 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 21 लोगों की मौत हो गई है। 

राजधानी बैरूत में प्रदर्शनकारियों ने एक थिएटर हौल में चल रही संसद तक मार्च किया। स्पीकर नबील बेरी ने थिएटर हाल में संसद बुलाई है ताकि सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पालन हो सके।

देश में वित्तीय संकट, जो दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद अनुपात में सबसे बड़ा ऋण है, महामारी के कारण गहरा गया है। लॉकडाउन के बाद से बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है, मुद्रास्फीति 27% तक बढ़ गई है और बैंकों ने लॉकडाउन के समय आवश्यक नकदी से बड़ी संख्या में लोगों को वंचित करने वाले धन की वापसी पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं।

स्थानीय मीडिया में हताश आर्थिक स्थितियों के कारण लोगों द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने की कई रिपोर्टें सामने आई हैं।

पिछले महीने देश अंतरराष्ट्रीय ऋणों के भुगतान में नाकाम रहा था। संसद ने वित्तीय संकट से निपटने और कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव से लड़ने के लिए मंगलवार, 21 अप्रैल को विश्व बैंक से ताज़ा ऋण की मांगों को मंजूरी दी।

लेबनान में यह प्रदर्शन पिछले साल के अक्टूबर से जारी हैं, जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री साद हरीरी के इस्तीफ़े की मांग की गई थी। उनके इस्तीफ़े के बाद कई महीनों बाद हसन दियाब को नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। 

हालांकि महामारी की घोषणा के बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन रोक दिये गए थे, लेकिन वे पिछले हफ़्ते त्रिपोली में शुरू हो गए और कल तक पूरे देश में फैल गए।

देश में मौजूदा राजनीतिक अभिजात वर्ग के बीच भ्रष्टाचार की व्यापक धारणा है। लोग ग़रीबी और बेरोज़गारी के कारण के रूप में प्रणालीगत प्रवाह को दोष देते हैं और देश की राजनीतिक प्रणाली में एक ओवरहाल की मांग करते हैं।

Lebanon
protests against govt
COVID19
corona virus in lebanon
lebanon govt

Related Stories

2018 की बाढ़ के बाद दोबारा बनाया गया, केरल का FHC राज्य के लचीले सरकारी स्वास्थ्य तंत्र का प्रतिनिधित्व करता है

इज़रायल ने दक्षिणी लेबनान में तीन अलग-अलग स्थानों पर हवाई हमले किए

लेबनान के मनोनीत पीएम नजीब मिकाती ने सरकार बनाने के लिए संसदीय बहुमत हासिल किया

लेबनान : सरकार द्वारा फ़्यूल सब्सिडी समाप्त करने की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शन

कोविड-19 के चलते अनाथ हुए बच्चों की स्तब्ध करती तादाद

लेबनानी ट्रेड यूनियनों ने बिगड़ती जीवन स्थिति के ख़िलाफ़ एक दिवसीय आम हड़ताल की

इस संकट की घड़ी में लोगों की मदद करने के लिए सरकार को ख़र्च बढ़ाना चाहिए

मोदी अकेले नहीं :  सभी ‘दक्षिण-पंथी सत्तावादी’ कोविड-19 से निपटने में बुरी तरह विफल साबित हुए

हरियाणा: कोविड की दूसरी लहर में सैकड़ों आशा कार्यकर्ता हुईं पोज़िटिव;10 की मौत,लेकिन नहीं मिला मुआवज़ा

सीपीएम ने बंगाल के कोविड संकट के बीच जवाबदेही की मांग की, ट्रेड यूनियनों ने  उठाया पूर्ण टीकाकरण का मुद्दा


बाकी खबरें

  • sedition
    भाषा
    सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह मामलों की कार्यवाही पर लगाई रोक, नई FIR दर्ज नहीं करने का आदेश
    11 May 2022
    पीठ ने कहा कि राजद्रोह के आरोप से संबंधित सभी लंबित मामले, अपील और कार्यवाही को स्थगित रखा जाना चाहिए। अदालतों द्वारा आरोपियों को दी गई राहत जारी रहेगी। उसने आगे कहा कि प्रावधान की वैधता को चुनौती…
  • बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    एम.ओबैद
    बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    11 May 2022
    "ख़ासकर बिहार में बड़ी संख्या में वैसे बच्चे जाते हैं जिनके घरों में खाना उपलब्ध नहीं होता है। उनके लिए कम से कम एक वक्त के खाने का स्कूल ही आसरा है। लेकिन उन्हें ये भी न मिलना बिहार सरकार की विफलता…
  • मार्को फ़र्नांडीज़
    लैटिन अमेरिका को क्यों एक नई विश्व व्यवस्था की ज़रूरत है?
    11 May 2022
    दुनिया यूक्रेन में युद्ध का अंत देखना चाहती है। हालाँकि, नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की खेप बढ़ाकर युद्ध को लम्बा खींचना चाहते हैं और इस घोषणा के साथ कि वे "रूस को कमजोर" बनाना चाहते हैं। यूक्रेन
  • assad
    एम. के. भद्रकुमार
    असद ने फिर सीरिया के ईरान से रिश्तों की नई शुरुआत की
    11 May 2022
    राष्ट्रपति बशर अल-असद का यह तेहरान दौरा इस बात का संकेत है कि ईरान, सीरिया की भविष्य की रणनीति का मुख्य आधार बना हुआ है।
  • रवि शंकर दुबे
    इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा यूपी में: कबीर और भारतेंदु से लेकर बिस्मिल्लाह तक के आंगन से इकट्ठा की मिट्टी
    11 May 2022
    इप्टा की ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंच चुकी है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में गीतों, नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जा रहा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License