NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
लीबिया की जीएनए यूनाइटेड गवर्नमेंट के गठन के लिए जारी शांति वार्ता के अंत में हट जाएगी
अंतिम शांति समझौते से देश के प्रमुख शहरों सीरते और अल-जुफराह से सैनिक हटने के साथ-साथ तेल उत्पादन और निर्यात से पाबंदी के हटाने की उम्मीद है।
पीपल्स डिस्पैच
17 Sep 2020
लीबिया

लीबिया के त्रिपोली में स्थित संयुक्त राष्ट्र की मान्यता प्राप्त गवर्नमेंट ऑफ नेशनल अकॉर्ड (जीएनए) जिसके नियंत्रण में देश का पश्चिमी भाग है वह जल्द ही कार्यवाहक क्षमता हासिल कर लेगी क्योंकि अगले महीने के अंत तक शांति वार्ता समाप्त हो जाएगी। ये बात जीएनए के प्रधानमंत्री फ़ैज़ अल-सर्राज ने बुधवार 16 सितंबर को एक टेलीविज़न स्पीच में ये बात कही। प्रधानमंत्री की योजनाओं से वाकिफ़ सरकारी अधिकारियों के अनुसार वे इस सप्ताह के अंत तक अपने इस्तीफ़े की घोषणा करेंगे और उन्होंने पहले से ही अन्य लीबियाई गुटों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों को भी सूचित कर दिया है।

अल-सर्राज ने अपने टीवी संबोधन में कहा, " मैं हर किसी को अगले कार्यकारी अधिकारी को अपने कर्तव्यों को अक्टूबर के अंत तक सौंपने की अपनी इच्छा की घोषणा करता हूं।" उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जारी वार्ता जल्द ही परिणाम पर पहुंचेगी और एक नए एकीकृत प्रेसिडेंशियल काउंसिल का गठन होगा और नए प्रधानमंत्री सत्ता संभालेंगे।

निकट भविष्य में संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव कराने के लिए इस शांति समझौते से इस देश के क़िस्मत की लकीर खींचने की उम्मीद है। अल-सर्राज ने यह भी कहा कि मोरक्को के शहर बुज़ानिया में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित शांति वार्ता जारी है और स्विस शहर मॉन्ट्रियाक्स में प्रतिद्वंद्वी पक्षों में ये सफल रही। ये प्रतिद्वंद्वी मुख्य रूप से तोब्रुक स्थित पूर्वी सरकार जिसका जनरल खलीफा हफ़्तार के नेतृत्व वाले विद्रोही लीबिया नेशनल आर्मी (एलएनए) से गठबंधन है वह देश में बेहद ज़रुरी शांति और राजनीतिक एकता को हासिल करने के लिए एक 'नए प्रारंभिक चरण' में प्रवेश कर रहा है।

युद्धरत पक्षों के बीच एक अंतिम शांति समझौते के लिए बातचीत जल्द ही स्विटजरलैंड के जिनेवा में फिर से शुरू होने की उम्मीद है। अल-सर्राज की घोषणा पूर्व की सरकार के इस्तीफ़े की क्षतिपूर्ति को लेकर की गई है जिसने भ्रष्टाचार, ख़राब सरकारी सेवाओं, लंबे समय तक बिजली कटौती, उच्च तेल की क़ीमतों आदि के कारण दोनों प्रतिद्वंद्वी सरकारों के ख़िलाफ़ तीव्र विरोध प्रदर्शनों के बाद रविवार 13 सितंबर को इस्तीफ़ा दे दिया था। ये विरोध प्रदर्शन पिछले कुछ हफ्तों में शुरु हुआ और निरंतर तेज़ हो रहा है और इसके कम होने के कोई संकेत नहीं दिखे रहे थे।

libya
Al-Jufrah
GNA
Al-Sarraj
Geneva

Related Stories

अफ़्रीकी देश अपनी मुद्रायें यूरोप से क्यों छपवाते हैं

लीबिया में युद्ध समाप्त करने और दिसंबर में चुनावों की रूपरेखा को अंतिम रूप देने को बातचीत फिर शुरू

लीबिया पर शांति सम्मेलन में देश से सभी विदेशी सैनिकों को तत्काल वापस लेने का आह्वान

लीबिया की अंतरिम सरकार ने तुर्की को देश से अपनी सेना वापस लेने के लिए कहा

बिना दस्तावेज़ वाले प्रावसियों को ले जा रही नाव के लीबिया तट के पास डूबने से 11 लोगों की मौत

लीबिया की संसद ने अंतरिम यूनिटी सरकार को मंज़ूरी दी

लीबिया की संसद ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित अंतरिम सरकार के भविष्य पर बैठक की

लीबिया में अंतरिम सरकार के लिए उम्मीदवारों की घोषणा का यूएन ने स्वागत किया

संयुक्त राष्ट्र ने लीबिया से सभी विदेशी सैनिकों की तत्काल वापसी की मांग की

लीबिया में संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित शांति वार्ता का दूसरा दौर वर्चुअल रूप में शुरू हुआ


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License