NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
मध्यप्रदेश बस हादसा: 'हादसे का शिकार हुई मासूम ज़िंदगियों को निजीकरण और मुनाफ़े की हवस ने निगला'
माकपा ने कहा है कि प्रदेश की सरकार पूरी तरह से माफियाओं के शिकंजे में है। राज्य सड़क परिवहन निगम के निजीकरण के बाद सड़कों पर दौडने वाली 90 प्रतिशत बसों के मालिक भाजपा नेता हैं। इसलिए बसों की फिटनेंस तक की भी अनदेखी होती है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
17 Feb 2021
Bus accident
चित्र साभार: द इंडियन एक्स्प्रेस

भोपाल/सीधी (मप्र): मध्यप्रदेश में सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में हुए बस हादसे के एक दिन बाद बुधवार सुबह छह माह की एक बच्ची सहित चार और शव बरामद होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है। यात्रियों से खचाखच भरी एक बस के नहर में गिर जाने के हादसे में मंगलवार रात तक 21 महिलाओं सहित 47 लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे।

वाम दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) ने इस हादसे के लिए  निजीकरण जिम्मेदार बतया है। उन्होंने कहा हादसे का शिकार हुई मासूम जिंदगियों को निजीकरण और मुनाफे की हवस ने निगला है। बात-बात पर बयानबाजी करने वाले मुख्यमंत्री भी इस हादसे पर खामोश हैं, क्योंकि इन मौतों के असली हत्यारों का पता लगाने की कोशिश की जायेगी तो सरकार के अपने चहेते ही बेनकाब हो जायेंगे।

सीधी के जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मंगलवार देर रात को बंद किया गया बचाव अभियान बुधवार सुबह फिर शुरू किया गया और हमने चार और शव इस नहर से बरामद किये हैं। यह नहर बाणसागर बांध परियोजना का एक हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा कि तीन और लोगों के लापता होने की आशंका है और उन्हें ढूंढने के प्रयास जारी हैं।

इसी बीच, रामपुर नैकिन पुलिस थाने के प्रभारी अशोक पांडे ने बताया कि हादसे के बाद ये चारों लोग नहर की तेज धारा में बह गये थे। इनमें से तीन शव दुर्घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर रीवा जिले के गोविन्दगढ़ पुलिस थाना इलाके से नहर के एक हिस्से में मिले, जबकि एक शव घटना स्थल से करीब छह किलोमीटर दूर सीधी जिले में ही नहर में मिला।’’ उन्होंने कहा कि इन चार शवों में एक छह महीने की बच्ची भी शामिल है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने भोपाल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आज (बुधवार) सीधी जा रहा हूं। ये अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। ऐसे समय मैं बैठा नहीं रह सकता। मैं उन परिवारों से भेंट करूंगा और जानकारियां लूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो बेटे-बेटी, भाई-बहन चले गये हैं उन्हें हम वापस तो नहीं ला सकते, लेकिन परिवारों की जिंदगी कैसे आसान बने, इसकी कोशिश करेंगे।’’ चौहान ने कहा, ‘‘इस घटना के मूल में भी मैं जाने की कोशिश करूंगा। अभी तो मैं वहां जाकर परिस्थितियां देखूंगा।’’ अधिकारियों ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं पांच जिलों के स्थानीय प्रशासन के करीब 600 कर्मचारी मंगलवार सुबह से राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

यह हादसा सीधी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर पटना गांव में मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ। हादसे के वक्त बस सीधी से सतना जा रही थी और नहर में करीब 25 फुट गहरा पानी था।

माकपा के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि छुईया घाटी पर पिछले सात दिन से रोड जाम था। जाम की वजह सीमेंट कारखाने के ओवरलोडेड ट्रकों और ट्रालों से सड़क को बुरी तरह गड्डों में तबदील कर देना था। यह सीमेंट कारखाना उसी जेपी का है, जिसके डंपर कांड में मुख्यमंत्री और उनके परिजनों के नाम जुड़ चुके हैं। छुईया घाटी के जाम के कारण ही बसों को नहर के किनारे की सकरी और उबडख़ाबड़ सड़क से निकलना पड़ रहा था।

जसविंदर सिंह ने कहा है कि गैर कानूनी तरीके से रोकी गई सड़क और रायल्टी बचाने के लिए ओवरलोडेड ट्रकों और डंपरों की जांच कर ही असली मुजरिमों को बेनकाब किया जा सकता है। मगर इनसे ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है। क्योंकि यह सब राजनीतिक संरक्षण में हो रहा था। मुख्यमंत्री से लेकर कोई भी मंत्री इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने को तैयार नहीं है।

माकपा ने कहा है कि प्रदेश की सरकार पूरी तरह से माफियाओं के शिकंजे में है। राज्य सड़क परिवहन निगम के निजीकरण के बाद सड़कों पर दौडऩे वाली 90 प्रतिशत बसों के मालिक भाजपा नेता हैं। इसलिए बसों की फिटनेंस तक की भी अनदेखी होती है।

जसविंदर सिंह ने कहा है कि इस हादसे की जांच कर अपराधियों को सजा दिलाने के साथ ही प्रदेश सरकार को इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। माकपा ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए परिजनों को बीस बीस लाख रुपए मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने तथा घायलों के मुफ्त उपचार के साथ ही पांंच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )

Bus Accident
Madhya Pradesh
CPIM

Related Stories

उत्तरकाशी हादसा: मध्य प्रदेश के 26 श्रद्धालुओं की मौत,  वायुसेना के विमान से पहुंचाए जाएंगे मृतकों के शव

मुंडका अग्निकांड: लापता लोगों के परिजन अनिश्चतता से व्याकुल, अपनों की तलाश में भटक रहे हैं दर-बदर

मप्र : बोर्ड परीक्षा में असफल होने के बाद दो छात्राओं ने ख़ुदकुशी की

मध्य प्रदेश: आख़िर ईद के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा की वजह क्या है?

बंगाल : बस के नहर में गिरने से छह प्रवासी मजदूरों की मौत

तिरंगा लगाते वक्त हुआ दर्दनाक हादसा, ग्वालियर नगर निगम के तीन कर्मचारियों की क्रेन से गिरकर मौत 

बाराबंकी में सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत, 25 अन्य घायल

हिमाचल के चम्बा में बस खाई में गिरी, 9 की मौत, मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

मध्यप्रदेश के सीधी ज़िले में नहर में गिरी बस, 37 शव बरामद

कोरोना वायरस से संक्रमित माकपा के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती का निधन


बाकी खबरें

  • blast
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हापुड़ अग्निकांड: कम से कम 13 लोगों की मौत, किसान-मजदूर संघ ने किया प्रदर्शन
    05 Jun 2022
    हापुड़ में एक ब्लायलर फैक्ट्री में ब्लास्ट के कारण करीब 13 मज़दूरों की मौत हो गई, जिसके बाद से लगातार किसान और मज़दूर संघ ग़ैर कानूनी फैक्ट्रियों को बंद कराने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही…
  • Adhar
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: आधार पर अब खुली सरकार की नींद
    05 Jun 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस सप्ताह की जरूरी ख़बरों को लेकर फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष
    05 Jun 2022
    हमारे वर्तमान सरकार जी पिछले आठ वर्षों से हमारे सरकार जी हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार जी भविष्य में सिर्फ अपने पहनावे और खान-पान को लेकर ही जाने जाएंगे। वे तो अपने कथनों (quotes) के लिए भी याद किए…
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' का तर्जुमा
    05 Jun 2022
    इतवार की कविता में आज पढ़िये ऑस्ट्रेलियाई कवयित्री एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' जिसका हिंदी तर्जुमा किया है योगेंद्र दत्त त्यागी ने।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित
    04 Jun 2022
    देशभक्तों ने कहां सोचा था कि कश्मीरी पंडित इतने स्वार्थी हो जाएंगे। मोदी जी के डाइरेक्ट राज में भी कश्मीर में असुरक्षा का शोर मचाएंगे।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License