NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
मध्य प्रदेश: आख़िर ईद के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा की वजह क्या है?
धार, जबलपुर और बड़वानी में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान हिंसा की खबरें सामने आई हैं। इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाज़ी और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज केे वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। फिलहाल तीन शहरों में तनावभरा माहौल है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
20 Oct 2021
muslims

बीते कुछ समय से मध्यप्रदेश सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कई बार सुर्खियों में रहा है। मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र के इंदौर, उज्जैन और मंदसौर की घटनाएं हों या बड़वानी ज़िले के सेंधवा शहर में कथित तौर पर एक गरबा स्थल पर 10 साल के एक मुस्लिम बच्चे की मौजूदगी, ये सब शायद ही कोई भूला हो। लेकिन अब खबर है कि मध्यप्रदेश के तीन शहरों धार, जबलपुर और बड़वानी में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान हिंसा हो गई और इसके बाद पुलिस के साथ झड़प और लाठीचार्ज की खबरें भी आईं।

इन सब जगहों पर ईद मिलादुन्नबी (मिलाद-उन-नबी भी कहते हैं) का जुलूस निकाला जा रहा था। सुबह सबसे पहले धार जिले में बवाल हुआ। यहां जुलूस निकाल रहे लोग और पुलिसबल आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच झड़प हो गई। लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की तो पुलिस ने भी लाठियां लेकर लोगों को खदेड़ा। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि पहले लोगों की तरफ से पत्थरबाजी हुई या पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज।

बता दें कि इस बीच सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को उकसाने वाली तमाम तरह की बातें शेयर की जा रही हैं। इस बारे में धार के एसपी ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के किसी भी मेसेज को न तो शेयर, फॉरवर्ड करें और न ही इन पर भरोसा करें। अगर कोई इस तरह के मेसेज आगे बढ़ाता है तो उस पर आईपीसी और आईटी ऐक्ट के तहत कार्रवाई होगी।

 

धार पुलिस की अपील
सोशल मीडिया पर अफवाह तथा भ्रामक पोस्ट प्रसारित ना किये जाने के संबंध में निर्देश @SP_DHAR_MP @PROJSDhar @collectordhar pic.twitter.com/K6eQvgWhpN

— SP_DHAR_MP (@SP_DHAR_MP) October 19, 2021

क्या है पूरा मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस-प्रशासन ने जो रूट तय किया था, उससे अलग रूट से जुलूस निकाला जा रहा था। आरोप है कि पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों को ऐसा करने से रोका तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई, जो जल्दी ही बवाल में बदल गई।

धार में सुबह 9 बजे शुरू हुए इस जुलूस में एक हज़ार से अधिक लोग शामिल थे। चलते-चलते जुलूस ऐसे रूट पर पहुंच गया, जहां पुलिस बेरिकेड्स लगे थे। आरोप है कि कुछ लोगों ने इसे फांदने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने रोका और फिर विवाद हो गया। हालांकि स्थिति बहुत ज़्यादा बिगड़ती, इससे पहले एएसपी देवेंद्र पाटीदार और ए़डीएम सलोनी सिडाना ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बात की और जुलूस को शांतिपूर्वक आगे बढ़वाया।

इसी तरह शाम होते-होते जबलपुर से भी ईद के जुलूस में विवाद की ख़बर आई। यहां भी जुलूस के ग़लत रूट पर जाने को वजह बताया जा रहा है। दैनिक भास्कर की ख़बर के अनुसार जुलूस को मछली मार्केट से होते हुए सुब्बा शाह मैदान तक जाना था, लेकिन मछली मार्केट से अचानक जुलूस सर्राफा की तरफ मुड़ने लगा। अखबार के मुताबिक, पुलिस ने लोगों को रोका तो यहां भी विवाद हो गया। आरोप है कि किसी ने कथित तौर पर पुलिस पर जलते हुए पटाखे फेंक दिए। इस पर पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। बाद में समझा-बुझाकर जुलूस को आगे बढ़वाया गया।

जबलपुर और धार में हुए बवाल के बाद बड़वानी से भी इसी तरह की खबर आई है। बड़वानी जिले के राजपुर ईद के जुलूस के दौरान दो पक्षों में विवाद हुआ। इसमें पथराव किया गया। करीब 8 से 10 लोग घायल हुए। थाना प्रभारी को भी चोट आई।

अमर उजाला की खबर के मुताबिक राजपुर में ईद के मौके पर जुलूस निकाला जा रहा था। इस दौरान एक पक्ष के लोगों ने विवादित गाना डीजे पर चला दिया। इसके बाद तनाव की स्थिति बनी तो दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें राजपुर थाना प्रभारी समेत 10 लोगों के घायल होने की खबर है। यह भी जानकारी आ रही है कि प्रशासन ने जुलूस की अनुमति नही दी थी। पुलिस ने डीजे जब्त कर लिया है।

प्रशासन का क्या कहना है?

इस मामले को लेकर धार के कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है। जिन्होंने नियम तोड़ा है, उन पर कार्रवाई की जाएगी। जुलूस के दौरान हुई झड़प में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

वहीं, धार के एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने लाठीचार्ज से ही इंकार किया है। उन्होंने कहा कि जुलूस के लिए एक मार्ग तय किया गया था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व शामिल जुलूस में शामिल हो गए। उन्हें वहां से खदेड़ा गया। जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि पुलिस के अनुसार, मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र, जिसमें इंदौर, उज्जैन और मंदसौर जैसे जिले शामिल हैं, में सितंबर 2020 से सांप्रदायिक तनाव की 12 घटनाएं दर्ज की गई हैं। दोनों समुदायों के कम से कम 70 लोगों के ख़िलाफ़ आईपीसी की कड़ी धाराओं और 18 पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हालही में इंदौर का एक चूड़ीवाला, देवास का एक फेरीवाला, उज्जैन का एक स्क्रैप डीलर और इंदौर का ही एक चाटवाला- इन सब लोगों में एक बात समान है कि इन सबको बीजेपी के आधिपत्य वाले मालवा क्षेत्र में मुसलमान होने की वजह से निशाना बनाया गया है। इन सब वजहों से कई क्षेत्रों में तनाव बढ़ा है और हिंसा भी हुई है।

आखिर वजह क्या है इस बढ़ती हिंसा की?

इन घटनाओं के बीच प्रशासन पर कई बार हिंदूवादी संगठनों के लोगों का बचाव करने के भी आरोप लगे हैं। हालाँकि मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी हमेशा ही इन आरोपों को निराधार बताती रही है। सरकार पत्थरबाज़ी के ख़िलाफ़ नया सख़्त क़ानून ला रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार कह चुके हैं कि पत्थरबाज़ों को बख़्शा नहीं जाएगा। लेकिन दंगा करने, धर्मस्थल पर हमला करने, संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, पशुओं पर हमला करने, फसल बर्बाद करने, इस सबके ख़िलाफ़ तो पहले से ही भारतीय दंड संहिता के तहत प्रावधान मौजूद हैं। लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस ने अभी तक मुसलमानों पर हमला करने, उनकी संपत्तियों को नुक़सान पहुँचाने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं की है।

जानकारों की मानें तो ऐतिहासिक तौर पर मालवा में सांप्रदायिक सौहार्द्र रहा है। होल्कर स्टेट के दौरान भी सांप्रदायिक सौहार्द्र बना रहा। अगर बीते दो-तीन दशकों को छोड़ दें, तो यहाँ कभी भी सांप्रदायिक तनाव नहीं रहा है। लेकिन राम जन्मभूमि आंदोलन के बाद से ये इलाक़ा सांप्रदायिक तनाव का केंद्र बन गया है। हिंदू-मुसलमान अपनी-अपनी कौम की जायज-नाजायज बातों को लेकर भीड़ने लगे हैं। कभी-कभी एक-दूसरे के तीज़-त्यौहारों में शामिल होने वाले अब एक-दूसरे को अपना दुश्मन मानने लगे हैं।

हालांकि इन सब के बीच सबसे जरूरी सवाल ये है कि आखिर हिंसा की चिंगारी को कैसे और किसने हवा देने का काम किया। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिन्हे एक मॉडरेट नेता माना जाता था, जिनके सत्ता में होने से अल्पसंख्यक समुदाय को कोई खतरा कभी महसूस नहीं हुआ, उनके तेवर अचानक इतने बदले-बदले नजर आ रहे हैं। लव-जिहाद पर कड़ा रुख हो या फिर हाल के बयानों में सख्ती, ये सब इशारा कर रहे हैं कि अपनी लिबरल और मॉडरेट इमेज को जान बूझ कर सीएम शिवराज बदलना चाह रहे हैं, जिससे पूरे राज्य में एक अलग माहौल बन गया है।

Islamophobia
Madhya Pradesh
Shivraj Singh Chauhan
Violence against Muslims
eid

Related Stories

चुनावी राज्यों में क्रमवार दंगे... संयोग या प्रयोग!

मप्र : बोर्ड परीक्षा में असफल होने के बाद दो छात्राओं ने ख़ुदकुशी की

तिरंगा लगाते वक्त हुआ दर्दनाक हादसा, ग्वालियर नगर निगम के तीन कर्मचारियों की क्रेन से गिरकर मौत 

मध्यप्रदेश बस हादसा: 'हादसे का शिकार हुई मासूम ज़िंदगियों को निजीकरण और मुनाफ़े की हवस ने निगला'

मध्यप्रदेश के सीधी ज़िले में नहर में गिरी बस, 37 शव बरामद

फिर हादसा, फिर मौतें : यूपी के औरैया में 24 मज़दूरों की जान गई, एमपी के सागर में 5 की मौत

मप्र में रिलायंस के बिजली संयंत्र का राखड़ बांध टूटा, 6 लोग बहे, फसलों को नुकसान

मध्यप्रदेश: रीवा में बस हादसा ,नौ की मौत, 23 घायल

मध्य प्रदेश: बस के नदी में गिरने से सात यात्रियों की मौत, 35 घायल

गणपति विसर्जन के दौरान महाराष्ट्र में 18 और मध्यप्रदेश में 11 लोगों की मौत


बाकी खबरें

  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    संतूर के शहंशाह पंडित शिवकुमार शर्मा का मुंबई में निधन
    10 May 2022
    पंडित शिवकुमार शर्मा 13 वर्ष की उम्र में ही संतूर बजाना शुरू कर दिया था। इन्होंने अपना पहला कार्यक्रम बंबई में 1955 में किया था। शिवकुमार शर्मा की माता जी श्रीमती उमा दत्त शर्मा स्वयं एक शास्त्रीय…
  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    ग़ाज़ीपुर के ज़हूराबाद में सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर पर हमला!, शोक संतप्त परिवार से गए थे मिलने
    10 May 2022
    ओमप्रकाश राजभर ने तत्काल एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के अलावा पुलिस कंट्रोल रूम, गाजीपुर के एसपी, एसओ को इस घटना की जानकारी दी है। हमले संबंध में उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने कहा है कि भाजपा के…
  • कामरान यूसुफ़, सुहैल भट्ट
    जम्मू में आप ने मचाई हलचल, लेकिन कश्मीर उसके लिए अब भी चुनौती
    10 May 2022
    आम आदमी पार्टी ने भगवा पार्टी के निराश समर्थकों तक अपनी पहुँच बनाने के लिए जम्मू में भाजपा की शासन संबंधी विफलताओं का इस्तेमाल किया है।
  • संदीप चक्रवर्ती
    मछली पालन करने वालों के सामने पश्चिम बंगाल में आजीविका छिनने का डर - AIFFWF
    10 May 2022
    AIFFWF ने अपनी संगठनात्मक रिपोर्ट में छोटे स्तर पर मछली आखेटन करने वाले 2250 परिवारों के 10,187 एकड़ की झील से विस्थापित होने की घटना का जिक्र भी किया है।
  • राज कुमार
    जनवादी साहित्य-संस्कृति सम्मेलन: वंचित तबकों की मुक्ति के लिए एक सांस्कृतिक हस्तक्षेप
    10 May 2022
    सम्मेलन में वक्ताओं ने उन तबकों की आज़ादी का दावा रखा जिन्हें इंसान तक नहीं माना जाता और जिन्हें बिल्कुल अनदेखा करके आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन तबकों की स्थिति सामने रखी जिन तक आज़ादी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License