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भारत
राजनीति
तब निशाने पर गांधीजी थे, आज संविधान है!
सन् 1948 की 30 जनवरी को सांप्रदायिक-फासीवादियों ने 'राष्ट्रपिता' पर निशाना साधा। तब से वे लंबे समय तक समाज और सियासत में हाशिए पर रहे! लेकिन पिछले कुछ वर्षों से वे बड़ी ताकत के साथ उभरे हैं। इस बार 30 जनवरी के शहादत-दिवस को फिर रक्तरंजित किया गया! यह एक असमाप्त सिलसिले का हिस्सा है! इनका असल निशाना संविधान है! 30 जनवरी की हालिया घटना पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण:
न्यूज़क्लिक प्रोडक्शन
01 Feb 2020
Mahatama Gandhi
Gandhi's assassination
30 Jan 1948
Indian constitution
Attack on Constitution
Modi government
Right Wing Forces

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