ग्राउंड रिपोर्ट में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह न्यूज़क्लिक की टीम के साथ पहुंची उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले के मलियाना इलाके में, जहां 35 साल पहले 72 से अधिक मुसलमानों को पीएसी और दंगाइयों ने मार डाला था। लोकतंत्र में इंसाफ़ का माखौल किस तरह से उड़ाया जाता है, इसकी ज़िंदा मिसाल हैं, मलियाना कांड में इंसाफ़ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे भारतीय नागरिक--88 सुनवाइयों के बाद महज़ 8 गवाहों के बयान हुए हैं दर्ज। कांड पर न्याय के लिए याचिका हाईकोर्ट में दाखिल, लेकिन इंसाफ़ अभी दूर की कौड़ी।