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कई सवालों के जवाब अभी मिलने बाक़ी हैं, गुलाबी गेंद पर बोले शास्त्री
शास्त्री ने कहा,‘‘ गुलाबी गेंद के अनुकूल ढलना चुनौतीपूर्ण है। हमें देखना होगा कि गेंद का बर्ताव कैसा रहता है। टेस्ट क्रिकेट कैसा होगा। यह लाल गेंद से काफी कठोर और भारी है ।’’
भाषा
22 Nov 2019
pink ball test
प्रतीकात्मक फोटो, साभार : इंडिया टुडे

कोलकाता: भारत के पहले दिन रात के टेस्ट की अहमियत का उन्हें बखूबी इल्म है लेकिन मुख्य कोच रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि गुलाबी गेंद को लेकर कई सवालों के जवाब अभी मिलने बाकी है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से दिन रात के टेस्ट को मंजूरी मिलने के सात साल बाद भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद से पहला टेस्ट खेल रही है।

शास्त्री ने पहले दिन का खेल शुरू होने से पहले आधिकारिक प्रसारक से कहा ,‘‘ यह ऐतिहासिक मौका है लेकिन इसमें हमें इंतजार करके देखना होगा कि कैसा रहता है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ कई सवालों के जवाब मिलने बाकी है और वक्त ही बतायेगा ।’’

यह 12वां दिन रात का टेस्ट है जबकि पहला टेस्ट आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 2015 में खेला गया था।

शास्त्री ने कहा ,‘‘ गुलाबी गेंद के अनुकूल ढलना चुनौतीपूर्ण है। हमें देखना होगा कि गेंद का बर्ताव कैसा रहता है। टेस्ट क्रिकेट कैसा होगा।

यह लाल गेंद से काफी कठोर और भारी है ।’’

दिन रात का टेस्ट देखने कोलकाता पहुंची हसीना

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत के खिलाफ ईडन गार्डन पर दिन रात के पहले क्रिकेट टेस्ट के उद्घाटन के लिये यहां पहुंच गई।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने हवाई अड्डे पर हसीना का स्वागत किया।

हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैच से इतर बैठक भी करेंगे।

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