NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस को मेक्सिको ने दी शरण
ईवो मोरालेस ने चुनाव नतीजों में गड़बड़ी के आरोपों के बाद सेना के बढ़ते दबाव के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया था।
भाषा
12 Nov 2019
Bolivia
फाइल फोटो

मेक्सिको सिटी: मेक्सिको ने बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस को देश में शरण दी है।

मोरालेस ने चुनाव नतीजों में गड़बड़ी के आरोपों के बाद सेना और जनता के बढ़ते दबाव के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया था।

मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एबरार्ड ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कुछ मिनट पहले ही मुझे पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस का फोन आया था, जिसमें उन्होंने हमारे प्रस्ताव का जवाब दिया और मौखिक एवं औपचारिक रूप से देश में राजनीतिक शरण देने का अनुरोध किया।’

उन्होंने कहा, ‘मेक्सिको के विदेश मंत्रालय ने गृह मंत्री ओल्‍गा सांचेज़ कॉर्डेरो से विचार-विमर्श के बाद मानवीय आधार पर उन्हें शरण देने का निर्णय लिया। बोलीविया में मोरालेस की जान को खतरा है।’

हालांकि उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि मोरालेस कब मेक्सिको पहुंचेंगे ।वहीं पेरू के सैन्य सूत्रों ने जानकारी दी है कि बोलीविया से मोरालेस को लाने के लिए मेक्सिको वायु सेना का विमान पेरू की राजधानी लीमा पहुंच गया है।

सूत्रों ने बताया, ‘हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि पूर्व राष्ट्रपति को ले कर विमान कब उड़ान भरेगा।’

गौरतलब है कि मोरालेस बोलीविया की मूल निवासी आबादी के राष्ट्रपति बनने वाले पहले सदस्य थे और वह 13 साल नौ महीने तक सत्ता में रहे जो देश के इतिहास में सबसे बड़ा कार्यकाल है।

हालांकि, पिछले महीने चौथी बार चुनाव जीतने के उनके दावे ने देश में अशांति पैदा कर दी। उनके समर्थकों तथा प्रतिद्वंद्वियों के बीच झड़पों में तीन लोगों की मौत हो गयी और 100 से अधिक घायल हो गए।

इससे पहले रविवार को ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेट्स (ओएएस) ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसने 20 अक्टूबर को हुए चुनाव में ‘कई अनियमितताएं’ पायी हैं और देश में नया चुनाव होना चाहिए।

मोरालेस इस पर राजी हो गए लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर सेना प्रमुख जनरल विलियम्स कलीमन ने स्पष्ट कर दिया कि यह पर्याप्त नहीं होगा। मोरालेस सबसे पहले 2006 में निर्वाचित हुए थे और दक्षिण अमेरिका के गरीब देश को आर्थिक वृद्धि की राह पर ले गए। उन्होंने सड़कों को पक्का करने, बोलीविया के पहले उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजने और महंगाई पर लगाम लगाने जैसे महत्वपूर्ण काम किए।

Evo Moralis
Bolivia Unrest
Morales in Mexico
Bolivia Coup

Related Stories

'हम जिसका चाहेंगे, उसका तख़्तापलट करेंगे': एलन मस्क और बोलिविया में लोकतंत्र का ख़ात्मा

चुनाव, COVID-19 और फ़ासीवादी दमन को लेकर बोलीविया के राष्ट्रपति पद के समाजवादी उम्मीदवार लुइस एर्स की बेबाक राय

तख़्तापलट के बाद भविष्य की राह क्या है?

एक पत्र उन बुद्धिजीवियों के नाम जो पवित्रता के नाम पर क्रांतियों का मज़ाक़ उड़ाते हैं

जेएनयू का संसद तक मार्च, किसानों पर लाठीचार्ज और अन्य ख़बरें


बाकी खबरें

  • भाषा
    मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर ग्रेनेड हमला
    10 May 2022
    मोहाली पुलिस ने एक बयान में कहा, ''शाम 7.45 बजे सेक्टर 77, एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय परिसर में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल…
  • पीपल्स डिस्पैच
    अनिश्चितता के इस दौर में रौशनी दिखाता श्रमिकों का संघर्ष  
    10 May 2022
    पोटेरे अल पोपोलो के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने 6 से 8 मई तक इटली के रोम में आयोजित वर्ल्ड फ़ेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियन्स की 18वीं कांग्रेस को संबोधित किया।
  • शाओनी दास
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून और न्याय की एक लंबी लड़ाई
    10 May 2022
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून, 1967 [यूएपीए] को 14 सितंबर, 2020 को हुए दिल्ली दंगों में कथित साज़िशकर्ताओं के ख़िलाफ़ इस्तेमाल गया है।
  • अजय कुमार
    क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?
    10 May 2022
    मौजूदा वक़्त की हालत यह है कि वित्तीय बाजार की पूरी दुनिया पर डॉलर का दबदबा है। लंदन, न्यूयॉर्क से वित्तीय बाजार नियंत्रित हो रहा है लेकिन दुनिया के उत्पादन श्रृंखला पर अमेरिका का दबदबा नहीं है।
  • राज वाल्मीकि
    मेरे लेखन का उद्देश्य मूलरूप से दलित और स्त्री विमर्श है: सुशीला टाकभौरे
    10 May 2022
    सुशीला टाकभौरे ने कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक आदि कई विधाओं में लेखन किया है। कई कहानियां, कविता और उपन्यास, आत्मकथा विभिन्न राज्यों के पाठ्यक्रम में लगी हुई हैं। आपको कई पुरस्कारों से सम्मानित किया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License