NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
लाखों लोग बेघर, लेकिन भारतीय उद्योगपति ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ रहे हैं : ओबामा
अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने अपनी नवीनतम किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए।
भाषा
17 Nov 2020
ओबामा

वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी नई किताब में भारतीय उद्योगपतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है, जबकि लाखों लोग बेघर हैं।

अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने अपनी नवीनतम किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए।

किताब में लिखा है कि सहयोगियों के बिना हुई बातचीत के दौरान सिंह ने उनसे कहा, ‘‘अनिश्चितता भरे समय में, राष्ट्रपति महोदय, धार्मिक और जातीय एकजुटता का आह्वान बहकाने वाला हो सकता है और भारत में या कहीं भी राजनेताओं के लिए इसका दोहन करना बुहत कठिन नहीं है।’’

ओबामा ने लिखा, ‘‘ मैंने सर हिलाते हुए, प्राग यात्रा के दौरान (चेकोस्लोवाकिया के पूर्व राष्ट्रपति) वक्लाव हवेल के साथ हुई बातचीत और यूरोप में असमानता के बढ़ते प्रकोप के बारे में उनकी चेतावनी याद की। यदि वैश्वीकरण और ऐतिहासिक आर्थिक संकट अपेक्षाकृत सम्पन्न देशों में इन रूझानों को बढ़ा रहे हैं और अगर अमेरिका में भी मैं इसे टी पार्टी (अनुदारवादी वित्तकोषीय आंदोलन) में देख सकता हूं तो भारत इससे कैसे बच सकता है?’’

ओबामा ने लिखा, देशभर में लाखों लोग गंदगी और गिलाजत में रह रहे हैं, अकालग्रस्त गांवों या बदहाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं। वहीं भारतीय उद्योग के महारथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि इससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए।

वहीं भारत-पाकिस्तान मुद्दे से लोगों को प्रभावित करने की राजनीति पर ओबामा ने लिखा, ‘‘ पाकिस्तान के प्रति शत्रुता भाव व्यक्त करना राष्ट्र को एकजुट करने का सबसे आसान रास्ता है। ढेर सारे भारतीयों को इस बात पर गर्व है कि पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए देश ने परमाणु हथियार कार्यक्रम विकसित किया। उन्हें इस हकीकत की कोई परवाह नहीं है कि किसी भी तरफ से कोई चूक क्षेत्र का विनाश कर सकती है।’’

इस किताब में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण दिया है।

इस किताब के दो भाग हैं। पहला भाग मंगलवार को दुनियाभर में जारी हुआ।

Barack Obama
Obama's Book
A Promised Land
Poverty in India
Deference between Poor and Rich
MANMOHAN SINGH
Narendra modi

Related Stories

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"

भाजपा के लिए सिर्फ़ वोट बैंक है मुसलमान?... संसद भेजने से करती है परहेज़

हिमाचल में हाती समूह को आदिवासी समूह घोषित करने की तैयारी, क्या हैं इसके नुक़सान? 


बाकी खबरें

  • भाषा
    किसी को भी कोविड-19 टीकाकरण कराने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता : न्यायालय
    02 May 2022
    पीठ ने कहा, “संख्या कम होने तक, हम सुझाव देते हैं कि संबंधित आदेशों का पालन किया जाए और टीकाकरण नहीं करवाने वाले व्यक्तियों के सार्वजनिक स्थानों में जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाए। यदि पहले से…
  • नाइश हसन
    कितने मसलक… कितनी टोपियां...!
    02 May 2022
    सुन्नी जमात हैं तो गोल टोपी... बरेलवी से हैं तो हरी टोपी...., अज़मेरी हैं तो ख़ादिम वाली टोपी.... जमाती होे तो जाली वाली टोपी..... आला हज़रत के मुरीद हों तो लम्बी टोपी। कौन सी टोपी चाहती हैं आप?
  • शिरीष खरे
    कोरोना महामारी अनुभव: प्राइवेट अस्पताल की मुनाफ़ाखोरी पर अंकुश कब?
    02 May 2022
    महाराष्ट्र राज्य के ग़ैर-सरकारी समूहों द्वारा प्रशासनिक स्तर पर अब बड़ी तादाद में शिकायतें कोरोना उपचार के लिए अतिरिक्त खर्च का आरोप लगाते हुए दर्ज कराई गई हैं। एक नजर उन प्रकरणों पर जहां कोरोनाकाल…
  • सुबोध वर्मा
    पेट्रोल/डीज़ल की बढ़ती क़ीमतें : इस कमर तोड़ महंगाई के लिए कौन है ज़िम्मेदार?
    02 May 2022
    केंद्र सरकार ने पिछले आठ वर्षों में सभी राज्य सरकारों द्वारा करों के माध्यम से कमाए गए 14 लाख करोड़ रुपये की तुलना में केवल उत्पाद शुल्क से ही 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है।
  • ज़ाहिद खान
    सत्यजित रे : सिनेमा के ग्रेट मास्टर
    02 May 2022
    2 मई, 1921 को कोलकाता में जन्मे सत्यजित रे सिनेमा ही नहीं कला की तमाम विधाओं में निपुण थे। उनकी जयंती पर पढ़िये यह विशेष लेख।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License