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भारत
राजनीति
ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले कामगारों में सबसे अधिक कृषि क्षेत्र से
इस पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले कामगारों की सबसे अधिक संख्या कृषि क्षेत्र से जुड़े कामगारों की है। पिछले साल अगस्त से शुरू हुए इस पोर्टल पर अब तक क़रीब 10 करोड़ से अधिक कृषि क्षेत्र के कामगारों ने अपना पंजीकरण करवाया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
11 Jan 2022
Agriculture

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन पिछले साल अगस्त में शुरु किए गए ई-श्रम पोर्टल में असंगठित क्षेत्र के करीब 21 करोड़ कामगारों ने अब तक अपना पंजीकरण कराया है। ई-श्रम योजना में पंजीकरण करने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस योजना में पंजीकरण करने वालों को सरकार की सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। इसमें कंस्ट्रक्शन वर्कर, माइग्रेंट वर्कर,गिग एंड प्लैटफॉर्म वर्कर, स्ट्रीट वेंडर, डोमेस्टिक वर्कर, एग्रीकल्चर वर्कर तथा अन्य असंगठित कामगार अपना पंजीकरण करा सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।

पंजीकरण कराने वाले 20 करोड़ कामगारों की विवरण के अनुसार सामान्य श्रेणी के 25.80 प्रतिशत, अनुसूचित जाति के 21.98 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति के 6.93 प्रतिशत कामगार हैं जबकि 45.29 प्रतिशत पंजीकरण के साथ ओबीसी कामगारों की संख्या सबसे अधिक है।

श्रम और रोजगार मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 6 जनवरी को पूरे देश से इस पोर्टल पर कुल 37 लाख 23 हजार 639 लोगों पंजीकरण करवाया था। कुल आवेदनों में से 52.83 प्रतिशत महिलाएं हैं जबकि 47.17 प्रतिशत पुरुष हैं जिन्होंने अपना पंजीकरण करवाया है।

देश भर में इस पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले कामगारों की सबसे अधिक संख्या कृषि क्षेत्र से जुड़े कामगारों की है। पिछले साल अगस्त से शुरू हुए इस पोर्टल पर अब तक करीब 10करोड़ से अधिक कृषि क्षेत्र के कामगारों ने अपना पंजीकरण करवाया है। डोमेस्टिक एवं हाउस होल्ड सेक्टर के करीब 2,17,20,455कामगारों ने पंजीकरण कराया। पंजीकरण के मामले में ये क्षेत्र दूसरे स्थान पर रहा। वहीं कंस्ट्रक्शन क्षेत्र के 1,97,12,061, अपारेल के1,30,07,367 और मिसलेनियस श्रेणी के82,33,805 कामगारों ने ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है।

इस पोर्टल पर देश भर में सबसे अधिक लोगों ने उत्तर प्रदेश से पंजीकरण कराया है। इस राज्य से पंजीकरण कराने वालों की संख्या करीब 7करोड़ को पार कर गई है। वहीं दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है जहां से पंजीकरण कराने वालों की संख्या करीब ढ़ाई करोड़ पहुंच चुकी है। तीसरे स्थान पर बिहार है जहां से असंगठित क्षेत्र के कामगारों करीब दो करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। गत सोमवार की शाम तक बिहार के 2 करोड़ 11 लाख 47हजार 280 कामगारों का निबंधन हो गया है। 

इनमें 1 करोड़ 19 लाख 55 हजार 95महिलाएं हैं जो कुल का 56.93 प्रतिशत हैं। 

जबकि 91 लाख 92 हजार 123 पुरूष कामगारों ने पंजीकरण कराया है जो कुल पंजीकरण का 43.47 प्रतिशत है।

बिहार की बात करें तो साढ़े तीन करोड़ कामगारों का पंजीकरण करने का लक्ष्य तय किया गया है। 31 दिसंबर तक मात्र डोढ़ करोड़ कामगारों का ही पंजीकरण हो सका था लेकिन इसके बाद कामगारों के पंजीकरण में तेजी आई। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने बीते 26अगस्त को देशभर के लगभग 43.7 करोड़ असंगठित श्रमिकों को ई-श्रम पोर्टल से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है।

श्रम पोर्टल से कामगारों को जोड़ने का उद्देश्य यह है कि देश के सभी असंगठित क्षेत्र के कामगारों तक सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पहुंचे। असंगठित कामगार जो विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हैं उनका पहचान पत्र और आधार कार्ड की तर्ज पर इनके कार्य के अनुसार रिकॉर्ड तैयार किया जाना है जिससे कामगारों के आर्थिक व सामाजिक उत्थान के लिए योजनाएं बनाकर काम की जा सके। इस पोर्टल पर कोई व्यक्ति स्वयं या सहज वसुधा केंद्र के माध्य पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के समय कामगारों को जन्म तिथि, होम टाउन, मोबाइल नंबर और सामाजिक श्रेणी जैसे अन्य आवश्यक जानकारी देने के अलावा आधार कार्ड नंबर और बैंक खाते का विवरण देना होगा। इसके बाद कामगारों को एक ई-श्रम कार्ड जारी किया जाएगा जो 12 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होगा।

पंजीकरण के बाद, असंगठित कामगारों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना(पीएमएसबीवाई) के तहत ₹2 लाख का आकस्मिक कवर मिलेगा साथ ही अन्य सभी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से वितरित किया जाएगा।

E-shram portal
E-sharm card
Agriculture workers
Union Ministry of Labor and Employment
unorganised sector workers

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