NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
कोविड-19
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
जी-7 देशों के अधिकांश लोग चाहते हैं कि उनकी सरकार कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन में एकाधिकार को रोके
कोविड-19 उत्पादन पर कुछ दवा कंपनियों का एकाधिकार समाप्त होने से उत्पादन में वृद्धि होगी और ग़रीब देशों के लिए इसकी अधिक पहुंच को सक्षम बनाया जाएगा।
पीपल्स डिस्पैच
05 May 2021
जी-7 देशों के अधिकांश लोग चाहते हैं कि उनकी सरकार कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन में एकाधिकार को रोके

सभी जी-7 देशों में किए गए एक नए जनमत सर्वेक्षण में सामने आया है कि इन देशों में 70% से अधिक लोग चाहते हैं कि उनकी सरकारें यह सुनिश्चित करे कि वैक्सीन निर्माता COVID-19 टीकों के उत्पादन की जानकारी दूसरों के साथ साझा करें। इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों को बुधवार 5 मई को एक प्रेस वार्ता में पीपल्स वैक्सीन एलायंस द्वारा साझा किया गया।

इस सर्वेक्षण के अनुसार अधिकांश उत्तरदाताओं का मानना है कि उचित मुआवजे के बदले में दवा कंपनियों को COVID-19 वैक्सीन उत्पादन पर एकाधिकार करने से रोका जाना चाहिए और इसके व्यापक उत्पादन की अनुमति देनी चाहिए।

जी-7 दुनिया के सबसे अमीर देशों का एक समूह है जिसमें यूके, यूएस, जापान, जर्मनी, इटली, कनाडा और फ्रांस शामिल हैं। वे इस समय लंदन में बैठक कर रहे हैं।

एकाधिकार को रोकने के लिए सरकारी कार्रवाई के लिए लोगों का समर्थन इटली में सबसे अधिक था। यहां 82% से अधिक उत्तरदाताओं ने सरकार को हस्तक्षेप करने के लिए कहा। कनाडा (76), यूके (74), जर्मनी (70), अमेरिका (69) और फ्रांस (63) के करीब दो तिहाई लोगों ने इस निर्णय का समर्थन किया है। जापान में 58 प्रतिशत से अधिक लोगों ने राजनीतिक विचारधाराओं से इतर इस निर्णय का समर्थन किया।

जी-7 के अधिकांश सदस्य अग्रणी देश हैं जो विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में 100 से अधिक देशों द्वारा रखे गए एक प्रस्ताव को रोक रहे हैं। ये सौ देश ट्रेड रिलेटेड इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी राइट्स (ट्रिप्स) के तहत वैक्सीन उत्पादन पर पेटेंट अधिकारों को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं। पेटेंट को निलंबित करने की मांग करने वाले देशों का कहना है कि इससे वैक्सीन का अधिक से अधिक और सस्ता उत्पादन होगा और गरीब देशों के बीच समान पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। हालांकि, इस प्रस्ताव को रोकने वाले अमेरिका और अन्य देशों का कहना है कि ये निलंबन भविष्य के नई प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकता है।

टीके पेटेंट को निलंबित करने का प्रस्ताव सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका और भारत ने पिछले साल रखा था। बाद में इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य नागरिक समाज और मानवाधिकार समूहों के समर्थन के साथ 100 से अधिक देशों से समर्थन मिला जो टीका समानता के लिए और टीके की जमाखोरी करने वाले समृद्ध देशों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।

डब्ल्यूटीओ के सदस्यों की एक अन्य बैठक पेटेंट छूट के प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए बुधवार को होना निर्धारित है।

COVID-19
G-7
Covid Vaccine

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां


बाकी खबरें

  • yogi
    अजय कुमार
    उत्तर प्रदेश : बिल्कुल पूरी नहीं हुई हैं जनता की बुनियादी ज़रूरतें
    09 Feb 2022
    लोगों की बेहतरी से जुड़े सरकारी मानकों के निगाह से देखने पर उत्तर प्रदेश में घाव ही घाव नजर आते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, ग़रीबी बेरोज़गारी के के हालात इतने बुरे हैं कि लगता है जैसे योगी सरकार ने इन…
  • देबांगना चैटर्जी
    फ़्रांस में खेलों में हिजाब पर लगाए गए प्रतिबंध के ज़रिये हो रहा है विभाजनकारी, भेदभावपूर्ण और ख़तरनाक खेल
    09 Feb 2022
    फ़्रांस में धर्मनिरपेक्षता को बरक़रार रखने के लिए खेलों में हिजाब और दूसरे "सुस्पष्ट धार्मिक चिन्हों" पर प्रतिबंध लगाने की कवायद पूरी तरह से पाखंड, भेदभाव और राजनीतिक हितों से भरी नज़र आती है। आख़िरकार…
  • Modi
    अजय गुदावर्ती
    मोदी की लोकप्रियता अपने ही बुने हुए जाल में फंस गई है
    09 Feb 2022
    अलोकप्रिय नीतियों के बावजूद पीएम की चुनाव जीतने की अद्भुत कला ही उनकी अपार लोकप्रियता का उदाहरण है। जहाँ इस लोकप्रियता ने अभी तक विमुद्रीकरण, जीएसटी और महामारी में कुप्रबंधन के बावजूद अच्छी तरह से…
  • unemployment
    कौशल चौधरी, गोविंद शर्मा
    ​गत 5 वर्षों में पदों में कटौती से सरकारी नौकरियों पर छाए असुरक्षा के बादल
    09 Feb 2022
    संघ लोकसेवा आयोग द्वारा 2016-17 में भर्ती किए गए कुल उम्मीदवार 6,103 की तदाद 2019-20 में 30 फीसदी घट कर महज 4,399 रह गई।
  • SP MENIFESTO
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    जनता की उम्मीदों पर कितना खरा होगा अखिलेश का ‘वचन’
    09 Feb 2022
    समाजवादी पार्टी ने अपने कहे मुताबिक भाजपा के बाद अपने वादों का पिटारा खोल दिया, इस बार अखिलेश ने अपने घोषणा पत्र को समाजवादी वचन पत्र का नाम दिया, इसमें किसानों, महिलाओं, युवाओं पर विशेष ध्यान दिया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License