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नीदरलैंडः मछुआरों को फ्रिस्लान विंड फार्म परियोजना को लेकर चिंता
आईजेस्सेलमीर की खाड़ी में विंडपार्क फ्रिस्लान (डब्ल्यूपीएफ) परियोजना से इस क्षेत्र में मत्स्य उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
पीपल्स डिस्पैच
19 Aug 2021
नीदरलैंडः मछुआरों को फ्रिस्लान विंड फार्म परियोजना को लेकर चिंता

उत्तरी नीदरलैंड के विभिन्न प्रांतों के मछुआरों ने आईजेस्सेलमीर (IJsselmeer) की खाड़ी में विंड फार्म प्रोजेक्ट के पूरा होने के मद्देनजर इस क्षेत्र में मत्स्य उद्योग के भविष्य पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। पिछले हफ्ते, 50 से अधिक मछली पकड़ने वाले जहाजों में उर्क और हार्डरविज्क के सैकड़ों मछुआरों ने इस विंड फार्म प्रोजेक्ट के कारण मछली पकड़ने के खतरों को लेकर आईजेस्सेलमीर खाड़ी के फ्रिस्लान हिस्से में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे मछुआरों ने आरोप लगाया है कि उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को इस परियोजना के विंड टर्बाइनों के आसपास के क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिससे उनका व्यवसाय और आजीविका दांव पर लग गई है।

रिपोर्टों के अनुसार, विंडपार्क फ़्रीस्लान (डब्ल्यूपीएफ) परियोजना जिसमें 4.3 मेगावाट के 89 टर्बाइन शामिल हैं, उसके इस साल तक चालू होने की संभावना है। ये परियोजना जिसकी लागत 850 मिलियन यूरो (994 मिलियन अेमेरिकी डॉलर) है, उसके दुनिया का सबसे बड़ा अंतर्देशीय-जल पवन फार्म होने की संभावना है। ये परियोजना ज़ुइडरज़ीविंड कंसोर्टियम द्वारा शुरू किया गया है जिसमें वैन ऊर्ड और सीमेंस गमेरा रीन्यूएबल एनर्जी शामिल है और यह इस क्षेत्र की सतत ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इस क्षेत्र के मछुआरे स्थानीय और सरकारी अधिकारियों के हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं ताकि परियोजना के कारण उनकी शिकायतों का समाधान किया जा सके। इस बीच उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वे सामान्य रूप से ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट के विरोध में नहीं हैं।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि इस क्षेत्र के मछुआरों को अभी तक 119 मिलियन यूरो (139.46 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से कोई सहायता नहीं मिली है, जिसका वादा डच सरकार ने मछुआरों के पुनर्वास और मत्स्य पालन को अधिक स्थायी बनाने के लिए किया था।

इससे पहले, फ्रिस्लान कमेटी ऑफ सोशलिस्ट पार्टी (एसपी) ने इस प्रांत में डब्ल्यूपीएस विंड फार्म से उत्पन्न बिजली के संभावित लाभार्थियों को लेकर कुछ चिंताएं दिखाई थीं। एसपी यह सुनिश्चित करना चाहता है कि डब्ल्यूपीएस से उत्पादित ऊर्जा किसी भी व्यावसायिक निगमों के बजाय इस क्षेत्र के घरों और अन्य घरेलू उद्यमों के लिए उपलब्ध हो। यह आरोप लगाया गया है कि नीदरलैंड में विभिन्न ग्रीन एनर्जी प्रोड्यूसरों ने अपने व्यवसाय के कुछ हिस्सों को कॉर्पोरेट के तृतीय पक्षों को बेच दिया है या स्थानांतरित कर दिया है जो कई डच विंड फार्म्स से उत्पन्न ग्रीन एनर्जी का एक बड़ा हिस्सा खपत करते हैं।

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