NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
'न्यूज़क्लिक मीडिया ट्रायल का हिस्सा नहीं बनेगा'
जांच अधिकारियों को भुगतान, प्रेषण, टैक्स आदि से जुड़े सभी वित्तीय दस्तावेज़ मुहैया कराये गए हैं।
न्यूज़क्लिक संपादकीय टीम
15 Feb 2021
press freedom

न्यूज़क्लिक के एडिटर इन चीफ़ प्रबीर पुरकायस्थ के घर पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी 113 घंटे से ज़्यादा तक चली। यह छापेमारी रविवार 14 फ़रवरी को सुबह क़रीब 2 बजे ख़त्म हुई। जैसा कि न्यूज़क्लिक  के 10 और 12 फ़रवरी के बयानों में कहा गया था, हम अधिकारियों के साथ उनकी जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं, हमने सभी क़ानूनों का पालन किया है और हमारे पास छुपाने को कुछ नहीं है।

न्यूज़क्लिक और उसके कान्ट्रैक्टर (contractors) के बीच संबंधों और भुगतानों का सबूत देने वाले सभी दस्तावेज़, न्यूज़क्लिक  द्वारा प्राप्त प्रेषण (remittances ), साथ ही टैक्स और अन्य वित्तीय दस्तावेज़, जांच अधिकारियों को उपलब्ध कराए गए हैं। प्रासंगिक कॉर्पोरेट फ़ाइलिंग सार्वजनिक रूप से रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनीज़ और अन्य वैधानिक प्राधिकरणों के पास भी उपलब्ध हैं।

हम क़ानूनी प्रक्रिया की पवित्रता का सम्मान करते हैं और किसी मीडिया ट्रायल में शामिल होना नहीं चाहते हैं। इसके साथ ही, हम इस बात की पुष्टि करना चाहते हैं कि मीडिया के एक वर्ग में हमारे ख़िलाफ़ लग रहे इल्ज़ाम भ्रामक, बेबुनियाद हैं और उनमें किसी तथ्य या क़ानून का आधार नहीं है। हम उचित मंच पर इन आरोपों का जवाब देंगे।

हम अपना काम जारी रखेंगे और ऐसी कार्रवाइयों से डरेंगे नहीं। भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने माना है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (ए) के तहत संरक्षित भाषण और अभिव्यक्ति के अधिकारों के मूल में पत्रकारिता की स्वतंत्रता निहित है। भारत की आज़ादी तभी सुरक्षित रह सकती है जब तक पत्रकार प्रतिहिंसा के डर के बिना सत्ता से सच बोल सकते हैं। हमारी आवाज़ दबाने की कोशिशों के बावजूद, न्यूज़क्लिक  बिना डरे सच बोलने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें विश्वास हैं कि क़ानूनी प्रक्रिया के ज़रिये हम निर्दोष साबित ज़रूर होंगे।

हम समाज के हर वर्ग के संगठनों और व्यक्तियों के शुक्रगुज़ार हैं, जिन्होंने हमारे काम, और मौजूदा किसान आंदोलन का समर्थन किया है।

---------------

प्रांजल पांडेय

संपादक, न्यूज़क्लिक

ईमेल आईडी : editorial@newsclick.in

Scribd पर न्यूज़क्लिक का बयान

Newsclick ED Raid
Free Press
Enforcement Directorate
Independent media
attack on journalism

Related Stories

ED के निशाने पर सोनिया-राहुल, राज्यसभा चुनावों से ऐन पहले क्यों!

ईडी ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी को धन शोधन के मामले में तलब किया

ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत से संबंधित संपत्ति कुर्क की

ख़बरों के आगे-पीछे: विपक्ष को पोस्टल बैलेट में खेल होने का डर

हम लड़ेंगे और जीतेंगे, हम झुकेंगे नहीं: नवाब मलिक ने ईडी द्वारा गिरफ़्तारी पर कहा

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक से ईडी कर रही है पूछताछ

यूपी चुनाव: पांच साल पत्रकारों ने झेले फ़र्ज़ी मुक़दमे और धमकियां, हालत हुई और बदतर! 

यूपी: बांदा में अवैध बालू खनन की रिपोर्ट कर रहे पत्रकार ने पुलिस पर लगाया टॉर्चर का आरोप!

लक्ष्मी जी और ईडी का छापा

न्यूज़क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ का वक्तव्य


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License