NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
चुनाव 2022
भारत
राजनीति
नोएडा : रालोद- सपा गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन देगी माकपा
ग्रेटर नोएडा के स्वर्ण नगरी में स्थित प्रेस क्लब में बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान माकपा के जिला प्रभारी गंगेश्वर दत्त शर्मा ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में गरीब मजदूर और किसान के हालात बद से बदतर हो गए हैं। प्रदेश में दोबारा भाजपा को सरकार में आने से रोकना है।’’ इस दौरान माकपा की जिला कमेटी के सदस्य रुपेश वर्मा भी मौजूद थे।
भाषा
04 Feb 2022
CPIM

नोएडा (उप्र): गौतम बुद्ध नगर जिला में दादरी तथा जेवर विधानसभा सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय लोक दल (रालोद)- समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन के प्रत्याशियों को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) समर्थन देगी। माकपा के जिला प्रभारी ने इसकी घोषणा की।

ग्रेटर नोएडा के स्वर्ण नगरी में स्थित प्रेस क्लब में बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान माकपा के जिला प्रभारी गंगेश्वर दत्त शर्मा ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में गरीब मजदूर और किसान के हालात बद से बदतर हो गए हैं। प्रदेश में दोबारा भाजपा को सरकार में आने से रोकना है।’’ इस दौरान माकपा की जिला कमेटी के सदस्य रुपेश वर्मा भी मौजूद थे।

शर्मा ने कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है, जो भाजपा को सत्ता में आने से रोक सकती है। इसलिए माकपा दादरी एवं जेवर से सपा-रालोद के संयुक्त प्रत्याशियों को अपना समर्थन देगी।’’ माकपा के जिला प्रभारी ने कहा कि नोएडा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे रालोद- सपा के संयुक्त प्रत्याशी को पहले ही माकपा अपना समर्थन दे चुकी है।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को अपील की थी कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए अंबेडकरवादी भी समाजवादियों के साथ आएं और उनकी लड़ाई को मजबूत करें।

अखिलेश ने अपने गठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ संयुक्त प्रेस सम्मेलन में बसपा (बहुजन समाज पार्टी) अध्यक्ष मायावती द्वारा अपना चुनाव अभियान शुरू किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा था कि, "मैंने तो कहा है कि समाजवादियों के साथ आंबेडकरवादी भी आएं... क्योंकि संविधान बचाना है, लोकतंत्र बचाना है। अगर यह नहीं बचेंगे तो सोचो हमारे अधिकारों का क्या होगा।"

उन्होंने आगे अपील करते हुए कहा था कि, "मैं फिर अपील करता हूं कि हम सब बहुरंगी लोग हैं। लाल रंग हमारे साथ है। हरा, सफेद, नीला… हम चाहते हैं कि अंबेडकरवादी भी साथ आएं और इस लड़ाई को मजबूत करें।"

CPIM
SP
RLD
RLD-SP Alliance

Related Stories

यूपी : आज़मगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की साख़ बचेगी या बीजेपी सेंध मारेगी?

त्रिपुरा: सीपीआई(एम) उपचुनाव की तैयारियों में लगी, भाजपा को विश्वास सीएम बदलने से नहीं होगा नुकसान

यूपीः किसान आंदोलन और गठबंधन के गढ़ में भी भाजपा को महज़ 18 सीटों का हुआ नुक़सान

यूपी चुनाव : पूर्वांचल में हर दांव रहा नाकाम, न गठबंधन-न गोलबंदी आया काम !

कार्टून क्लिक: महंगाई-बेरोज़गारी पर हावी रहा लाभार्थी कार्ड

यूपी की 28 सीटों पर जीत हार के फासले के बीच केवल हजार वोटों का अंतर

Election Results : जनादेश—2022, 5 राज्यों की जंग : किसकी सरकार

उत्तर प्रदेश का चुनाव कौन जीत रहा है? एक अहम पड़ताल!

यूपी चुनाव: सोनभद्र के गांवों में घातक मलेरिया से 40 से ज़्यादा लोगों की मौत, मगर यहां के चुनाव में स्वास्थ्य सेवा कोई मुद्दा नहीं

यूपी वोटिंग पैटर्न: ग्रामीण इलाकों में ज़्यादा और शहरों में कम वोटिंग के क्या हैं मायने?


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License