NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
संस्कृति
भारत
राजनीति
ओणम व्यापार मेले: कुदुम्बश्री इकाइयों ने की रिकॉर्ड बिक्री
केरल की कुदुम्बश्री इकाइयों ने ओणम व्यापार मेलों का आयोजन किया और इन मेलों जरिए पिछले महीने बाजारों में करीब 12.45 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज़ की है। कुदुंबश्री ने फिलहाल ऑनलाइन व्यापार मेले को 15 सितंबर तक बढ़ा दिया है।
अज़हर मोईदीन
07 Sep 2021
Translated by महेश कुमार
ओणम व्यापार मेले: कुदुम्बश्री इकाइयों ने की रिकॉर्ड बिक्री

केरल में महिला सामुदायिक नेटवर्क और गरीबी उन्मूलन मिशन कुदुम्बश्री ने पिछले महीने राज्य भर में आयोजित किए गए ओणम व्यापार मेलों और बाजारों के माध्यम से करीब 12.45 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज़ की है। इन व्यापार मेलों का आयोजन जिला स्तर के कुदुम्बश्री बाज़ारों, कुदुम्बश्री इकाइयों, स्थानीय स्व-सरकारी संस्थान (एलएसजीआई) के स्तर पर विपणन के लिए बने आउटलेट और कियोस्क तथा राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी सप्लाई द्वारा संचालित 359 सुपरमार्केट और खुदरा दुकानों के माध्यम से खाद्य और नागरिक आपूर्ति के लिए किया गया था, जिसकी अपार सफलता के बाद ऑनलाइन शॉपिंग को 15 सितंबर तक बढ़ा दिया है।

एलएसजीआई स्तर पर कुल 905 ओणम व्यापार मेलों का आयोजन कुदुंबश्री की सामुदायिक विकास समितियों (सीडीएस) के नेतृत्व में किया गया, इन मेलों का आयोजन 21 जिला स्तरीय व्यापार मेलों के अलावा किया गया था। 16-20 अगस्त तक राज्य में सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मेलों का आयोजन हुआ और कुदुम्बश्री मिशन के तहत सूक्ष्म उद्यमों और कृषि संयुक्त देयता समूहों (जेएलजी) को त्यौहार के दौरान बिक्री दर्ज करने का अवसर मिला है। मलप्पुरम और कोल्लम जिलों के 9 सीडीएस से मिले आदेशों के अनुसार, कुडुम्बश्री उत्पादों से युक्त खाद्य किट को पैकेट के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया गया है। 

कुदुम्बश्री ने व्यापार मेलों और किट वितरण के माध्यम से 9.64 करोड़ रुपये की बिक्री की है। सीडीएस स्तर पर आयोजित ओणम बाजार, जिसमें खेती के उत्पादों को प्राथमिकता दी गई थी, में भी 2.8 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई है। कुदुम्बश्री के कार्यकारी निदेशक पीआई श्रीविद्या द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इन बाजारों के माध्यम से 27,442 कृषि समूहों से 7.53 लाख किलोग्राम सब्जियां आम जनता को उपलब्ध कराई गईं हैं। कुदुम्बश्री इकाइयों और सदस्यों की मदद करने के अलावा, केरल में त्योहारों के मौसम के दौरान व्यापार मेले और बाजार भी आवश्यक वस्तुओं और सब्जियों की कीमत को नियंत्रित करने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं।

कुदुम्बश्री ऑनलाइन शॉपिंग उत्सव

व्यापार मेलों और बाजारों के अलावा, कुदुम्बश्री ने अपने ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से एक ऑनलाइन शॉपिंग उत्सव 'ओणम उत्सव' भी लॉन्च किया था। इस ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल की सफलता इस बात से है कि हस्तशिल्प से लेकर सैनिटरी नैपकिन तक, लगभग 1000 उत्पादों को 40 प्रतिशत तक की छूट पर पूरे देश में भारतीय डाक के माध्यम से मुफ्त वितरण के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है, कुदुम्बश्री ने इसकी तारीख को अब 15 सितंबर तक बढ़ा दिया है।

आदिवासी सूक्ष्म उद्यम इकाइयों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद जैसे कि खाद्य उत्पाद, परिधान, कॉस्मेटिक उत्पाद, मसाला पाउडर, बैग, छाते, मसाले, प्रसाधन सामग्री, शहद, रागी, बाजरा, इलायची, कॉफी आदि भी ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल के माध्यम से बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। अकेले अट्टापडी में 105 जेएलजी से जुड़ी 4325 आदिवासी महिलाएं खेती में लगी हुई हैं। अट्टापडी में सूक्ष्म उद्यम इकाइयों को सबसे पहले राज्य सरकार द्वारा वितरित किए जाने वाले ओणम खाद्य किट के लिए, केले के चिप्स और गुड़से लिपटी चिप्स के आदेश हासिल हुए थे। कुदुम्बश्री इकाइयों ने इन किटों को पैक करने के लिए कपड़े के थैले भी बनाए थे।

महामारी के दौरान सामुदायिक नेटवर्क

कुदुम्बश्री की स्थापना 1997 में तत्कालीन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार द्वारा की गई थी ताकि राज्य में पंचायत राज संस्थानों को शक्तियां दी जा सके और इसकी शुरुआत भी जन योजना अभियान के संदर्भ में की गई थी। नवीनतम बजट आंकड़ों के अनुसार, राज्य भर में इसकी कुल 45 लाख महिला सदस्य है। कुदुम्बश्री समूह अब लिंग सहायता डेस्क से लेकर गरीबी उन्मूलन और कौशल विकास कार्यक्रमों जैसी विभिन्न सेवाएं चलाते हैं।

महिलाओं के व्यापक सामुदायिक नेटवर्क ने महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार की सामुदायिक नेतृत्व वाली योजना में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुदुंबश्री द्वारा संचालित सामुदायिक रसोई और जनकीया होटल (पीपुल्स रेस्तरां) जनता को मुफ्त और रियायती भोजन प्रदान करते हैं, साथ ही नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले भोजन और किराने की किट जोकि प्राथमिक साधन हैं, उन्हे आम लोगों को मुहैया कराने में केरल राज्य सरकार कामयाब रही है ताकि मार्च 2020 में पहले देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोग भूखे न रह जाएँ।

अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल आलेख को पढ़ने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें

Onam Trade Fairs: A big win for Kudumbashree Units

Onam Trade Fair
Onam Markets
Onam Utsav
Kudumbashree
Supplyco
Online Shopping Festival
Onam food kits
Peoples’ Plan Campaign
Janakeeya Hotels
Community kitchens
Kerala

Related Stories


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ः 60 दिनों से हड़ताल कर रहे 15 हज़ार मनरेगा कर्मी इस्तीफ़ा देने को तैयार
    03 Jun 2022
    मनरेगा महासंघ के बैनर तले क़रीब 15 हज़ार मनरेगा कर्मी पिछले 60 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं फिर भी सरकार उनकी मांग को सुन नहीं रही है।
  • ऋचा चिंतन
    वृद्धावस्था पेंशन: राशि में ठहराव की स्थिति एवं लैंगिक आधार पर भेद
    03 Jun 2022
    2007 से केंद्र सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 7 रूपये से लेकर 16 रूपये दिए जा रहे हैं।
  • भाषा
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव में दर्ज की रिकार्ड जीत
    03 Jun 2022
    चंपावत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री को 13 चक्रों में हुई मतगणना में कुल 57,268 मत मिले और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाल़ कांग्रेस समेत सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो…
  • अखिलेश अखिल
    मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 
    03 Jun 2022
    बिहार सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना के एलान के बाद अब भाजपा भले बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन नीतीश का ये एलान उसकी कमंडल राजनीति पर लगाम का डर भी दर्शा रही है।
  • लाल बहादुर सिंह
    गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया
    03 Jun 2022
    मोदी सरकार पिछले 8 साल से भारतीय राज और समाज में जिन बड़े और ख़तरनाक बदलावों के रास्ते पर चल रही है, उसके आईने में ही NEP-2020 की बड़ी बड़ी घोषणाओं के पीछे छुपे सच को decode किया जाना चाहिए।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License