NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
शिक्षा
भारत
राजनीति
जेएनयू में छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में एक व्यक्ति गिरफ़्तार, GSCASH बहाली की मांग
जेएनयू की पीएचडी छात्रा के साथ विश्वविद्यालय परिसर में छेड़छाड़ की घटना घटी थी जिसने जेएनयू प्रशासन और दिल्ली की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे। घटना के 100 से अधिक घंटे के बाद रविवार को 27 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
24 Jan 2022
JNU

दिल्ली: छात्रों और सामाजिक संगठनों के विरोध प्रदर्शनों के दबाव के बाद आखिरकार कल रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छेड़छाड़ मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेएनयू की पीएचडी छात्रा के साथ विश्वविद्यालय परिसर में छेड़छाड़ की घटना घटी थी जिसने जेएनयू प्रशासन और दिल्ली की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे। घटना के 100 से अधिक घंटे के बाद रविवार को 27 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी।

गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को बताया कि घटना के समय आरोपी नशे में था और उसकी पहचान अक्षय दोलाई के रूप में की गई है। पश्चिम बंगाल का मूल निवासी दोलाई अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दक्षिण दिल्ली के मुनिरका में रहता है और भीकाजी कामा प्लेस में मोबाइल रिपेयरिंग की एक दुकान पर काम करता है।

पुलिस ने कहा कि जेएनयू परिसर और उसके आसपास लगे एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का विश्लेषण करने के बाद आरोपी की पहचान की गई और उसे पकड़ा गया. पुलिस ने कहा कि दोलाई को तब गिरफ्तार किया गया जब वह अपने किराये के घर में प्रवेश कर रहा था।

पुलिस के मुताबिक 17 जनवरी की सुबह आरोपी का उसकी पत्नी से झगड़ा हो गया था, जिसके बाद वह मायके चली गई। पुलिस ने बताया कि परेशान दोलाई ने शाम को शराब पी और अपने स्कूटर पर जेएनयू की ओर चल पड़ा।

पुलिस ने बताया कि विश्वविद्यालय पहुंचने पर, उसने तीन लड़कियों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करते देखा और 'बुरे इरादों' के साथ उनका पीछा किया। पुलिस ने बताया कि हालांकि, तीनों अपने हॉस्टल के अंदर चली गईं। लेकिन कुछ देर बाद उसने परिसर के अंदर पीएचडी छात्रा को जॉगिंग करते देखा।  जब छात्रा सुनसान जगह पर पहुंची तो दोलाई रुका और उससे छेड़छाड़ की।

पुलिस ने बताया कि छात्रा ने विरोध किया जिसके बाद हाथापाई हुई, जिसमें दोलाई के एक पैर में चोट लग गई। पुलिस ने बताया कि इसके बाद छात्रा ने अपना फोन निकाला और पुलिस को सूचना देने की धमकी दी, हालांकि, दोलाई ने फोन छीन लिया और फरार हो गया।

पुलिस के अनुसार, 17 जनवरी रात करीब 12.45 बजे वसंत कुंज नार्थ पुलिस थाने में जेएनयू के अंदर एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की पीसीआर कॉल आई थी। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) गौरव शर्मा एसएचओ वसंत कुंज नॉर्थ और पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे।

शर्मा ने कहा, ‘‘हमने प्रवेश द्वार पर रजिस्टरों की जांच की, लेकिन आरोपी या उसके वाहन से संबंधित कोई प्रविष्टि नहीं मिली। यह मुश्किल था और महिला भी सदमे में थी। हमने इलाके में एक हजार से अधिक सीसीटीवी स्कैन किए।''

पुलिस ने कहा कि जांच दल ने इलाके में सीसीटीवी की मदद से दोलाई द्वारा लिए गए मार्ग की मैपिंग की और पाया कि वह मुनिरका लौट गया है।

शर्मा ने कहा, ‘‘परिसर से निकलने के बाद, वह नेल्सन मंडेला मार्ग गया, लेकिन पुलिस पिकेट देखा और रिंग रोड की ओर मुड़ गया। हमारे पास उसकी गतिविधियों के फुटेज हैं। हमने उसकी पहचान की और फिर उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। ''

पुलिस ने बताया कि एक महिला के शील भंग का मामला वसंत कुंज नार्थ पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस ने छात्रा के फोन के साथ दोलाई का स्कूटर भी जब्त कर लिया है।

आपको बता दे 17 जनवरी 2022 को जेएनयू की छात्रा के साथ रेप का प्रयास किया गया था। घटना कुलपति निवास के समीप हुई जब पीड़िता वीसी रोड पर जा रही थी, दोपहिया पर सवार एक व्यक्ति ने छात्रा को घसीटकर जंगल की ओर खींचने की कोशिश की और उसके साथ बलात्कार का प्रयास किया।

हालाँकि दिल्ली पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ़्तारी से छात्रों का तात्कालिक गुस्सा भले कम हुआ हो लेकिन इस घटना ने उनकी चिंताओं को और बड़ा दिया है। छात्र सुरक्षित कैंपस की मांग को लेकर सवाल उठा रहे हैं।

जेएनयू में छात्र संगठन इस घटना के बाद से ही महिला सुरक्षा और लिंग आधारित हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। कल रात जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, उससे कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने #JNUDemandsGSCASH #DelhiPoliceActNow के साथ दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की मांग और कैंपस में फिर से जेंडर सेंसटाइजेशन कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हरैसमेंट(GSCASH) को बहाल करने की मांग उठा रहे थे।

छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरशन ऑफ़ इण्डिया की दिल्ली इकाई ने अपने एक बयान में कहा कि यह घटना समाज में व्याप्त पितृसत्ता का शर्मनाक प्रतिबिंब है। लॉकडाउन के दौरान इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं जहां सतर्कता कम हो गई है। यह शर्मनाक है कि जो छात्र अल्पसंख्यक लिंग के रूप में पहचान रखते हैं, उन्हें विश्वविद्यालय के क्षेत्र में इस तरह के आघात से गुजरना पड़ता है। इस तरह की घटनाओं की सूचना मिलने और पुलिस द्वारा लापरवाही से निपटने की निंदा की जानी चाहिए।

एसएफआई दिल्ली के राज्य सचिव प्रीतीश मेनन ने जेएनयू में हमले को एक अलग घटना नहीं बल्कि समाज में बढ़ती बलात्कार संस्कृति का परिणाम बताया। उन्होंने पितृसत्ता के दुष्परिणामों और ऐसे मामलों में पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार हो रही लापरवाही का भी जिक्र किया।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

JNU
Jawaharlal Nehru University
GSCASH
GSCASH in JNU

Related Stories

जेएनयू: अर्जित वेतन के लिए कर्मचारियों की हड़ताल जारी, आंदोलन का साथ देने पर छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष की एंट्री बैन!

बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी, छात्र बोले- जेएनयू प्रशासन का रवैया पक्षपात भरा है

‘जेएनयू छात्रों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, पुलिस फ़ौरन कार्रवाई करे’ बोले DU, AUD के छात्र

शिक्षाविदों का कहना है कि यूजीसी का मसौदा ढांचा अनुसंधान के लिए विनाशकारी साबित होगा

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली को लेकर छात्र संगठनों का रोष प्रदर्शन, जेएनयू, डीयू और जामिया करेंगे  बैठक में जल्द निर्णय

दिल्ली : विश्वविद्यालयों को खोलने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में  लिया

“सर्वोत्कृष्टता के संस्थान” या “बहिष्कार के संस्थान”

अंबेडकर विश्वविद्यालय: फ़ीस माफ़ी खत्म करने की योजना के ख़िलाफ़ छात्रों का प्रदर्शन

JNU हिंसा: क्या दिल्ली पुलिस अधूरी तस्वीर पेश कर रही है?

जेएनयू हमला : डीयू से लेकर आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक विरोध प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • sc
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    त्रिपुरा हिंसा:सुप्रीम कोर्ट वकीलों, पत्रकार के खिलाफ यूएपीए के तहत दर्ज प्राथमिकी रद्द करने के अनुरोध पर करेगी सुनवाई
    11 Nov 2021
    प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और हिमा कोहली की पीठ को अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने सूचित किया कि तथ्य खोज समिति का हिस्सा रहे दो वकील और एक पत्रकार के खिलाफ उनकी सोशल मीडिया…
  • Varun Gandhi said on Kangana Ranaut's remarks about independence - call it madness or sedition
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    आजादी को लेकर कंगना रनौत की टिप्पणी पर बोले वरूण गांधी - इसे पागलपन कहूं या देशद्रोह
    11 Nov 2021
    कंगना रनौत की आलोचना करते हुए गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह,…
  •  PM's parliamentary constituency Banaras breathing poisonous air
    विजय विनीत
    स्पेशल रिपोर्टः ज़हरीली हवा में सांस ले रहे पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस के लोग
    11 Nov 2021
    दिवाली के बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में स्थिति दमघोंटू बनी हुई है। इस शहर की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 से नीचे उतरने का नाम नहीं ले रही है। यह स्थिति उन लोगों के…
  • maharastra
    भाषा
    महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों की हड़ताल जारी, मंत्री ने यूनियन से बात की
    11 Nov 2021
    एमएसआरटीसी के एक अधिकारी ने कहा, "आज राज्य भर में सभी 250 डिपो बंद हैं। कल, कम से कम तीन डिपो चालू थे, लेकिन आज वे भी बंद हैं।" एमएसआरटीसी के कर्मचारी, घाटे में चल रहे निगम के राज्य सरकार में विलय की…
  • Kasganj
    श्याम मीरा सिंह
    ग्राउंड रिपोर्ट: अल्ताफ़ मामले पर मां का बयान, कहा शरीर पर चोट के निशान, उसकी हत्या की गई
    11 Nov 2021
    अल्ताफ़ की माँ की हालत सही नहीं है। फिर भी पूछने पर वे बयान देने के लिए तैयार हो गईं। उन्होंने न्यूज़क्लिक से कहा, "मेरा बच्चा मार दिया गया। मेरे बेटे ने आत्महत्या नहीं की। इन लोगों ने मार दिया। मेरे…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License