NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
आपातकाल विरोधी आंदोलन की तरह सीएए का विरोध जारी रहेगा: सीपीएम
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को कहा कि यह दलील व्यर्थ है कि सीएए पर सवाल नहीं उठाया जा सकता क्योंकि इसे संसद के दोनों सदनों की मंजूरी मिल गयी है। उन्होंने कहा कि आपातकाल को भी संसद से मंजूरी मिलने के बाद ही लागू किया गया था।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
28 Jan 2020
Yechuri

नई दिल्ली: सीपीएम ने कहा है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को संसद की मंजूरी मिलने के बावजूद इस कानून का विरोध आपातकाल के खिलाफ आंदोलन की तर्ज पर जारी रहेगा।
 
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को कहा कि यह दलील व्यर्थ है कि सीएए पर सवाल नहीं उठाया जा सकता क्योंकि इसे संसद के दोनों सदनों की मंजूरी मिल गयी है। उन्होंने कहा कि आपातकाल को भी संसद से मंजूरी मिलने के बाद ही लागू किया गया था।

येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘हमने इसका (आपातकाल) विरोध किया और लोकतंत्र को बहाल कराया। इस संघर्ष में वे लोग भी शामिल थे जो आज सत्ता में हैं। क्या वे उस समय गलत थे? सरकार को लोगों की आवाज सुनना पड़ेगा और सीएए, एनआरसी तथा एनपीआर को वापस लेना होगा।’

We opposed CAA in Parliament. We moved for saying yes to persecuted persons, from all neighbouring countries, of any religion.
What we opposed in Parliament will also be opposed on the streets. That’s democracy.

— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) January 27, 2020

Government must listen to the people and take back CAA, NRC & NPR. (2/2) https://t.co/iyd2Ne2vMr

— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) January 27, 2020

उन्होंने कहा, ‘हमने संसद में भी सीएए का विरोध किया था। हमने सभी पड़ोसी देशों में प्रताड़ना के शिकार हर धर्म के लोगों को सीएए में शामिल करने की बात कही थी। जिस बात का संसद में हमने विरोध किया था उसी बात का विरोध आज हम सड़कों पर भी कर रहे हैं। यही लोकतंत्र है।’
 
येचुरी ने कहा, ‘भाजपा और आरएसएस ‘बांटो और राज करो’ के मकसद से भारतीयों को वेशभूषा, भोजन, आस्था और अन्य आधारों पर बांटना चाहते हैं। लेकिन आज देश की ढहती अर्थव्यवस्था को दुरुस्त कर भारत को एकजुट करने की ज्यादा जरूरत है।’

येचुरी ने चुनावी बॉण्ड के बारे में कहा कि उनकी पार्टी पहले दिन से ही चुनावी बॉण्ड का विरोध कर रही है और उच्चतम न्यायालय में भी इसे चुनौती दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इस सरकार में उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार की जड़ में समूची योजना (चुनावी बॉण्ड) है। इसका विस्तृत ब्योरा सार्वजनिक किये जाने तक इस योजना को रद्द किया जाना चाहिये।’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

 

CAA
NRC
CPM
CPIM
Sitaram yechury
Anti-emergency movement
BJP
RSS
Narendra modi
Amit Shah

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License